कभी 26 जनवरी आने के कुछ दिन पहले से ही बाज़ार और मुहल्ले तिरंगी रंगत में डूबने लगते थे। चौराहों पर देशभक्ति के तमाम गीत बजने लगते थे जिनमें कभी कहा जाता था,…
जनवरी 2024 का भारत निश्चित ही इतिहास में एक दिलचस्प पाठ बतौर दर्ज होगा। मीडिया की आँखों से देखने पर पूरा भारत राममय ही नज़र आयेगा जिसके लिए अयोध्या में बन रहे राममंदिर…
पाँच विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही तमाम ‘सेक्युलर बुद्धिजीवियों’ (लिबरल्स) का एक तबका कांग्रेस से फिर ख़फ़ा हो गया है। उसके निशाने पर एक बार फिर राहुल गाँधी है जिनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से उपजे माहौल…
इजराइल पर हमास के हमले के कुछ ही घंटे बाद शनिवार, 7 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर आतंकवादी हमले की निन्दा की और खुलकर इजराइल के साथ होने का संकेत…
Global Investigative Journalism Conference 2023, स्वीडन से कशिश सिंह की रिपोर्ट दुनिया में ये खोजी पत्रकारों यानी कि इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट्स का सबसे बड़ा मेला है-मिलन है-सम्मेलन था और भारत से भी हम कुछ…
शीर्षक से पता चलता है कि अखबार सच बताने की जगह सरकार की ही बात करते हैं आज ज्यादातर अखबारों में महिला आरक्षण विधेयक लोक सभी में पेश किये जाने की…
एंकरों के बहिष्कार से परेशान दुनिया अखबारों की खबरें निष्पक्ष नहीं होतीं और प्रचार की भरमार है सो अलग आज के अखबारों की कुछ खबरों और उनकी प्रस्तुति से लगता है कि खबरों…
भक्तों ने प्रचार सामग्री को ऐसे प्रचारित और प्रसारित किया इंडिया वालों की जानकारी के लिए अमिट छाप छोड़ने का तरीका, देखिये-जानिये-समझिये जी-20 सम्मेलन के पहले दिन, शनिवार, 10 सितंबर को…
मणिपुर नियंत्रित नहीं हो रहा है, जी20 की तैयारियों से परेशान है दिल्ली और प्रधानमंत्री का मंत्रियों को संदेश, “सनातन टिप्पणी पर उपयुक्त जवाब की आवश्यकता है।” आज यही है टीओआई की…
वंशवाद के ‘विरोधी‘ इंडिया समूह के दक्षिण भारतीय नेता के बेटे को हिन्दी पट्टी में स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे अडानी समूह को मिल रहे सरकारी समर्थन से संबंधित…
आज के अखबारों में एक प्रमुख खबर का शीर्षक अलग-अलग इस प्रकार है 1.हिन्दुस्तान टाइम्स (अमित) शाह स्टालिन जूनियर के “सनातन” भाषण से संबंधित विवाद पर हमले का नेतृत्व कर रहे हैं (पहले…
आज प्रचारकों ने नहीं बताया है, ‘टर्मिनेटर हमेशा जीतता है’!! अखबार ना बता रहे हैं और ना अटकल लगा रहे हैं कि मैं फिर आउंगा का दावा किस दम पर है? ट्वीटर, अब…
आज के सभी अखबारों ने इसरो की उपलब्धि का श्रेय लेने की प्रधानमंत्री कोशिश को लीड बनाया है। सिर्फ द टेलीग्राफ ने बताया है कि इसमें आस्था और राष्ट्रवाद भरा हुआ है। उसपर…
श्रीनगर से संचालित स्वतंत्र मीडिया संस्थान ‘द कश्मीर वाला’ की वेबसाइट पर लगी सरकारी पाबंदी की दुनिया भर में आलोचना हो रही है। केंद्र सरकार ने इसकी वेबसाइट को ब्लाक कर दिया है…
क्या ‘सरकार‘ ने अखबारों को भी झांसा दिया? मुझे लगता है हां, इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा भी है राहुल गांधी दो दिन के लद्दाख दौरे पर गुरुवार, 17 अगस्त को लेह…
राहुल गांधी से सवाल : क्या आप स्थिति बदल सकते है? मीडिया ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कश्मीर के हालात नहीं बताये, राहुल गांधी दौरे पर हैं, उनकी खबरें भी नहीं दीं।…
अधिकारियों को ख़बरों पर नजर रखने का सरकारी आदेश भी हिन्दी में पहले पन्ने पर नहीं है दिल्ली दंगे के अभियुक्तों, अकील अहमद, रहीश खान और इरशाद को बरी कर दिये जाने तथा…