संजय कुमार सिंह आज कोई ऐसी खबर नहीं है जो हिन्दी के सभी अखबारों में निर्विवाद रूप से लीड बन सके। ऐसा कभी-कभी होता है और अखबारों पर नजर रखने वालों के लिए…
संजय कुमार सिंह सीबीआई पर सरकार की आधी रात की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट की खबर और इसके विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन की खबर सभी अखबारों में पहले पन्ने पर है। खास…
पुण्य प्रसून वाजपेयी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की राजनीति का सच तो यही है कि सत्ता पाने के लिये नागरिकों को वोटरों में तब्दील किया जाता है। फिर वोटरों को जाति-धर्म-सोशल…
रवीश कुमार येल यूनिवर्सिटी का अपना अख़बार है। इस अख़बार को यूनिवर्सिटी के ही छात्र चलाते हैं और पूरी स्वायत्तता के साथ। यहाँ पाँच दिन रहा लेकिन हर दिन पहली ख़बर येल को…
प्रशांत टंडन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोवल को दस साल के लिये मजबूत सरकार चाहिये – मुझे इनके बयान में इमरजेंसी सुनाई दे रहा है. देश को मज़बूत लोकतंत्र चाहिये और मज़बूत नहीं…
संजय कुमार सिंह जबरन छुट्टी पर भेजे गए, कथित रूप से हटाए गए और फिर इनकार किए जाने की खबरों के बीच सीबीआई के जैसे भी प्रमुख मानिए, आलोक वर्मा के घर पर…
आज गणेश शंकर विद्यार्थी का जन्मदिन है। उनका जन्म 26 अक्टूबर 1890 को इलाहाबाद के अतरसुइया मोहल्ले में हुआ था। एक पत्रकार बतौर राष्ट्रीय आंदोलन में विद्यार्थी के योगदान को नहीं भुलाया जा…
पुण्य प्रसून वाजपेयी जब 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी बरी हो गये और कोयला खादान घोटाले में कोई जेल नहीं पहुंचा तो सवाल सीएजी पर भी उठा कि घोटाले से राजस्व के…
संजय कुमार सिंह आज के अखबारों में तो सीबीआई की ही खबर सबसे प्रमुख होनी थी। ऐसी खबरों के साथ कोई विवाद नहीं रहता है तो सभी अखबार एक से लगते हैं। खबरों…
सीबीआई बनाम सीबीआई नहीं अमित शाह बनाम अहमद पटेल ! विकास नारायण राय गत नवम्बर में जब राकेश अस्थाना को सीबीआई में एडिशनल डायरेक्टर से स्पेशल डायरेक्टर बनाया जाना था, उनके बॉस आलोक…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 36 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
रवीश कुमार जब भारत की जनता गहरी नींद में सो रही थी, तब दिल्ली पुलिस के जवान अपने जूते की लेस बाँध रहे थे। बेख़बर जनता को होश ही नहीं रहा कि पुलिस…
आज़ाद हिंद सरकार के गठन की पचहत्तरवीं वर्षगाँठ, 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष जैसी टोपी पहनकर लालकिले में जो भाषण दिया, वह नेताजी को ही टोपी पहनाने की कोशिश…
संजय कुमार सिंह सीबीआई का मामला दिलचस्प होता जा रहा है। दो बड़े अधिकारियों की लड़ाई के बहाने उसके चौंकाने वाले कारनामे बाहर आ रहे हैं और इसका असर सीबीआई के साथ-साथ भारत…
गिरीश मालवीय आखिरकार हमें आयातित मूंग ओर मसूर की जहरीली दाल खरीद कर खाने पर क्यों मजबूर किया जा रहा है जबकि देश की सबसे बड़ी सरकारी फूड रेगुलेटर ऑथरिटी FSSAI (भारतीय खाद्य…
चंद्र प्रकाश झा स्वतंत्र भारत संघ गणराज्य के नवीनतम राज्य, तेलंगाना की प्रथम विधानसभा का कार्यकाल जुलाई 2019 में समाप्त होना था। द्वितीय विधान सभा के चुनाव अगले बरस नई लोकसभा के निर्धारित…
गिरीश मालवीय मनमोहन सिंह का यूपीए का कार्यकाल आज के मोदीराज की तुलना बेहतर क्यो नजर आने लगा है! इसका एक बड़ा कारण है। ऐसा नही है कि यूपीए के शासन काल…
संजय कुमार सिंह आज के अखबारों में सरकार के खिलाफ खबर छापने की होड़ दिख रही है। सीबीआई पर सीबीआई के छापे की खबर को सबने खूब प्रमुखता से छापा है क्योंकि इसे…
प्रकाश के रे नौंवी सदी में अब्बासी ख़िलाफ़त लगातार कमज़ोर होता जा रहा था. इसी के साथ जेरूसलम में ईसाई समुदाय अपने कर्मकांडों और सार्वजनिक गतिविधियों के ज़रिए मुस्लिम श्रेष्ठता की भावना को…
संजय कुमार सिंह इंडियन एक्सप्रेस ने आज पहले पेज पर छह कॉलम में सीबीआई की खबर छापी है जो कल ही सोशल मीडिया पर खूब घूम रही थी। सीबीआई के नंबर वन बनाम…
बर्लिन की मेरी कहानियों में फ़िसलने की कहानियां भी शामिल हैं. बनारस में अपना ज़माना आम तौर पर सिनेमा हॉल के अंधेरे में ब्रेल पद्धति से फ़िमेल ऐनाटोमी के अध्ययन का ज़माना होता…
इलाहाबादी कवि बोधिसत्व चाहे मुंबई में रहते हों, लेकिन इलाहाबादियों को ‘प्रयागराजी’ बनाने की हिमाक़त के बीच प्रतिवाद के सबसे मुखर स्वरों में हैं। वे लगातार इस झूठ की बुनियाद हिला रहे हैं…
क्या लोकपाल सर्च कमेटी की मेंबर अरुंधति भट्टाचार्य रिलायंस समूह की स्वतंत्र निदेशक हो सकती हैं? रवीश कुमार जो लोकपाल चुनेगा वही रिलायंस की कंपनी में निदेशक भी होगा? अगर यह सही है…
अमेरिकी राजनीतिक विचारक फ्रांसिस फ़ुकु़यामा ने लगभग 30 साल पहले ‘इतिहास का अंत’ लिखकर सनसनी फैला दी थी। समाजवादी देशों के संकट के दौर में उनके इस लेख ने विरोधी खेमे को ताक़तवर…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 35 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…