बीजेपी का जनविरोधी रूप सामने, नेताओं को जगह-जगह काले झंडे दिखा रहे हैं किसान-SKM

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संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि बीजेपी के नेता जिस तरह से किसानों के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे उसका जनविरोधी और किसान विरोधी स्वभाव सामने आ गया है। बरनाला में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले एकत्र हुए किसानों ने धनोला में धरना-प्रदर्शन और प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भाजपा नेता हरजीत गरेवाल द्वारा किसानों के खिलाफ इस्तेमाल किए गए अभद्र भाषा की कड़ी निंदा की। नेताओं  ने कहा कि भाजपा और उसके नेताओं ने सामाजिक जुड़ाव और प्रासंगिकता खो दी है, और अपनी निराशा में वे उन किसानों को गाली दे रहे हैं जिन्होंने पहले ही भाजपा के खिलाफ नैतिक और सामाजिक जीत हासिल कर ली है। आज इसी वजह से भाजपा के नेता अपने इलाकों का दौरा भी नहीं कर पा रहे हैं।

एस.के.एम के बयान में कहा गया है कि गंगानगर में भाजपा विधायक प्यारेलाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सूरतगढ़ के विधायक रामप्रताप कास्नियान, जिन्होंने किसानों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था, के खिलाफ किसानों के शांतिपूर्ण विरोध को बाधित करने की कोशिश की। किसानों ने घोषणा की कि रामप्रताप कास्नियान के घर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा विधायक विनीता आहूजा की भी निंदा की गई क्योंकि वह एक अप्रिय घटना के कारण किसानों को भड़काने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन किसानों ने धैर्य बनाए रखा और साजिश को सफल नहीं होने दिया। विधायक को चेतावनी जारी की गई कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और वह जहां-जहां जायेंगी, किसान उनके खिलाफ काले झंडे दिखाएंगे।

हरियाणा के फतेहाबाद में सिरसा की भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल जो सभाओं में शामिल होने आई थीं, को काले झंडे दिखाए गए। सभी भाजपा नेताओं के शांतिपूर्ण बहिष्कार के निर्णय को जारी रखने के लिए किसानों की एक बड़ी भीड़ ने सांसद के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।

प्रगतिशील किसान मोर्चा की एक टीम ने कारगिल और लद्दाख में तिरंगा झंडा फहराया। किसानों का विरोध देश के सबसे दूरदराज के कोने तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा और उसके घटक संगठन हर रोज कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

एसकेएम के बैनर तले किसानों का एक बड़ा जत्था आज हरियाणा के सोनीपत से गाजीपुर सीमा पर पहुंचा। जत्थे में सैकड़ों किसान गाजीपुर सीमा पर किसानों को संख्यात्मक, भौतिक और नैतिक समर्थन देने पहुंचे। इस जत्थे के आने से एसकेएम भाजपा और उसके गुंडों, जिन्होंने कुछ दिन पहले गाजीपुर में किसान आंदोलन के खिलाफ गुंडागर्दी करने का प्रयास किया था, को एक संदेश भेज रहा है। संदेश साफ और स्पष्ट है – किसान एकजुट हैं और एकजुट रहेंगे और यदि बल का उपयोग करके विरोध को तोड़ने का कोई भी प्रयास किया जाता है तो देश भर से अधिक से अधिक किसान विरोध में शामिल होंगे।

मोर्चा के बयान में बताया गया कि बीती रात सिंघू सीमा पर भीषण आग लग गई, जिससे कई किसानों के तंबू जलकर खाक हो गए। आसपास के किसानों के सामूहिक प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका। किसानों के आश्रय, संपत्ति और विभिन्न उपकरणों को काफी नुकसान हुआ है। लेकिन इस तरह के नुकसान और झटके के बावजूद, टेंटों का पुनर्निर्माण सही तरीके से शुरू हो गया है, जो सभी बाधाओं से जूझ रहे दिल्ली की सीमाओं पर रहने वाले किसानों की सकारात्मक भावना की पुष्टि करता है।

इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन (लाखोवाल) के जिला लुधियाना के जगराओं तहसील के कौके कला गांव के किसान सोहन सिंह (46) की सिंघू सीमा पर करंट लगने से मौत हो गई। उनके परिवार में उनकी मां, पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा है। संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली आंदोलन के एक किसान योद्धा के इस दुखद निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है और उनके परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।

जारीकर्ता – बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चारुनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह दल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहन, शिवकुमार शर्मा ‘कक्काजी’, युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव

संयुक्त किसान मोर्चा
9417269294, samyuktkisanmorcha@gmail.com

227वां दिन, 11 जुलाई 2021