रामजी तिवारी सन 1947 में जब देश आजाद हुआ, तो सबसे बड़ी समस्या उसके पुनर्निर्माण की थी। एक लम्बी गुलामी के बाद वह हर तरफ से समस्याओं में घिरा हुआ था। ये…
डॉ. आशीष मित्तल केन्द्रीय बजट 2021 के दो मुख्य पहलू हैं- एक कि अर्थव्यवस्था का संकट बहुत गहरा है और विदेशी तथा घरेलू कॉरपोरेट के विकास के लिए किसानों को और चूसा जाएगा।…
तालाबंदी के कारण निवेश बैठ गया। नौकरी चली गई। सैलरी घट गई। मांग घट गई। तब कई जानकार कहने लगे कि सरकार अपना खर्च करे। वित्तीय घाटे की परवाह न करे। इस बजट…
स्वतंत्र भारत में शल्य जी ने हिंदी में दर्शन की गतिविधियाँ शुरू करने का जो संकल्प लिया था, उसे समर्थन मिलना शुरू हुआ। डा. संपूर्णानंद, आचार्य नरेंद्र देव, प्रभाकर माचवे जैसे नायकों का…
आर. राम 26 जनवरी की किसान परेड और लाल किले पर संदिग्ध लोगों के नेतृत्व में हुए हंगामे के बाद बदली हुई परिस्थिति में सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म करने के सुनहरे…
'इनके सारे भाषण सांप्रदायिक विष से भरे थे, हिंदुओं में जोश पैदा करना व उनकी रक्षा के प्रबंध करने के लिए आवश्यक न था कि जहर फैले। इस जहर का फल अंत में…
पुरुषोत्तम शर्मा 26 जनवरी 2021 को सत्ता, आरएसएस और भाजपा की साजिशों का शिकार देश का शांतिपूर्ण और अनुशासित किसान आंदोलन बन ही गया। जैसे दिल्ली के सीएए विरोधी आंदोलन को तोड़ने और…
मोदी जी ने कहा-'आप शोरगुल के बीच विधेयक पारित क्यों नहीं करवाते? ' उपराष्ट्रपति जी ने कहा ' जब सदन के नेता तथा उनके साथी विपक्ष में हुआ करते थे तो शोरशराबे के…
हिंसा की घटना से किसान खुद शर्मिंदा थे। नेताओं की तरह सीना तान कर सही नहीं ठहरा रहे थे और न भाग रहे थे। बार बार कह रहे थे कि हिंसा ग़लत हुई।…
संकेत मिले हैं कि महागठबंधन में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) , असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद (अजायुछाप), असम जातीय परिषद (एजेपी) , कृषक मुक्ति संग्राम समिति और पिछले बरस बने राईजर दल…
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कभी नहीं चाहते थे कि बाबरी मस्जिद गिराई जाये लेकिन 6 दिसंबर,1992 के दिन अयोध्या में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे नेताओं के रहते …
मोदी-शाह जोड़ी की राजनीति के हाथ में, उनके गुजरात पोग्राम के दिनों से ही, कानून-व्यवस्था की स्थिति बंदर के हाथ में उस्तरा देने जैसी सिद्ध हुयी है। फरवरी, 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली के…
सेक्युलरिज़्म का अर्थ है राज्य का धर्म के मामलो से अलग रहना। राज्य लौकिक समस्याओं के लिए बनता है जबकि धर्म पारलौकिक समस्याओं पर चर्चा करता है। जब लौकिक समस्याओं का जवाब राज्य…
आजादी से कोई डेढ़ दशक पहले की बात है। प्रेमचंद के बहुचर्चित उपन्यास ‘गबन’ के एक पात्र देवीदीन ने पूछा था, ‘साहब, सच बताओ, जब तुम सुराज का नाम लेते हो, उसका कौन-सा…
इस डायरी की एक और खास बात यह है कि यह जेल के निचले दर्जे के सिपाहियों विशेषकर महिला सिपाहियों की तकलीफों के बारे में भी सहानुभूति के साथ विचार करती है। एक…
2016 में कुछ फ़ाइलें सार्वजनिक हुईं जिनसे पता चला कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने 1954 में नेताजी की बेटी की मदद के लिए एक ट्रस्ट बनाया था, जिससे उन्हें 500 रुपये प्रति…
यह बात आज दलितों के बीच एक आम राय की तरह स्थापित है कि कांशी राम डॉ अम्बेडकर के विचारों को व्यावहारिक रूप में लागू किया। समस्या यह है कि अम्बेडकर के मूल…
बिहार में 24 जनवरी की तारीख राजनीतिक गलियारों में खूब चहल -पहल वाली होती है . यह दिन बिहार के समाजवादी नेता दिवंगत कर्पूरी ठाकुर ( 1924 – 1988 ) का जन्मदिन है…
कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में ”जय श्री राम” के नारे लगाने की राजनीति का ममता बनर्जी ने मुंहतोड़ जवाब दिया। संबोधित…
"हमारा राजनीतिक दर्शन नेशनल सोशलिज़्म और कम्युनिज़्म का समन्वय होगा। स्थापना और प्रतिस्थापना के बीच के द्वंद्व का समाधान एक उच्चतर संश्लेषण के रूप में होना चाहिए। द्वंद्ववाद के नियम की यही माँग…
फरीदाबाद बाय पास रोड, खेड़ी पुल पर बसी भारत कालोनी में पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार के मजदूर सैकड़ों की संख्या में रहते हैं- 6×8 फुट के कमरों में चार-पांच तक, सम्मिलित किराया…
टेलीविजन चैनलों पर एंकर-एंकारानियां भिन्न दलों के प्रवक्ताओं को भी अर्नब के चैट से दूर, किसान आंदोलन के अपने विषय पर केंद्रित रखने की कोशिश में जान लगा रही हैं। ऐसी हालात में…
गोदी मीडिया के ज़रिए भारत के लोकतंत्र की हत्या की जा चुकी है और आप इस हत्या के मूक दर्शक हैं. गवाह हैं. फिर भी चुप हैं. आप भी अर्णब की तरह भारत…
अवध में 1920-21 में बाबा रामचंद्र और मदारी पासी के नेतृत्व में बड़ा किसान आंदोलन हुआ। वास्तव में अवध का किसान आंदोलन गांधी और पटेल के नेतृत्व में हुए किसान आंदोलनों से अधिक…
पिछली बार निर्वाचित विधायको में खुद दुष्यंत चौटाला और उनकी माता नैना चौटाला भी हैं। बस वही माँ-बेटा अब खट्टर सरकार के साथ रह गये लगते हैं। जजपा के बाकी सभी विधायक इन…