8 दिसंबर को आम आदमी पार्टी के समर्थकों की ओर से अरविंद केजरीवाल का महत्वपूर्ण इंटरव्यू देखने की अपील सोशल मीडिया पर की जा रही थी। यह इंटरव्यू शाम छह बजे आज तक पर और 9 बजे टीवी टुडे ग्रुप के अंग्रेज़ी चैनल इंडिया टुडे पर प्रसारित होना था।
केजरीवाल का इंटरव्यू किया था इस ग्रुप के चर्चित ऐंकर और मशहूर पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने। मौका था एजेंडा आज तक का। 7 दिसंबर की शाम यह कार्यक्रम था जिसके बारे में सुबह ही राजदीप ने ट्वीट कर दिया था कि केजरीवाल बेहिचक सारे सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हो गए हैं और बाक़ी नेताओं को भी इसी तरह पत्रकारों के सावालों का जवाब देना चाहिए।
इंटरव्यू में राजदीप ने केजरीवाल से काफ़ी तीखे सवाल पूछे। वे यह साबित करने पर तुले थे कि आम आदमी पार्टी से नज़दीकी और मोदी विरोधी होना उन पर लगाया जाने वाला बेज़ा आरोप है। केजरीवाल ने भी कोई मुरव्वत नहीं की और नोटबंदी को लेकर आठ लाख करोड़ के घोटाले के अपने आरोप को दोहराया। उन्होंने ख़ासतौर पर सहारा और बिड़ला के दफ़्तरों से के छापे के आधार पर बने आयकर विभाग के उन दस्तावेज़ो को लहाराया जिनमें कहा गया था कि इन कंपनियों ने गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को करोड़ों की रिश्वत दी। राजदीप ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए ऐसे आरोप न लगाने की नसीहत दी तो केजरीवाल ने चुनौती दी कि मोदी जाँच से क्यों डरते हैं जबकि हवाला मामले में ऐसा करने का स्पष्ट अदालती आदेश है।
बहरहाल, कार्यक्रम में रंग जमा। राजदीप ने 8 दिसंबर की सुबह ही इसे देखने की अपील ट्विटर पर की जिसे केजरीवाल ने रीट्वीट किया। कार्यक्रम शाम छह बजे आजतक और इंडिया टुडे पर 9 बजे आना था।
इस इंटरव्यू को लेकर दिलचस्पी राजदीप और केजरीवाल के ट्विटर संवाद की वजह से भी बढ़ी थी। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि राजदीप उनका तो उपहास करते नज़र आये जबकि सोनिया गाँधी के सामने बच्चे बन गए थे। कुछ अन्य दर्शकों ने भी यह सवाल उठाया जिस पर राजदीप ने सफ़ाई पेश की थी।
बहरहाल, सबको इंतज़ार था कि राजदीप के शो में रात नौ बजे इंटरव्यू दिखाया जाएगा जैसा कि ऐलान हुआ है। लेकिन आज तक पर तो इंटरव्यू दिखाया गया जबकि इंडिया टुडे पर प्रोमो चलने के बावजूद केजरीवाल का इंटरव्यू नहीं चला। ऐसा भी नहीं कि कोई भूकंप आ गया या फिर दूसरी तरह की ब्रेकिंग न्यूज़ आ गई थी। राजदीप के शो के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का इंटरव्यू दिखाया गया।
बहरहाल, राजदीप ने दर्शकों से यूट्यूब पर यह इंटरव्यू देखने की सलाह दी। जवाब में दर्शकों ने केजरीवाल का इंटरव्यू ड्रॉप करने पर सवाल उठाए।
सवाल है कि आख़िर चैनल ने ऐसा क्यों किया। क्या केजरीवाल के इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी पर लगाए गए आरोपों को दोहराने से रोकने के लिए सत्ता प्रतिष्ठान से कोई दबाव पड़ा या फिर साहेब की भृकुटि को भाँपकर टीवी टुडे ग्रुप के मालिक अरुण पुरी ख़ुद ही लोट गए। आख़िर उनके अलावा कौन है जो अपने ही चैनल और उसके सबसे बड़े चेहरे राजदीप को झूठा साबित कर सकता था। …इतिहास सवाल करेगा कि आज तक सबसे तेज़ तो था लेकिन पहुँचा कहाँ..?
बहरहाल, जो लोग यह इंटरव्यू देखना चाहें उनके लिए पेश है—