चुनावी मौसम में मिथिलांचल में भटकते भटकते हमें उमेश पासवान मिल गए, जो मैथिली के जाने माने कवि हैं। उन्हें साहित्य अकादमी का युवा कवि पुरस्कार मिला है और दिलचस्प बात है कि…
8 अप्रैल की सुबह से ही एबीपी न्यूज़ की ब्रेकिंग बनी रही इस खबर ने कोहराम मचा रखा था कि चुनाव का रुख बदल देने वाला इंटरव्यू आयेगा। इस ‘क्रांतिकारी’ इंटरव्यू की जो…
आपातकाल के दुर्भाग्यपूर्ण कालखंड की कोख से 1977 में जिस नए गैर-कांग्रेसी प्रयोग का जन्म हुआ उसने 1980 आते-आते दम तोड़ दिया। जनता पार्टी में शामिल विभिन्न घटक दलों के नेताओं ने अपनी…
हमारे देश के संदर्भ में हमेशा यह बात कही जाती है कि भारत विविधताओं का देश है. हमारी राजनीति के बारे में कहा जाता रहा है कि भारतीय राजनीति संक्रमण से गुज़र रही…
पहली बार जब सीबीआइ के विशेष जज जस्टिस बीएच लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की कहानी कारवां पत्रिका में छपी थी, तब से लेकर अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस…
इस देश का मतदाता ज्यादा ईमानदार है या नेता? इसे इस तरह भी पूछ सकते हैं कि दोनों में से ज्यादा बेईमान कौन है? अगर नेता बेईमान है तो इसका दोष मतदाता पर…
भाजपा ने ज़मानत पर बाहर आतंकवाद की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को अपने में शामिल किया और भोपाल से टिकट दे दिया। क्या आपको आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कोई बयान या प्रतिक्रिया…
आजाद भारत के चुनावी इतिहास में 1977 का आम चुनाव हमेशा बेहद शिद्दत से याद किया जाएगा क्योंकि यह आम चुनाव इससे पहले और इसके बाद अब तक हुए सभी आम चुनावों से…
सत्रहवें लोकसभा चुनाव के साथ ही जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लंबित चुनाव ‘सुरक्षा’ कारणों से नहीं कराने का निर्वाचन आयोग का निर्णय अधिकतर कश्मीरियों के पल्ले नहीं पड़ा। राज्य में लोकसभा की सभी छह सीटों…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शायद ही कभी अपराधियों पर दबिश बनाने का श्रेय लेना छोड़ते हों। पिछले साल जब से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नई सरकार आयी है, तब से…
बिहार के पहले दलित सांसद किराय मुसहर के पौत्र उमेश से पुष्य मित्र की बातचीत
बीते पांच साल के एनडीए के शासन में जो सबसे बड़े पत्रकारीय उद्घाटन हुए और जो विवाद सबसे लंबे समय तक चले, उनमें निर्विवाद रूप से जस्टिस बीएच लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में…
टाखेलेस यिद्दिश भाषा से लिया गया जर्मन शब्द है, जिसका मतलब है सीधी-सपाट या खरी-खोटी बातें. जहां अभी तीन साल पहले तक टाखेलेस हुआ करता था– शहर के केंद्र में ओरानियेनबुर्गर टोर के…
बरतानवी हुकूमत से देश के आजाद होने के साथ ही जिस तरह महात्मा गांधी की कांग्रेस अनौपचारिक रूप से समाप्त हो गई थी, ठीक उसी तरह जवाहरलाल नेहरू की कांग्रेस भी उनकी मौत…
कल आंबेडकर जयंती है। राजकमल प्रकाशन से हाल में आयी अरुंधति रॉय की पुस्तक ‘एक था डॉक्टर एक था संत’ इस लिहाज से काफी प्रासंगिक है। वर्तमान भारत में असमानता को समझने और…
चुनाव पर चर्चा से पहले दो खौफ़नाक कथन : 1- “ मोदी नाम की सुनामी है.देश में जागृति आई है.मुझे लगता है कि इस चुनाव के बाद 2024 में चुनाव नहीं होगा.केवल यही…
सन् 1967 में हुए चौथे आम चुनाव से भारतीय राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। इस आम चुनाव की काफी कुछ पृष्ठभूमि 1962 में हुए तीसरे आम चुनाव में ही तैयार…
चंद्रप्रकाश झा सत्रहवें लोकसभा चुनाव के साथ ही भारत के चार राज्यों ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभा के भी चुनाव हो रहे हैं। आंध्र में लोकसभा की सभी 25…
रामू सिद्धार्थ ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना’- इस सफेद झूठ का क्या ठिकाना। अगर मजहब बैर नहीं सिखलाता तो चोटी-दाढ़ी की लड़ाई में हजार बरस से आज तक हमारा मुल्क पामाल…
दास मलूका पाँच साल पहले ‘चाय पर चर्चा’ मोदी जी के लिए चुनावी प्रोजेक्ट था। वक्त के साथ और ‘स्ट्राइक्स’ के शोर में वो जुमला तो गुम हो गया; मगर देश में `चाय…
अनिल जैन सन 1962 में तीसरा आम चुनाव आते-आते प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सफेद चादर थोड़ी-थोड़ी मैली हो चुकी थी। उनके अपने ही दामाद सांसद फिरोज गांधी ने मूंदड़ा कांड का पर्दाफाश किया…
उस दुकान का नाम है फ़ाम फ़ाताल, फ़्रांसीसी भाषा के इस शब्द का अर्थ कुछ भयानक नारी सा है. अक्सर उसके सामने से गुज़रता था, कभी अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई. इसी…
खबर नवोदय टाइम्स में प्रमुखता से छपी थी, खंडन कई अखबारों में लीड/बॉटम है संजय कुमार सिंह मिशन शक्ति की घोषणा (27 मार्च) आपको याद होगी। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद…
संजय कुमार सिंह भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं ने आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रखी हैं और चुनाव आयोग उनसे अपने ढंग से निपट रहा है। वैसे तो यह खास बात…
संजय कुमार सिंह आज के ज्यादातर अखबारों में कांग्रेस के घोषणा पत्र पर चर्चा को लीड बनाया है। संभवतः यह पहला मौका है जब कांग्रेस के घोषणापत्र से विपक्ष को इतनी परेशानी है…