चंद्र प्रकाश झा ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ की प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की चाहत पर सरकारी विचार -विमर्श अब विधि आयोग को सुपुर्द कर दिया गया है। इस सांविधिक आयोग से विधि…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 21 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
प्रकाश के रे खलीफा उमर की अगुवाई में जेरूसलम फतह की इस्लाम के लिए क्या अहमियत थी, इसे वहां तैनात किये गये अधिकारियों की फेहरिस्त से समझा जा सकता है. मक्का के अभिजात्य…
एल. एस. हरदेनिया इस बात में कोई संदेह नहीं कि आपातकाल हमारे देश के इतिहास के एक काले अध्याय के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा। आपातकाल के दौरान लोकतंत्र और लोकत्र की…
तन्मय त्यागी का कार्टून वार….हर रविवार…
रविंदर गोयल पिछले कुछ दिनों से एक दिलचस्प नज़ारा देखने को आ रहा है. चोर मचाये शोर की तर्ज़ पर वर्त्तमान में अघोषित इमरजेंसी के सूत्रधार, इमरजेंसी और उसके कुकर्मों पर इतना जोर…
दास मलूका कौन हैं, यह जानने से ज़्यादा अहम यह जानना है कि हमारे समय में ऐसे लोग हैं जो दास मलूका जैसी दृष्टि रखते हैं। यह दृष्टि हमें उस ‘गोपन’ की यात्रा…
रामशरण जोशी, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और टिप्पणीकार हैं। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी लंबा वक़्त बिताया है। वे केंद्रीय हिंदी संस्थान के अध्यक्ष रहे और कई अन्य संस्थानों से भी जुड़ाव…
विकास नारायण राय एमएचए यानी केन्द्रीय गृह मंत्रालय के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर तमाम राज्यों को भेजे गए ताजातरीन निर्देशों को मीडिया में बाकायदा प्रचारित किया जा रहा है।…
चंद्र प्रकाश झा भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सारे क्रियाकलाप पर अगले आम चुनाव की जरूरतें हावी हो गई हैं। भाजपा का जम्मू -कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ( पीडीपी ) के…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 20 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
चश्मदीद पत्रकार की कहानी, इमरजेंसी की कहानी- 3 सुशील कुमार सिंह फिर हमने इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी देखी। इससे पहले किसी ने इस घटना की कल्पना भी नहीं की होगी, हालांकि…
चश्मदीद पत्रकार की ज़बानी, इमरजेंसी की कहानी-2 सुशील कुमार सिंह सब तरफ अब इमरजेंसी की कहानियां थीं। आजादी के बाद देश इन्हें पहली बार सुन रहा था। कितने लोग पकड़े…
प्रकाश के रे खलीफा उमर का जेरूसलम में दाखिल होना इस लिहाज से भी बेहद अहम था कि इस जीत में खून-खराबा नहीं हुआ. इस पवित्र शहर पर कब्जे की पिछली लड़ाइयों में…
चश्मदीद पत्रकार की ज़ुबानी, इमरजेंसी की कहानी.. सुशील कुमार सिंह दिल्ली की शक्ल बदलने में सबसे ज्यादा तीन चीजों का हाथ रहा है। एशियाड 1982, मेट्रो का आगमन और 2010 के…
अनिल यादव अचानक पब्लिक फुटबाल खेलने लगी है. इसके पहले से मोदी-राहुल, हिंदू-मुसलमान, बैंक-नोट-सरकार, हत्या और गाय आदि खेले जा रहे हैं. किसी भी खेल की तरह इन खेलों मे भी पब्लिक की…
हर रविवार, पोलिटकल कार्टूनिस्ट तन्मय त्यागी का कार्टून वार….
राजेश कुमार ”मुझे याद नहीं कि इससे पूर्व किसी प्रधानमंत्री ने लालकिले से इस तरह की बात कही हो, अगर कहा हो तो मैं उन्हें नमन करूंगा। मैंने यह कहा था कि इस…
अभिषेक श्रीवास्तव / डूंगरपुर से लौटकर आज से कोई दस साल पहले दिल्ली से पत्रकारों का एक दल वागड़ क्षेत्र की यात्रा पर एक संस्था के बुलावे पर गया था। वह संस्था डूंगरपुर, बांसवाड़ा…
रवीश कुमार आने वाले दिनों में भारत का मीडिया आपको कश्मीर का एक्सपर्ट बनाने वाला है। पहले भी बनाया था मगर अब नए सिरे से बनाएगा। मैं उल्लू बनाना कहूंगा तो ठीक नहीं…
राम पुनियानी समकालीन राजनीति धर्म का लबादा ओढ़े हुए है। चाहे वह साम्राज्यवादी देशों की कच्चे तेल के संसाधनों पर कब्जा करने की राजनीति हो, या दक्षिण एशियाई देशों में जन्म-आधारित असमानता…
विकास नारायण राय इस बार मीडिया और एनजीओ बिरादरी के लिए ईद पर अटाली की खोज-खबर लेने जाना कहीं अधिक आसान होना चाहिए था, लेकिन कोई नहीं पहुंचा|इसी मई में प्रधानमन्त्री…
अभिषेक श्रीवास्तव / डूंगरपुर से लौटकर पहाड़ी के नीचे मोटरसाइकिलें छोड़ कर हम पैदल ही कांटेदार रास्तों पर ऊपर चल दिए। थावरचंद और मोहन ने बाहर से ही सोमाजी को आवाज लगाई। एक…
हमारा समाज कहानियों से मिलकर बना है। कहानियां चाहे कितनी ही नई या पुरानी हों, सब कुछ सुनाने वाले पर निर्भर करता है कि वह उसे कैसे सुना रहा है। नई कहानी को…
चंद्र प्रकाश झा मोदी सरकार ने नई लोक सभा का चुनाव निर्धारित समय से पहले कराने का निर्णय अभी नहीं किया है। लेकिन जैसा कि ‘चुनाव चर्चा’ के पिछले अंकों में हम उल्लेख कर…