"रामदेव की सीनाजोरी की एक बड़ी वजह यह भी है कि वह एक वोट बैंक को अपील करता है और इसलिए सत्ता के दावेदारों को उसे छेड़ने से पहले कई बार सोचना होगा।…
लक्षद्वीप में सरकार की ओर से नियुक्त प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के कई सारे फैसलों के वहां की जनता के द्वारा हो रहे व्यापक विरोध के बीच – कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल…
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की वैक्सीन नीति की दिशाहीनता के चलते आज देश की 130 करोड़ आबादी की मात्र 11% जनसंख्या को वैक्सीन की फुल डोज और 3%…
‘समय और चित्रकला ‘शीर्षक से प्रख्यात चित्रकार अशोक भौमिक की लेख शृंखला की यह दसवीं कड़ी पहली बार 21 जून 2020 को मीडिया विजिल में प्रकाशित हुई थी। कोरोना की पहली लहर के…
‘समय और चित्रकला ‘शीर्षक से प्रख्यात चित्रकार अशोक भौमिक की लेख शृंखला की यह नौवीं कड़ी पहली बार 14 जून 2020 को मीडिया विजिल में प्रकाशित हुई थी। कोरोना की पहली लहर के…
समय और चित्रकला ‘ शीर्षक से प्रख्यात चित्रकार अशोक भौमिक की लेख शृंखला की यह आठवीं कड़ी पहली बार 7 जून 2020 को मीडिया विजिल में प्रकाशित हुई थी। कोरोना की पहली लहर…
समय और चित्रकला ‘ शीर्षक से प्रख्यात चित्रकार अशोक भौमिक की लेख शृंखला की यह सातवीं कड़ी पहली बार 31 मई 2020 को मीडिया विजिल में प्रकाशित हुई थी। कोरोना की पहली लहर…
"वे मार्क्सवादी थे और कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो के जनक कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स की आदर्श मित्र जोड़ी के एक स्वघोषित पैरवीकार। मार्क्स ने पूंजीवाद में मनुष्य के बढ़ते एलियनेशन को मानव समाज के…
1656 में बने एक चित्र, 'रोम का चोंच वाला डॉक्टर' (डॉक्टर स्नेबेल ऑफ़ रोम ) में ऐसे चिकित्सकों की वेश भूषा का सटीक विवरण मिलता है। ऐसे डॉक्टरों का मुखौटा किसी पक्षी के…
लाल बहादुर वर्मा यानी हमारे ‘वर्मा जी’ जिससे भी मिलते उसे एक टास्क दे देते थे। उनके जाने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे वे हमें उनसे जुड़ने उनके बारे में कहने…
युगों से महामारी के दौर को चित्रकारों ने अपनी रचनाओं में चित्रित किया है। इन चित्रों को हम शुद्ध दस्तावेज़ के रूप में अगर न मानें तो भी, ऐसी कृतियाँ हमें महामारी के…
धर्म ने मनुष्य के मन में बार बार एक काल्पनिक 'डर' के संचार करने का प्रयास किया, और जिसे ज्यादा भयावह बनाने के लिए 'सामूहिक मृत्यु' यानी एक ही समय में-एक ही कारण…
"किसी महामारी में, चित्रों के माध्यम से सबसे व्यवस्थित ढंग से इस्तेमाल शायद हमें यूरोप के ब्यूबोनिक प्लेग महामारी के दौरान दिखता है। इस महामारी के दौरान संत सबेस्टीन (300 ईस्वीं) को इस…
कोरोना के कोहराम के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह चुप हैं, लेकिन उनके गृह ज़िले चंदौली में हर तरफ़ हाहाकार मचा हुआ है। पंचायत चुनाव के बाद कोरोना की उफनाई लहर में गाँव के…
"अब भागवत जी को चाहिए कि वे अपने कार्यकर्ताओं की विशाल सेना को देश में वैज्ञानिक मानसिकता, विज्ञान और सत्य के प्रचार में लगाएं। सरकार से भी कहें कि वह असत्य से ऊपर …
"इन सभी चित्रों में जीवन के तमाम सुन्दर और सकारात्मक पक्षों के विरुद्ध एक भय को संचार करने की, धर्म की कोशिश दिखती है। महामारी के बाद जीवन के प्रति मोह की कमी…
यूरोप में 1348 से आरम्भ होकर 1381 तक चले प्लेग की महामारी ने यूरोप की आधी आबादी को लील लिया था। इस महामारी का सबसे सटीक वर्णन इटली निवासी इतिहासकार एगनोलो डी टुरा…
कोरोना काल में एक दूसरे की मदद करने की तमाम कहानियाँ सोशल मीडिया में तैर रही हैं, लेकिन करुणा के प्रतीक गौतम बुद्ध के नाम पर बने नोएडा में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी…
गोवा मेडिकल कॉलेज में लगातार फिर 13 मरीज़ों की जान ऑक्सीजन की कमी से गई देश भर में जहां एक ओर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी की ओर से ये माहौल बनाया…
कोरोना से मचे कोहराम के बीच दिल्ली के जिन परिवारों के कमाने वाले सदस्य की मौत हुई है उन्हें दिल्ली सरकार मदद करेगी। जिन बच्चों के माँ-पिता, दोनों ही कोरोना की वजह से…
इस साल हाल में चार राज्यों और एक केन्द्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए. देश में कोरोना की दूसरी अत्यंत घातक लहर के बीच जिस ढंग से ये चुनाव करवाए गए, वह केंद्र…
हालांकि पीएम मोदी ने अपने प. बंगाल के चुनाव अभियान से अहसान की तरह समय निकाल कर, दावों के साथ घोषणा की थी कि 1 मई से 18 साल या उससे से अधिक…
10 मई विशेष – ऊपर की मुख्य तस्वीर में बाएँ एक पोट्रेट है। यह रेखाचित्र अज़ीमुल्ला ख़ान का है। माना जाता है कि यह शरलॉक होम्स जैसे जासूसी किरदार के रचयिता सर…
10 मई 1857 से शुरू हुए प्रथम स्वाधीनता संग्राम की याद में विशेष 10 मई 1857 को मेरठ से भड़का विद्रोह, अंग्रेज़ों की नज़र में सिर्फ़ सिपाही विद्रोह था, लेकिन वास्तव में…
कोविड19 के प्रकोप से ध्वस्त होते सिस्टम और मरते नागरिकों की पुकार के बीच भारतीय जनता पार्टी के पास अंततः अपने उस सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के एजेंडे के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।…