आज के अखबारों में कर्नाटक चुनाव की घोषणा और घृणा फैलाने वाले भाषण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी, राज्य नपुंसक है प्रमुखता से छपी है। हिन्दुस्तान टाइम्स की सेकेंड लीड है, ‘लोकतंत्र व्यवस्था…
दो कार्यकाल में दिल्ली में पार्टी के दो कार्यालय हो जाना वैसे ही बड़ी बात है। भ्रष्टाचार दूर करने के साथ-साथ हुआ है तो भाषण भी बनता है और यकीन हो कि भ्रष्टाचार…
राहुल गांधी के इस सवाल को छापने से भी शर्माने वाले मीडिया के लोगों ने 30 मिनट में तीसरी बार पूछा, ‘बीजेपी कह रही है, आपने ओबीसी का अपमान किया है’ और तब…
राजकमल झा के व्यंग पर सूजे चेहरे क्या कहते हैं? यह देशद्रोहियों-संविधान विरोधियों की पहचान करने का समय नहीं है? आज मेरे पांचों अखबारों में राहुल गांधी को सजा होने की खबर…
परसेप्शन बनाने के खेल में खबरों का हाल देखिये ऐसे युवा सवाल पूछने से ही नहीं, सवाल पूछे जाने से भी डरेंगे टाइम्स ऑफ इंडिया में आज पहले पन्ने पर सिंगल कॉलम…
गुजरातियों को बचाने और विरोधियों को फंसाने की कहानियां आज अखबारों में देखिए क्या मीडिया ने देशद्रोह के आरोप से बचने के लिए खबर को कम महत्व दिया, या सरकार का डर ही…
पुलिस को राजनीतिक संरक्षण तो ठीक है, उसे राजनीतिक दल की तरह बेशर्म न बनाया जाए आज के मेरे सभी अखबारों में यह खबर पहले पन्ने पर है कि दिल्ली पुलिस कल…
आइए, देखिये, पढ़िये और बताइए यह देशद्रोह नहीं है? मीडिया का हाल यह है कि गुजराती ठग के दिल्ली के पते की पुष्टि या खंडन नहीं है आज के मेरे सभी अखबारों…
इंडियन एक्सप्रेस में आज बाईलाइन और इतने महत्व के साथ क्यों? संभावनाओं, कारणों को टटोलती रिपोर्ट जो खबर से जुड़े राज तलाशती हैं आज की सबसे दिलचस्प खबर है, ‘धमकी, साजिश और…
आज के मेरे पांच में से तीन अखबारों की लीड है – सेम सेक्स की शादी से बवाल हो जाएगा – सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है। चौथे, इंडियन एक्सप्रेस ने जो…
उपराष्ट्रपति से कहा जा रहा है आप चीयर लीडर न बनें और मीडिया के लिए यह खबर नहीं है भारत में प्रेस की आजादी पर टिप्पणी भारत में रह कर की जाए…
द टेलीग्राफ में आज की लीड का शीर्षक है, चुनाव के लिए जो चमड़ी बेहद पतली है वही चिट्ठी के बाद बेहद मोटी है। अखबार में इसके तहत दो खबरें छपी हैं। पहली…
भाजपा त्रिपुरा की जीत को बड़ा और ऐतिहासिक बता रही है – द टेलीग्राफ में जेपी यादव ने इस शीर्षक से प्रकाशित अपनी टिप्पणी में लिखा है, “भाजपा ने त्रिपुरा में अपनी जीत…
2022 में नागरिकता छोड़कर विदेश में बसने वालों की संख्या 2011 के बाद सबसे ज्यादा है कौन बताएगा क्यों? आज के मेरे पांच अखबारों में पांच अलग-अलग लीड हैं। जब कोई बड़ी और…
एक तरफ घोटाला दर घोटाला की खबरें आ रही हैं दूसरी ओर, केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि सोरोस बूढ़े, अमीर और खतरनाक हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने इस खबर…
ये लोग विदेशी समाचार एजेंसियों पर विश्वास करते हैं पर भारतीय एजेंसियों पर विश्वास नहीं करेंगे। वे बीबीसी का हवाला तो देते हैं लेकिन भारतीय अदालतों पर यकीन नहीं करते। अगर एक…
चापलूसी वाली खबरों से भी बीबीसी जैसी डॉक्यूमेंट्री बन सकती है एक सामान्य सी खबर है। आप कह सकते हैं एक देसी समूह की कामयाबी की खबर है और अखबारों में छपी…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री की वैधता को लेकर विवाद 2014 से ही है। जब वे वाराणसी से अपना नामांकन देने गए तो शिक्षा के कॉलम में एमए लिखा और तभी से उनकी…
खड़गे ने बिड़ला और धनखड़ के अधिकार क्षेत्र से दूर कई प्रश्न पूछे लखनऊ में निवेशक सम्मेलन के दिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा और अगले दिन निवेशक सम्मेलन की खबर…
जब मीडिया सरकार के समर्थन में बेशर्म हो जाए अक्सर लोग कहते हैं कि विपक्ष को यह करना चाहिए, वह करना चाहिए। विपक्ष ऐसा क्यों नहीं कर रहा है, वैसा क्यों नहीं कर…
2014 में जब नरेंद्र मोदी सरकार में आये तो सबसे पहला बिल, भूमि अधिग्रहण बिल लाया गया। विकास के नाम पर लाया गया बिल, पूरी तरह से पूंजीपतियों के हित में था। स्वर्ग…
27,000 करोड़ रुपये एसबीआई के लिए एक प्रतिशत भी नहीं है पर 27,000 करोड़ तो है ही अडानी के 108 बिलियन डॉलर लुट गए और इसे “चाय के प्याले में तूफान” कह दिया…
खबरों के मामले में सरकार की चाहत और उलझन बताती दो खबरें आज की पहली खबर है, संपादकों ने केंद्र सरकार को बताया कि पीआईबी खबरों की जांच नहीं कर सकता। खबर…
एक समय था जब बीबीसी की खबरों से ही देसी खबरों की सत्यता की पुष्टि होती थी गोदी मीडिया के जमाने में जब गुजरात मॉडल लागू है तो बीबीसी सुप्रीम कोर्ट की आलोचना…
नेताजी सुभाष जयंती पर…. सुभाष बाबू 1938 के कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद ही कांग्रेस में वैचारिक संघर्ष भी छिड़ गया था। वे 1921…