देश की राजनीति में आरक्षण काफी असरदार मुद्दा है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री मोदी ताल ठोंककर कहते रहे हैं कि कोई माई का लाल आरक्षण हटा नहीं सकता। लेकिन इस घोषणा के…
परिदृश्य : 01 अमेरिका के 16 वें राष्ट्रपति रहे अब्राहम लिंकन (1809 -1865 ) के पिता जूते बनाते थे.वे जब राष्ट्रपति चुन लिये गये तो अमेरिका के अभिजात्यवर्ग को जबरदस्त ठेस लगी। वो…
इस कठिन कठोर कोरोना काल में संजय जोशी दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से आपका परिचय करवा रहे हैं. उनका यह पाक्षिक स्तम्भ सोमवार को प्रकाशित होता है। अब तक प्रकाशित कड़ियाँ आपको लेख के आख़िर…
पुष्परंजन अयोध्या में दोबारा से भूमिपूजन? यह काम राजीव गांधी सरकार के समय हो चुका था मोदी जी! तारीख 9 नवंबर 1989, इस दिन अयोध्या में राममंदिर के वास्ते भूमिपूजन और शिलान्यास दोनों…
स्वामी अछूतानंद ‘हरिहर’ का आदि-हिंदू आंदोलन बीसवीं शताब्दी के शुरुआती दशकों में हिंदी पट्टी में एक नयी बेचैनी लेकर आया था। स्वामी अछूतानंद के इस आंदोलन की अवधारण का पहला भाग आप 14…
कुछ दिन पहले एक लेख में रूसी विद्वान प्रोफ़ेसर सर्गेई कारागानोव ने कहा है कि पश्चिम के लोकतांत्रिक देशों को यह पता नहीं है कि बिना शत्रु के कैसे रहा जा सकता है.…
दुनिया के सभी तानाशाह हुक्मरान सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिये कोरोना महामारी का बेजा इस्तेमाल कर रहे है. हम मीडिया विजिल के चुनाव चर्चा कॉलम के 8 जुलाई के पिछले…
भदन्त बोधनन्द की नौरत्न कमेटी में स्वामी अछूतानन्द ‘हरिहर’ एकमात्रा दलित जाति (चमार) सदस्य थे, जो उस समय आदि-हिन्दू आन्दोलन के प्रवर्तक और दलित समाज के महान नायक, कवि और सम्पादक थे।…
विकास दुबे के एनकाउंटर से कुछ चैप्टर बंद हुए तो कई खुल गए हैं उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी कम सरेंडर के बाद ही कयास लगाया जा रहा था कि कुख्यात विकास…
देश के कतिपय बौद्धिक वर्ग के मत में धर्मनिरपेक्षता, हिन्दुत्ववाद से पराजित हो चुकी है। धर्मनिरपेक्षता का प्रोजेक्ट असफल हो चुका है। इसका स्थान हिंदुत्व के प्रोजेक्ट ने ले लिया है। प्रकारांतर से…
बीबीसी न्यूज हिंदी ने 2 जुलाई को खबर दी कि व्लादिमिर पुतिन के संवैधानिक सुधारों को रूस में जनमत संग्रह में भारी समर्थन मिला है। संकेत हैं कि वे 2036 तक राष्ट्रपति बने…
इस कठिन कठोर कोरोना काल में संजय जोशी दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से आपका परिचय करवा रहे हैं. उनका यह पाक्षिक स्तम्भ सोमवार को प्रकाशित होता है। अब तक प्रकाशित कड़ियाँ आपको लेख…
कुमार सम्भव कोरोना महामारी के बीच विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण राजनीतिक पहल हुई। कोरोना के बाद के विश्व पर चर्चा अभी गरमा ही रही थी कि 11 मई, 2020 के दिन…
गोमूत्र से ठीक होने वाले कोरोना के संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत तीसरे नंबर पर पहुंचा। 21 दिन में कोरोना के खिलाफ जीते जाने वाले युद्ध की अब चर्चा भी नहीं…
पिछले करीब सात वर्ष से देश में ‘पोस्ट ट्रुथ मीडिया’ का दौर चल रहा है। इस दौर में मीडिया जितना विवादास्पद बना है,उतना पहले कभी नहीं रहा। पोस्ट ट्रुथ मीडिया ने मीडिया की…
जब से प्रिंटिंग, तब से फ़ेक न्यूज़ माना जाता है कि फ़ेक न्यूज़ का इतिहास, कम से कम प्रिंटिंग प्रेस के इतिहास जितना पुराना तो है ही। जब साल 1439 में, गूटेन्बर्ग ने…
आज़ादी के पहले जनमे भारतीय चित्रकारों के पास सबसे बड़ी समस्या उनकी अपनी परंपरा को लेकर ही थी। यह परंपरा जहाँ एक ओर आकृतिमूलक या फिगरेटिव चित्रकला से जोड़ती थी वहीं इसमें सिरे…
वरिष्ठ पत्रकार रामशरण जोशी ने इस कोरोना काल में तीसरे प्रेस आयोग के गठन की माँग उठायी है। वे पहले भी ऐसी मांग उठा चुके हैं, लेकिन मीडिया की मौजूदा हालत को देखते…
बीते बयासी दिनों मे तालाबंदी के दौरान भारत मे आर्थिक प्रक्रियाओं को भयानक नुकसान हुआ है। उससे उबरने के लिए किसी सकारात्मक पहल की बजाय केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा…
द्वितीय विश्व युद्ध में नाज़ीवाद के विरुद्ध निर्णायक जीत की 75वीं वर्षगाँठ पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस महायुद्ध, उसके बाद की दुनिया और वर्तमान वैश्विक स्थिति पर एक विस्तृत लेख…
“संवैधानिक और कानूनी उपायों के बावजूद लोकतंत्र को कुचलने वाली शक्तियां आज पहले से अधिक मज़बूत हैं. मैं यह नहीं कहता कि राजनैतिक तृत्व परिपक्व नहीं है.. लेकिन कुछ कमियों…
इस लेख की शुरुआत हम, दो क़िस्सों से करना चाहते हैं। ये क़िस्से, दरअसल सच्चे घटनाक्रम ही हैं लेकिन इनकी वैधता पर सामाजिक, वैचारिक और राजनैतिक विश्लेषण भी ज़रूरी है। पहला किस्सा मई,…
मोदी सरकार के लिए कोरोना काल में इसी बरस अक्तूबर-नवम्बर में संभावित बिहार विधान सभा चुनाव के मायने बहुत गहरे हैं। 2014 के लोक सभा चुनाव से ही मोदी जी की भारतीय जनता…
इस कठिन कठोर कोरोना काल में संजय जोशी दुनिया की बेहतरीन दस्तावेज़ी फ़िल्मों से आपका परिचय करवा रहे हैं. इस बार से उनका स्तम्भ सिनेमा-सिनेमा पाक्षिक हो रहा है। दिन वही रहेगा यानी…