कृषि क़ानूनों के खिलाफ़ संयुक्त किसान आंदोलन के नेतृत्व में जारी किसान आंदोलन आज 133वें दिन भी जारी रहा। संगठन की ओर से जारी प्रेस नोट-
केंद्र सरकार के किसान हितैषी होने के दावे लगातार झूठे साबित हो रहे है। किसान लंबे समय से फसलों के उचित दामों और बढ़ रहे खर्चे के मामलों पर संघर्ष करते आ रहे है। किसान इस समय मे दोगुनी मार झेल रहे है। एक तो तय किये MSP पर खरीद नहीं होती, दूसरा खेती पर लागत इतनी बढ़ रही है कि वह फसल के मूल्य से भी अधिक हो जाती है। हाल ही में IFFCO द्वारा जारी किए गए नोटिस के अनुसार DAP की बोरी अब ₹ 1200 की जगह 1900 ₹ की मिलेगी। इसी तरह अन्य उत्पादों के दाम भी बढ़ाये है। यह प्रत्यक्ष रूप से किसानों पर हमला है जहां किसानों को महंगे दामों पर DAP खरीदनी पड़ेगी। सरकार के इस कदम की हम कड़ी निंदा व विरोध करते है। आने वाले समय मे किसान तीन कानूनो को रद्द करवाने व MSP की मांग के साथ साथ अन्य किसानों पर हमलावर अन्य मांगों पर भी उसी जोर से लड़ेंगे। हम IFFCO व सरकार को चेतावनी देते है कि जल्द से जल्द सभी उत्पादों की कीमतें कम की नहीं तो आन्दोलन और तेज होगा।
आज हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन AIKKMS तथा ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय रेवाड़ी बाईपास पर तथा मातनहेल, दुजाना तथा अच्छेज में हरियाणा सरकार के “संपत्ति क्षति पूर्ति कानून” अर्थात आंदोलनकारियों से प्रॉपर्टी के नुकसान की भरपाई करने के जनविरोधी कानून की प्रतियों की होली जलाई तथा इस कानून को रद्द करने की मांग की। किसानों ने कहा कि यह कानून चल रहे ऐतिहासिक किसान आंदोलन को कुचलने के मकसद से बनाया गया है। सरकार चाहती है कि देश में कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज ना उठाएं, चाहे सरकार कितना ही जन विरोधी कार्य क्यों ना करें। यह लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है जो सफल नहीं होगा।
हरियाणा के युवा किसान नेता रवि आज़ाद को आज जमानत मिल गयी है। हरियाणा सरकार का यह प्रवाह बन गया है कि किसान मजदूर अधिकारों की बात करने वालो को गिरफ्तार कर लिया जाता है। परंतु जनता की ताकत के बाद उन्हें छोड़ना ही पड़ता हैं। हम हरियाणा सरकार को चेतावनी देते है कि इस तरह का बर्ताव तुरंत बंद किया जाएगा अन्यथा किसानों का आंदोलन और व्यापक होगा।
10 अप्रैल को KMP हाईवे को 24 घंटे के लिए बंद किया जाएगा। इसके बाबत सभी बोर्डर्स पर बैठके आयोजित की जा रही है तैयारियां की जा रही है। सयुंक्त किसान मोर्चा स्पष्ट करता हैं कि किसान कभी नागरिको को परेशान नहीं कर सकते पर सरकार किसानों की आवाज को दरकिनार कर रही है। हम सभी किसानों की तरफ से आश्वस्त करते है कि KMP बंद के दौरान आम नागरिको के साथ अच्छा बरताव किया जाएगा व यह पूर्ण रूप से शांतमयी रहेगा। साथ ही हम आम नागरिकों से आग्रह करते है कि अन्नदाता के सम्मान में इस कार्यक्रम में अपना सहयोग दे।
– डॉ दर्शन पाल
सयुंक्त किसान मोर्चा