डा. राधाकृष्णन ने हिंदू दर्शन के मामले में किस कदर रायता फैलाया है, इसका जोरदार वर्णन महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने अपने ग्रन्थ ‘दर्शन-दिग्दर्शन’ में किया है. राहुल जी ने उन्हें एक हिंदू लेखक…
यह देखना दिलचस्प होगा कि आज जो हजारों लेख और लाखों सन्देश स्टैन के समर्थन में गूँज रहे हैं, उनमें से कितने उन आदिवासी मुद्दों की प्रासंगिकता को उसी नजरिये से रेखांकित कर…
‘गर्व से कहो हम हिन्दू हैं’ के संबंध में आरएसएस ने चार विभाग किए हैं—हिन्दू, हिन्दुस्थान, हिन्दुत्व और हिन्दू विचार की श्रेष्ठता. ये चार विभाग वैसे ही हैं, जैसे चार वर्ण. पर, यहाँ…
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अखबारों ने ट्वीटर के मामले को जरूरत से ज्यादा तूल दे रखा है। भीमा कोरेगांव मामले में मालवेयर के जरिए सबूत प्लांट कर गिरफ्तार करने जैसी…
मिडियापार्ट एक खोजी पत्रिका है और फ्रांस का नियमित एवम बहुप्रसारित अखबार भी नहीं है। फिर भी वहां की सरकार ने राजनीतिक शुचिता को ध्यान में रखते हुए उक्त अखबार के खुलासे पर …
यह साफ है कि जल्द कोई राजनीतिक संघीय मोर्चा बने या कोई महागठबंधन, जिसका संघीय ऐजेण्डा हो बने-न बने, संघीय पुनर्संरचना व संघीय न्यायिक सुधार सहित संघीय सुधारों को हम आगे आने वाले…
अगर यह लिंचिग हिन्दुत्व के खिलाफ है तो क्या वे उसमें लिप्त लोगों को सजा दिलाने के प्रयत्नों में भागीदार होने अथवा उनका वहिष्कार करने के लिए तैयार हैं? क्यों वे अभी भी…
जगद्गुरु का मतलब तो यही है कि पूरा जगत उन्हें धर्म-दर्शन और ज्ञान-विज्ञान में अपना गुरु माने. पर कोई भी देश उन्हें अपना गुरु नहीं मानता. तब वे जगद्गुरु कैसे हो गए? इस…
यह कितना दिलचस्प है कि आरएसएस के दर्शन में वर्णव्यवस्था ईश्वर की सर्वोच्च धारणा है, और यही वर्णव्यवस्था उसके हिन्दू राष्ट्र की अवधारणा है. गोलवलकर के ये शब्द देखिए-- ‘जातिव्यवस्था की सभी बुराइयां…
यह हेडलाइन मैनेजमेंट है। नहीं तो स्टेनस्वामी को शहीद कहे जाने की खबर साधारण नहीं है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था, हाईकमीशन फॉर ह्युमन राइट्स ने मांग की है कि भीमा कोरेगांव मामले के…
उत्तराखंड हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने हाल में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) एफआईआर दर्ज कर मुख्यमंत्री रावत के खिलाफ छानबीन करने के आदेश दे चुकी है।…
देशराज गोयल बीती सदी के आठवें दशक में आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्त्ता थे, पर मुस्लिम-विरोध पर उनका मोह भंग हुआ, और शीघ्र ही वह उससे अलग हो गए. उन्होंने अपने अनुभवों के आधार…
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “लोकतंत्र में टूलकिट (को) प्रतिबंधित नहीं कर सकता, कांग्रेस के खिलाफ अपील खारिज।” आज यह खबर निश्चित रूप से संयोग है और इसे स्टेन स्वामी की खबर के साथ छपने…
द टेलीग्राफ की लीड है, "कांग्रेस ने पूछा : प्रधानमंत्री को क्या कहना है?" यह सवाल न सिर्फ समय की जरूरत है, बोलने वाला प्रधानमंत्री चुप हो जाए तो हमेशा पूछते रहना चाहिए।…
अब तक हमने सुख हासिल करने के जो दो रास्ते खोजे, वो हमारी सामूहिकता को तोड़ते हैं। मसलन, धर्म को लीजिये, एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों से नहीं जुड़ पाते,…
द हिंदू अखबार में छपी खबरों के अनुसार, नरेन्द्र मोदी सरकार में 36 रफालों की कीमत, पहले की तय कीमतों से, 41 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा बैंक गारंटी की शर्त हटा देने…
हमेशा की तरह, संपादकीय प्रतिभा का उपयोग द टेलीग्राफ ने किया है। उसका शीर्षक है, "फ्रांसिसियों ने वह करने की हिम्मत दिखाई जो हमने नहीं किया।"
तृणमूल के तीन सांसदों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और मेहता को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की क्योंकि अधिकारी से उनका मिलना हितों के टकराव का मामला है। अखबार ने…
डा. आंबेडकर के अनुसार हिंदू क्रूर नहीं हैं, बल्कि वे अपने धर्म के पालक हैं, जो उन्हें जाति के प्रति कठोर बनाता है. इसलिए डा. आंबेडकर ने कहा था, कि जब तक धर्म…
आम देशवासियों को कोरोना या उसकी पाबन्दियों की मार से राहत दिलाना कभी इस सरकार की प्राथमिकताओं में रहा ही नहीं, तो कौन कह सकता है कि उसने उस लोक का साथ नहीं…
इंडियन एक्सप्रेस में यह खबर पहले पन्ने पर नहीं है। होती भी तो सिंगल कॉलम ही होनी थी लेकिन अखिल गोगोई वाली खबर द हिन्दू में चार कॉलम में है, द टेलीग्राफ में…
राष्ट्रपति के रूप में कोविंद का राजनीतिक प्रोफाइल एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठे दलित समुदाय के सदस्य का रहा है जबकि मनमोहन सिंह को राजनीति के शीर्ष पर भी फूं-फां रहित शिष्ट व्यक्तित्व…
चूंकि चीन में इन्फ्रास्ट्रक्चर भी सरकार के दायरे में है, तो जाहिर है, उत्पादन सस्ता होता है। चीन अगर आर्थिक प्रतिस्पर्धा में आज आगे निकल गया है, तो उसकी असल वजह यही है।…
मुख्य न्यायाधीश की इस बात से साफ है कि बहुमत या निर्वाचित होने का मतलब अत्याचार का अधिकार नहीं है और इसपर नजर रखने वाले की अपनी जरूरत है। शायद, इसीलिए द टेलीग्राफ…
किसान आंदोलन को हल्के में लेने के कारण पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रावी, सतलुज जैसी बड़ी नदियों वाले इस सीमांत सूबे में 2022 के…





























