उपराष्ट्रपति से कहा जा रहा है आप चीयर लीडर न बनें और मीडिया के लिए यह खबर नहीं है भारत में प्रेस की आजादी पर टिप्पणी भारत में रह कर की जाए…
द टेलीग्राफ में आज की लीड का शीर्षक है, चुनाव के लिए जो चमड़ी बेहद पतली है वही चिट्ठी के बाद बेहद मोटी है। अखबार में इसके तहत दो खबरें छपी हैं। पहली…
भाजपा त्रिपुरा की जीत को बड़ा और ऐतिहासिक बता रही है – द टेलीग्राफ में जेपी यादव ने इस शीर्षक से प्रकाशित अपनी टिप्पणी में लिखा है, “भाजपा ने त्रिपुरा में अपनी जीत…
2022 में नागरिकता छोड़कर विदेश में बसने वालों की संख्या 2011 के बाद सबसे ज्यादा है कौन बताएगा क्यों? आज के मेरे पांच अखबारों में पांच अलग-अलग लीड हैं। जब कोई बड़ी और…
एक तरफ घोटाला दर घोटाला की खबरें आ रही हैं दूसरी ओर, केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि सोरोस बूढ़े, अमीर और खतरनाक हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने इस खबर…
ये लोग विदेशी समाचार एजेंसियों पर विश्वास करते हैं पर भारतीय एजेंसियों पर विश्वास नहीं करेंगे। वे बीबीसी का हवाला तो देते हैं लेकिन भारतीय अदालतों पर यकीन नहीं करते। अगर एक…
चापलूसी वाली खबरों से भी बीबीसी जैसी डॉक्यूमेंट्री बन सकती है एक सामान्य सी खबर है। आप कह सकते हैं एक देसी समूह की कामयाबी की खबर है और अखबारों में छपी…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री की वैधता को लेकर विवाद 2014 से ही है। जब वे वाराणसी से अपना नामांकन देने गए तो शिक्षा के कॉलम में एमए लिखा और तभी से उनकी…
खड़गे ने बिड़ला और धनखड़ के अधिकार क्षेत्र से दूर कई प्रश्न पूछे लखनऊ में निवेशक सम्मेलन के दिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा और अगले दिन निवेशक सम्मेलन की खबर…
जब मीडिया सरकार के समर्थन में बेशर्म हो जाए अक्सर लोग कहते हैं कि विपक्ष को यह करना चाहिए, वह करना चाहिए। विपक्ष ऐसा क्यों नहीं कर रहा है, वैसा क्यों नहीं कर…
2014 में जब नरेंद्र मोदी सरकार में आये तो सबसे पहला बिल, भूमि अधिग्रहण बिल लाया गया। विकास के नाम पर लाया गया बिल, पूरी तरह से पूंजीपतियों के हित में था। स्वर्ग…
27,000 करोड़ रुपये एसबीआई के लिए एक प्रतिशत भी नहीं है पर 27,000 करोड़ तो है ही अडानी के 108 बिलियन डॉलर लुट गए और इसे “चाय के प्याले में तूफान” कह दिया…
खबरों के मामले में सरकार की चाहत और उलझन बताती दो खबरें आज की पहली खबर है, संपादकों ने केंद्र सरकार को बताया कि पीआईबी खबरों की जांच नहीं कर सकता। खबर…
एक समय था जब बीबीसी की खबरों से ही देसी खबरों की सत्यता की पुष्टि होती थी गोदी मीडिया के जमाने में जब गुजरात मॉडल लागू है तो बीबीसी सुप्रीम कोर्ट की आलोचना…
नेताजी सुभाष जयंती पर…. सुभाष बाबू 1938 के कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद ही कांग्रेस में वैचारिक संघर्ष भी छिड़ गया था। वे 1921…
ब्रजभूषण सिंह के इस्तीफे की खबर, छवि सुधारने की कोशिश और सुनामी ब्रज भूषण शरण सिंह के इस्तीफे की खबर को टाइम्स ऑफ इंडिया ने लीड बनाया था और तब (21…
न्यायाधीशों के पास अपने पक्ष में जनमत बनाने के लिए मीडिया के माध्यम से जनता तक जाने की स्वतंत्रता नहीं है, जो विधायिका, कार्यपालिका तथा एक सामान्य नागरिक को आसानी से सुलभ है।…
इतनी सुरक्षा की जरूरत क्यों है और ऐसे पर्दे क्यों चाहिए ! निर्भया पर बीबीसी की फिल्म बैन हुई थी तो एनडीटीवी ने स्क्रीन पर दीया जलाया था। उसके बाद जो हुआ उसके…
आज टाइम्स ऑफ इंडिया में पहले पन्ने पर एक साथ छपी दो खबरें ध्यान देने लायक है। इनमें एक बड़ी और दूसरी छोटी है। अखबारों में एक साथ छपने वाली खबरों का चयन…
समलैंगिक होने का जज होने से क्या संबंध वह भी तब जब समलैंगिकता अपराध नहीं रही लेकिन सरकार है कि 18 घंटे के लिए काम ही कम पड़ जा रहे हैं जजों की…
आपको याद होगा, कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार पर सार्वजनिक ठेके देने और सरकारी पदों पर भर्ती करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इतने भर से जांच नहीं हुए तो…
व्यवस्था ऐसी है कि सुप्रीम कोर्ट को सत्ता नहीं चाहिए लेकिन नेताओं को चाहिए, इसलिए अधिकारों के बेजा इस्तेमाल की संभावना नेताओं के मामले में ज्यादा है, सुप्रीम कोर्ट के लोग ऐसा कुछ…
बुद्ध का धर्म अपनी शुरुआत से लेकर अब तक गुजरे ढाई हजार से ज्यादा वर्षों में बहुत बड़े बदलावों से गुजरा है। इन बदलावों में कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें खारिज करने के…
जब पत्रकारीय आजादी व विवेक का मामला अपनी खास स्थिति में है, इन विचारों औऱ खबरों को चुनावी तैयारियों के साथ संविधान बदलने की कवायद माना जाए? आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के…
यह अपनी बेइज्जती खुद कराने की ‘राजनीति’ नहीं तो क्या है एंटायर पॉलटिकल साइंस में एमए, प्रधानसेवक की राजनीति दिलचस्प है। वे खुद कह चुके हैं, “मेरी राजनैतिक सूझबूझ कहती है, मनरेगा…