मोनू 28 मार्च की रात ही अपने किराये के मकान से निकला था सिविल लाइंस बस अड्डे की ओर जिससे उसे कोई बस या गाड़ी मिल सके और वह अपने गांव महोबा जा…
जो अदृश्य है उस पर सहसा विश्वास नहीं होता। उसे देखने के लिए या तो दर्शन की दिव्य दृष्टि चाहिए या इलेक्ट्रान अथवा आप्टिकल माइक्रोस्कोप। प्राचीन धर्मग्रन्थों का तो मुझे पता नहीं लेकिन…
मोदी सरकार द्वारा कोरोनाकाल में सफाई कर्मचारियों के लिए 50 लाख रुपए का बीमा निश्चित रूप से एक अच्छा निर्णय है। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। इस दौरान अगर किसी कर्मचारी की कोरोना…
COVID-19 महामारी से जूझते अपने मुल्क़ की अवाम को संबोधित करते हुए सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लुंग ने कोविड-19 के चिकित्सकीय, आर्थिकी और मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर बात की थी और समाज के…
भारत के नागरिकों पर COVID-19 महामारी के प्रकोप को कम करने के लिए भारतीय वित्त मंत्रालय ने 1.7 लाख करोड़ का पैकेज का घोषित किया है. यह पैकेज अपर्याप्त और अपमानजनक है क्योंकि…
इक्कीस दिनों की कर्फ़्यूनुमा देशबंदी का फैसला देश के सामने कोरोना की विभीषिका की बढ़ती गति को थामने का एक अनिवार्य उपाय बतलाया गया है। पूरे देश ने इसकी ज़रूरत को महसूस किया…
‘कहाँ है ईश्वर? क्या वह मनुष्य जाति के इन कष्टों का मज़ा ले रहा है? एक नीरो, एक चंगेज, उसका नाश हो!’ यह वाक्य शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के मशहूर लेख मैं नास्तिक क्यों…
कोरोना के बहाने दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग़ के धरने को जबरन हटा दिया जबकि इस बीच ख़बर यह आ रही थी कि पिछले एक-दो दिन से वहां धरना सांकेतिक रूप से ही…
कोरोना वायरस की रोकथाम को किए गए लॉकडाउन से पहले रोजी-रोटी की तलाश में देश के अन्य राज्यों में गए मजदूर अब अपने-अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. कुछ ही खुशकिस्मत हैं…
सूचना और दूरसंचार मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि वे 2 किलो ज्यादा इम्दादी अनाज सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 80 करोड़ लाभान्वितों को देंगे. 80 करोड़ बड़ी जनसंख्या होती है. यदि…
मंगलवार की रात 8 बजे जब देशव्यापी बंद की प्रधानमंत्री ने घोषणा की, उसके एक दिन पहले ही आने वाले दिनों की आहट में दिल्ली के एक सब्जी विक्रेता संतराम ने सब्जी का…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कहने पर 22 मार्च को भारत के 130 करोड़ लोगों ने “जनता कर्फ्यू” में भाग लिया. इस बीच स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मास्क, गाउन और दस्ताने जैसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट…
राजधानी दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में उत्तर-पूर्व के लोगों विशेषकर महिलाओं और छात्रों के साथ नस्लीय हिंसा और उत्पीड़न एक गंभीर और पुराना मसला है, फिर भी इस मसले पर कभी…
दृश्य एक– साम्यवादी क्यूबा ने कोरोना से निपटने के लिए डॉक्टरों का एक बड़ा दल इटली भेजा। यही नहीं, कोरोना मरीज़ों से प्रभावित ब्रिटेन के जिस क्रूज़शिप को दुनिया के किसी बंदरगाह पर…
बीते वर्ष राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी रिपोर्ट ‘क्राइम इन इंडिया- 2018’ लगभग एक वर्ष के विलम्ब से जारी की गयी है, जिसमें अन्य अपराधों के साथ-साथ अनुसूचित जातियों के विरुद्ध अपराध…
विश्व-परम्परा में ज्ञान-सत्ता को सदैव राजसत्ता से ऊपर माना जाता रहा है : संस्कृत-सुभाषित ‘विद्वत्वंच नृपत्वंच नैव तुल्यं कदाचन, स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान् सर्वत्र पूज्यते’ में इसी व्यापक लोकहित का ध्वनन हो रहा…
कोरोना वायरस की वजह से स्कूल बंद होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस जारी कर पूछा था कि वे बताएं कि वे बंद के दौरान बच्चों को…
दुनिया भर में सैनिटाइज़र यानी हाथ धोने वाले द्रव्य का बाज़ार गरम है और स्टॉक खाली हैं। सबको बताया गया है कि हर काम करने के बाद और पहले हाथ धोइये वरना कोरोना…
देश भर से एक हजार से अधिक महिलाओं ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानि एनपीआर को वापस लेने की मांग की है. इन महिलाओं ने अपने पत्र…
ई.वी.रामास्वामी नायकर 'पेरियार 'की पुण्य-तिथि पर विशेष
विनय रतन सिंह, भीम आर्मी के अध्यक्ष हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की जातीय हिंसा के लिए भीम आर्मी को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जबकि विनय रतन सिंह…
हिंदी समेत तमाम भारतीय भाषाओं को हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट में स्थान दिलाने के लिए दशकों से संघर्ष कर रहे श्यामरुद्र पाठक को अभी-अभी (क़रीब 11 बजे दिन) दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया।…
मई दिवस क्या है और इसका क्या महत्व है, आज का मीडिया इसे बताने में नहीं, छिपाने में दिलचस्पी रखता है। संपादक से मैनेजर बन चुके लोगों के लिए इस पर बात करना…
एबीपी के मराठी चैनल एबीपी माझा के ख़िलाफ़ इन दोनों सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त कैंपेन चल रहा है। लोगों का आरोप है कि एबीपी माझा पूरी तरह से बीजेपी की गोद में बैठ…
इसमें शक़ नहीं कि गाँधी की तुलना में अंबेडकर ज़्यादा आधुनिक और वैज्ञानिक सोच वाले हैं। दोनों में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान तीख़ी बहसें हुईं। इन बहसों का सर्वाधिक असर गाँधी पर पड़ा।…