सुभाष गाताडे बीसवीं सदी के महान लोगों की अज़ीम शख्सियतों में शुमार डा अम्बेडकर (14 अप्रैल 1891 – 6 दिसम्बर 1956 ) को कौन नहीं जानता ? हिन्दोस्तां की सरज़मीं पर…
संजय श्रमण बाबा साहब आंबेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर भारत मे लोकतंत्र की कल्पना के बारे में कुछ गंभीर विचार किया जा सकता है। बीते एक दशक में लोकतंत्र का विचार…
(हम भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्म के 130वें साल में प्रवेश कर रहे हैं। ये एक ऐसा समय है, जब पूरी दुनिया एक भयानक संकट से…
आंबेडकर उत्सव-2020 ‘आपको एक ऐसी राजनीतिक पार्टी की जरूरत है, जो वर्गहित और वर्गचेतना पर आधारित हो और ऐसी पार्टी कोई दूसरी नहीं, सिर्फ ‘इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी’ है, जिसमें आप अपने हितों को…
क्या हमें कोई फ़र्क़ पड़ता है? ख़ैर, सवाल यह है कि क्या सरकार को कोई परवाह है? चूंकि,आपका काम आपके शब्दों से ज़्यादा बोलता है, इसलिए इस सवाल का स्पष्ट जवाब है- नहीं।…
आज कल टीवी स्क्रीन पर फिर से आंकड़ों का दौर आया है! एक ऐसा विचित्र समय आया है की, हर चैनल पर कोरोना संक्रमित, संक्रमण से बाहर निकले और कोरोना संक्रमण से मरने…
सिनेमा-सिनेमा की दूसरी कड़ी : इस कोरोंटाइन समय में आपको दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से परिचय संजय जोशी करवा रहे हैं. यह मीडिया विजिल के लिए लिखे जा रहे उनके साप्ताहिक स्तम्भ सिनेमा-सिनेमा…
ज़्याँ द्रेज़ सरकारी गोदामों के दरवाज़े खोलने में इतनी दिक्कत क्यों है? मौजूदा हाल में सरकार को क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की परवाह करनी चाहिए या देश की ग़रीब जनता की? भारत में अनाज…
प्रभात पटनायक मेरे एक परिचित और प्रतिष्ठित विषाणु-विशेषज्ञ मित्र का मत है कि कोरोना वायरस के खिलाफ सम्पूर्ण ‘लॉकडाउन’ कुछ ज्यादा ही बड़ी प्रतिक्रिया है. उनका तर्क है कि यह वायरस विदेश से…
भारत सरकार ने कोरोना से लड़ने की अपनी रणनीति नहीं बताई है. किसी योजना की भी घोषणा नहीं की है. अचानक घोषित लॉकडाउन 21 दिन के बाद नहीं बढ़ेगा ऐसा कैबिनेट सचिव बोल…
पंडित रविशंकर एक नर्तक थे जिन्होंने आगे चलकर एक सितार वादक और संगीतकार के रूप में ख्याति पाई। देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित पंडित रविशंकर को लगभग सभी बड़े पुरस्कार सम्मान मिले।…
महामारियों के साथ खास बात यह जुड़ी है कि लोग उन्हें भूल जाते हैं। सौ-सवा सौ साल पहले का समय भारत में बड़ी महामारियों का था लेकिन मेरे गांव में उसकी याद एक…
प्रधानमंत्री मोदी की 5 अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बत्ती बुझाकर दिया जलाने की अपील की अपार सफलता से कई लोगों के दिमाग़ की बत्ती जल गयी है। उनका कहना…
व्यक्तिवाद या हर व्यक्ति के भीतर आंतरिक मूल्य जोहने वाली धारणा ने सदियों से सामाजिक संगठनों, अर्थव्यवस्था और न्याय के बारे में अपने विचार रेखांकित किये हैं. हालांकि, हाल में व्यक्ति के मौलिक…
कहावत है, “हाथी जिये तो लाख का और मरा तो सवा लाख का”। आज मैं अपने पुराने (असल में मैंने कायदे से नौकरी एक ही की है लगभग 15 साल) अखबार जनसत्ता की…
इस कोरोंटाइन समय में आपको दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से परिचय संजय जोशी करवाएंगे. मकसद यह है कि हिन्दुस्तानी सिनेमा के साथ –साथ पूरी दुनिया के सिनेमा जगत की पड़ताल हो सके और…
जानलेवा कोरोना वायरस से पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है, अब तक लाखों इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और हजारों की संख्या में लोग रोज मारे जा रहे हैं. ऐसे…
शिक्षा अधिकार अधिनियम भारत की संसद द्वारा पारित ऐसा कानून है जो 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों के शिक्षा की जिम्मेदारी लेता है. एक अप्रैल 2020 को इस कानून को पारित…
कोविड-19 बीमारी को विश्व भर में फैलाकर महामारी बनाने में धार्मिक आयोजनों और धार्मिक यात्राओं की ख़तरनाक भूमिका दिखाई देती है। इसकी एक वजह ये है कि दूसरे आयोजन और समारोह में वर्गीय…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मार्च को हमेशा की तरह अपने अंदाज में रात के 8 बजे घोषणा की कि रात के 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन हो जाएगा. इससे चार…
केजरीवाल— अगले 18 दिन गीता के 18 अध्याय पढ़ो. मोदी सरकार– रामायाण और महाभारत देखो. स्टीफन हॉकिंग– इस ब्रह्मांड के संचालन में ईश्वर की भूमिका की गुंजाइश नहीं है. जन क्या है..? ‘जन वह…
इस बार मन की बात में प्रधानसेवक देश के लोगों से बारम्बार माफी मांग रहे थे और अपने चिर परिचित अंदाज में उपदेश दे रहे थे। दरअसल दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल, वैशाली…
भारत में चल रहे मौजूदा लॉकडाउन की तुलना 2016 की नोटबंदी के दौर से की गयी है। इसके कुछ वाजिब कारण हैं। प्रधानमंत्री ने देश भर को बंद करने की घोषणा अचानक ही…
लंदन से प्रकाशित दैनिक ‘इंडिपेंडेंट’ ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात पर चिंता जाहिर की है कि कई देशों की सरकारें कोरोना वायरस पर नियंत्रण के बहाने अपने उन कार्यक्रमों को पूरा करने में लग गयी हैं जिन्हें पूरा करने…
अपनी उन्नत स्वास्थ्य प्रणाली के बावजूद 86,000 मामलों के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक कोरोना महामारी का नया केंद्र बन गया है। एक हजार से अधिक अमरीकियों की पहले ही मौत हो चुकी…