शनिवार को एक ख़बर कई वेबसाइटों पर छपी जिसमें बताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की संपत्ति में 300 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस ख़बर को शाम होते-होते तकरीबन हर जगह से हटा लिया गया है।
इनमें टाइम्स ऑफ इंडिया, नवभारत टाइम्स, इकनॉमिक टाइम्स, आउटलुक, दैनिक भास्कर, ज़ी न्यूज़ प्रमुख हैं।
पीटीआइ के पत्रकार प्रियभांशु रंजन फेसबुक पर लिखते हैं:
”एक मेल आता है और अमित शाह की संपत्ति में 300% इजाफे की खबर गायब कर दी जाती है। बस इतना जान लें कि मेरे पास वो मेल है। मेरे मीडिया हाउस में ऐसा कोई मेल नहीं आया। मुझे किसी और मीडिया हाउस के पत्रकार ने सबूत के तौर पर वो मेल दिखाया है। उस मेल में साफ तौर पर लिखा गया है कि अमित शाह वाली खबर नहीं चलानी है। अगर खबर चला दी गई है तो उसे हटाया जाए। मैं वो मेल सोशल मीडिया पर शेयर नहीं कर सकता, क्योंकि इससे उस पत्रकार की नौकरी चली जाएगी, जिसने मुझे वो मेल भेजा है।”
पत्रकार दिलीप खान ने इस संबंध में अपनी फेसबुक पोस्ट लिखी:
”आज नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने एक ख़बर लगाई। ख़बर के मुताबिक़ 5 साल में अमित शाह की संपत्ति 300% बढ़ी है। इसका विश्लेषण आप लोग कीजिए कि अचानक मोटा भाई के पास इत्ता पैसा कहां से आया। लेकिन विश्लेषण करने से पहले ही ये ख़बर हटा दी गई। यानी, आप वही ख़बर देखेंगे जो डॉन चाहता है। किसी की संपत्ति पर दिन भर ख़बरें चलेंगी, किसी पर एक ख़बर भी नहीं पढ़ सकते। हे नवभारत टाइम्स, किसके दबाव में हटाए ख़बर ये भी बता दो।”
इसी पोस्ट पर नभाटा ऑनलाइन के संपादक नीरेंद्र नागर को टैग कर के जब यह सवाल पूछा गया तो पहले उन्होंने अपनी आइडी से जवाब दिया और बाद में नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की आधिकारिक फेसबुक आइडी से वही जवाब दिया।