
बीते बुधवार की रात मुंबई के चर्चित बीवाईएल नायर हॉस्पिटल में पढ़ने वाली सेकिंड ईयर की एक 26 वर्षीय रेजिडेंट मेडिकल छात्रा पायल तडवी ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
इस मामले में तीन सीनियर महिला डॉक्टरों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
पायल की महिला मित्र ने बिना तारीख और नाम वाली एक चिट्ठी अपने ट्वीट में सार्वजनिक की है जो वायरल हो रही है। ट्विटर पर #JusticeForPayal हैशटैग से एक कैम्पेन भी शनिवार रात शुरू हुआ है।
My friend,Dr. Payal Tadvi ended her life due to constant mental torture by her seniors at Nair hospital Mumbai.Her several complaints were never looked into. The three accused women should be punished.#JusticeForPayal @Dev_Fadnavis @girishdmahajan @HumansOfBombay @BuzzFeedIndia pic.twitter.com/tfg48JWOxs
— Dr. Simin Khan (@khan_simin) May 25, 2019
पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर उसने आत्महत्या की है, जिसके बाद तीन सीनियर महिला डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
ख़बरों के मुताबिक, मृतक पायल तडवी निचली जाति की थी और उसे तीन डॉक्टरों द्वारा परेशान किया गया था.
पायल की मौत के बाद उसके माता-पिता की शिकायत पर अग्रीपाड़ा पुलिस ने तीन सीनियर डॉक्टर डॉ. हेमा आहूजा, डॉ.भक्ति मेहर और डॉ.अंकिता खंडिलवाल के खिलाफ एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम, एंटी-रैगिंग अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है.
बता दें कि बुधवार शाम को तडवी को कॉलेज के हॉस्टल की आठवीं मंजिल पर लटका पाया गया था. प्राथमिक जांच के बाद, पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (ADR) का मामला दर्ज किया था.
इससे पहले 10 मई को पायल की मां ने अस्पताल के प्रशासन को एक पत्र लिखकर शिकायत की थी जिसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
पुलिस के अनुसार शुरू में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया था.अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधीक्षक के अनुसार तडवी के परिवार द्वारा गुरुवार को शिकायत दर्ज कराने के बाद तीन डॉक्टरों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. जांच चल रही है.
ताडवी नायर अस्पताल में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) के दूसरे वर्ष में थीं और वह जलगाँव की मूल निवासी थी. तडवी के परिवार ने दावा किया कि डॉक्टरों के लिए बनाए गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में तडवी की जाति को लेकर मजाक बनाया गया था और कुछ महीने पहले तडवी ने व्हाट्सएप ग्रुप पर चैट का स्क्रीनशॉट पुलिस को भेजा था.
तड़वी के पिता सलीम तडवी ने पुलिस से अपील की है कि वह उन तीन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे जिन्होंने उनकी बेटी की जान ले ली.