यह भी एक विडंबना है कि, सरकार को, 1980 से लंबित पड़ी, धर्मवीर कमीशन की रिपोर्ट जो पुलिस सुधार के बारे में है, को सुप्रीम कोर्ट के अनेक आदेश देने के बाद भी,…
1968 में ही ललई सिंह जी ने ‘दि रामायना: ए ट्रू रीडिंग’ का हिन्दी अनुवाद करा कर ‘सच्ची रामायण’ नाम से प्रकाशित कर दिया। छपते ही सच्ची रामायण ने वह धूम मचाई कि…
दोस्तों, आपने वो गाना सुना था, ”कबूतर जा जा जा, पहले प्यार की पहली चिठ्ठी साजन को दे आ…..” ये जो बुलबुल है, वो भी कबूतर की तरह का एक पक्षी होता…
दोस्तों, दिल्ली यूं तो देश की राजधानी है, और जाहिर है देश के सभी बड़े कामों की शुरुआत यहीं हुआ करती है। लेकिन पिछले दिनों कुछ ऐसी चीजें इस राजधानी में हुई जिनकी…
तो दोस्तों, देश कहां जा रहा है, कोई सवाल नहीं है. कहने वाले कहते हैं, और सही कहते हैं, कि भाई ये ना पूछो कि कहां जा रहा है, कि कहीं तो…
दोस्तों, इस देश को बदनाम करने में लगे घनघोर ग़ैर-राष्ट्रवादियों को क्या कहा जाए, जो समय-बेसमय-कुसमय महिला कार्ड, दलित कार्ड, माइनियोरिटी कार्ड खेलते हैं और दुनिया की नज़रों में भारत यानी विश्वगुरु…
भारत में, ख़ासतौर पर उत्तर भारत के हिन्दी बेल्ट में एक फ़ैशन आम हो गया है, कुछ लोग चाहते हैं कि दुनिया में कहीं भी कोई मुसलमान बंदा कोई अपराध करे तो भारत…
आज तक की श्वेता सिंह आप को याद है, वही एंकर जिसने भारतीय मुद्रा 2000 रुपए के नोट को लेकर एक अफवाह फैलाई थी कि उसके एक इलेक्ट्रॉनिक चिप है जो नोट…
“आपने हमें भेड़ियों के आगे फेंक दिया।” बंटवारे की खबर मिलने के बाद, यह गंभीर और कड़ी प्रतिक्रिया, थी सरहदी गांधी, खान साहब अब्दुल गफ्फार खान, यानी बादशाह खान की। यह वाक्य…
तो दोस्तों, सुना कि परिधान मंतरी ने लालकिले से पिचासी मिनट बेरोकटोक बोला, और बिना टेलीप्राॅम्पटर के बोला। लीजिए दोस्त लोग आलोचना करने से बाज नहीं आ रहे, और दूसरी तरफ परिधान मंतरी…
पिछले कुछ बरसों में हमारे महापुरुषों के बारे में बहुत अफवाहें फैलाई गई हैं, उनके बीच झगड़े और मतभेद दिखाने की कोशिशें की गई हैं। ऐसा करने वाले वही लोग हैं जो न…
डॉ.अमरनाथ दिसंबर 1920 में ‘सरस्वती’ से विदा लेते समय ‘संपादक की विदाई’ शीर्षक अपने संपादकीय में आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी ने लिखा है, “मैं सेवा का अर्थ अच्छी तरह जानता हूँ. अतएव मैं…
बिहार के सत्ता ढांचे में ऐसी हेरफेर की उम्मीद हाल तक शायद ही किसी ने की होगी। पिछले सत्रह वर्षों से वहां सरकार की धुरी नीतीश कुमार ही बने हुए हैं लिहाजा एक…
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी को झटका देकर आरजेडी से गठबंधन करके नयी सरकार बना ली है। अब उनके गठबंधन में सात दल हैं जिसमें वामपंथी दल भी शामिल हैं. नीतीश…
अब, जब उत्तर प्रदेश, कम से कम महिलाओं के उत्पीड़न व अपमान के मामलों में, एक बार फिर प्रश्न-प्रदेश में बदल गया लगता है, याद आता है कि उसके गत विधानसभा चुनाव के…
हिंदी अखबारों में पहले पेज पर खबर पढ़ी कि अपने सिरमौर उद्योगपति मुकेश अंबानी जी लगातार दो साल से रिलायंस इंडस्ट्रीज से वेतन नहीं ले रहे हैं तो मैं अचानक बहुत भावुक हो…
पुण्यतिथि पर विशेष: तत्कालीन फैजाबाद जिले में, पहले जिसे विभाजित कर अम्बेडकरनगर जिले का सृजन किया गया, फिर बचे हिस्से का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया, अरई नामक ग्राम में सात…
जिस लोकतंत्र का मैंने विचार कर रखा है, उस लोकतंत्र का निर्माण अहिंसा से होगा, जहाँ हर किसी के पास समान आज़ादी और अधिकार होंगे। जहाँ हर कोई खुद का शिक्षक होंगा और…
सोशल मीडिया पर, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के संदर्भ में, एक पोस्ट लगातार शेयर की जा रही है, जिसमे यह बताया जा रहा है कि, आखिर 52 साल तक आरएसएस ने, अपने मुख्यालय और…
जस्टिस एएम खानविलकर रिटायर हो गए हैं। पर रिटायर होने के पहले उन्होंने जिन कुछ मुकदमों का निस्तारण किया है, उनके फैसलों में आए कुछ निष्कर्ष ऐसे हैं, जिन्होंने, कानूनी जानकारों को न…
इस आरएसएस प्रायोजित हिंदू समय में देश की तमाम विभूतियों पर क़ब्ज़ा जमाने का अभियान तेज़ हो गया है। इसी क्रम में असत्य, अर्धसत्य और कूटरचित दस्तावेज़ों के ज़रिये प्रेमचंद के हिंदू मन…
आज के अखबारों में यह खबर छपी है कि 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ था, इसी विरोध में कांग्रेस ने काले कपड़ों में प्रदर्शन किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह…
अमिताभ श्रीवास्तव जयशंकर प्रसाद की कविता की यह पंक्ति एक तरह से हिंदी सिनेमा की कोलाहल और कलह भरी दुनिया में जयदेव जैसे अनूठे संगीतकार का परिचय पत्र भी बन जाती हैं। शोरशराबे…
इंडियन एक्सप्रेस में आज पहले पन्ने पर एक शीर्षक के जरिए पूछा गया है, रेवड़ी की बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा? अखबार के संवाददाता पी वैद्यनाथन अय्यर ने चुनाव आयोग से…
तो दोस्तों, वो लोग जिन्हें मोटी तनख्वाह मिलती हो, घूमने के लिए गाड़ियां, लाखों रुपये पैट्रोल के लिए, जब चाहे विदेश घूमने की, वो भी मुफ्त आज़ादी और सुविधाएं, मोटे भत्ते और पेंशन…