दो महीने से ज़्यादा वक्त से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए दिल्ली की घेरेबंदी कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर आज लालकिले में जबरदस्ती प्रवेश किया और झंडा फहराया। कई ट्रैक्टर लालकिले के अंदर भी प्रवेश कर गये। किसान संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा किया था, लेकिन कुछ गुटों ने सरकारी रूट पर जाने से इंकार कर दिया और कई जगह बैरीकेडिंग तोड़ दी।
किसानों के उग्र प्रदर्शन की वजह से कई जगह पुलिस ने लाठीचार्ज और आँसू गैस के गोले छोड़े। बहरहाल संयुक्त किसान मोर्चा लगातार शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील करता रहा, लेकिन ऐसा लग रहा था कि सरकार के रवैये से खीजे किसानों ने लाल किले पर झंडा फहरा कर सरकार को चुनौती देने की ठान ली थी।
दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी की थी कि किसानों को तय रूट से अलग न जाने दिया जाये। लेकिन किसानों के वेग के सामने किसी की कुछ न चली। दिल्ली के तमाम इलाकों में किसानों ने प्रवेश करके अपनी ताकत दिखा दी। कृषि कानूनों को रद्द करने की माँग से वे ज़रा भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
Protesting farmers reach Red Fort in Delhi #RepublicDay pic.twitter.com/SaN8uVn2CD
— ANI (@ANI) January 26, 2021
किसानों को बलपूर्वक रोकने का मतलब था गोली चलाना, लेकिन सरकार इसके नतीजे को समझ रही थी। आखिरकार पुलिस बल लाल किले में एक तरफ बैठ गया और किसानों ने लालकिले पर फहराते तिरंगे के नीचे अपना झंडा फहरा दिया।
#WATCH A protestor hoists a flag from the ramparts of the Red Fort in Delhi#FarmLaws #RepublicDay pic.twitter.com/Mn6oeGLrxJ
— ANI (@ANI) January 26, 2021
उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने हिंसा की निंदा करते हुए कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेने की माँग की है।
हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। चोट किसी को भी लगे, नुक़सान हमारे देश का ही होगा।
देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 26, 2021