तटस्थता पत्तरकारिता की सजावट है, उससे भी अधिक पाखंड है ! …अयोध्या आंदोलन के नेताओं के लिए न्यायपालिका नौटंकी कंपनी थी, उनका नारा था “बंद करो यह न्याय का नाटक जन्मभूमि का खोलो फाटक”.…
भाऊ कहिन-1 अपनी सम्मोहक भाषा और बेचैन करने वाले अंदाज़ के लिए मशहूर वरिष्ठ हिंदी पत्रकार राघवेंद्र दुबे उर्फ़ भाऊ आजकल अपने फ़ेसबुक पेज पर तमाम दिलचस्प अनुभव लिख रहे हैं। इनमें पत्रकारों…
अनहद गरजे, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का एक पर्चा है जो समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर हिंदी में निकलता है। राज, समाज और विश्वविद्यालय से जुड़े तमाम मसलों पर बेबाक रखने वाले इस पर्चे…
बीते 8 नवंबर को 500 और 1000 की नोटबंदी की घोषणा से लोगों को हुई परेशानी को छुपाने के लिए अब पुलिस ने पत्रकारों को धमकाना शुरू कर दिया है। ऐसी पहली घटना…
‘संशय’- पत्रकारिता का बुनियादी वसूल है। यानी जो बात बताई जा रही हो या दिख रही हो, उस पर शक़ करना ताकि घटना से जुड़ा कोई कोना अंधेरे में न रह जाए। ऐसे…
गुरुवार 6 अक्टूबर को एनडीटीवी पर बरखा दत्त द्वारा पी. चिदंबरम का लिया साक्षात्कार न चलाए जाने और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी एक आंतरिक ईमेल की ख़बर जब सिद्धार्थ वरदराजन ने दि वायर पर…
28 सितंबर को शहीदे आज़म भगत सिंह का जन्मदिवस है। भगत सिंह ने तमाम विषयों पर बेबाकी से क़लम चलाई थी और अपने समय के अख़बारों की भूमिका की भी शिनाख़्त की थी।…
RSS सबसे ज़्यादा राष्ट्रवाद की बात करता है, वह आज़ादी की लड़ाई में कहाँ था ? उसने गाँधी जी का ही नहीं, भगत सिंह और सुभाष बोस का भी विरोध किया। RSS का…
कुछ दिन पहले की बात है। उसने मुझे देखते ही गले से लगा लिया। ख़बर दी कि किसी तरह एक नई टाउनशिप में दुकान का जुगाड़ हो गया है। ऐसा करने की सलाह उसे…
दो-तीन दिन से जारी बेचैनी से निजात पाने के लिए बोलना ज़रूरी था, पर अक़्ल के घोड़े रोके हुए थे। बार-बार कह रहे थे कि पानी में रहकर कब तक मगर से बैर…
(हम वाक़ई एक ऐसे दौर में हैं जिसे इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। तमाम शोर और चुप्पियों के बीच बहुत कुछ ऐसा है जो पहले नहीं था। तमाम मुद्दों पर बहस इतनी तीखी…
इन दिनों कई अख़बार और चैनल कश्मीर में मारे गये हिजबुल कमांडर बुरहान वानी और 2009 में आईएएस परीक्षा टॉप करने वाले शाह फैसल की तुलना कर रहे हैं। कश्मीर में तैनात शाह…
मुजफ्फरनगर दंगों के स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा गठित जांच समिति के समक्ष टीवी टुडे चैनल समूह के संपादकीय व प्रबंधकीय अधिकारियों ने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैंं,…
मुजफ्फरनगर दंगों के स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा गठित जांच समिति के समक्ष टीवी टुडे चैनल समूह के संपादकीय व प्रबंधकीय अधिकारियों ने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैंं,…
मुजफ्फरनगर दंगों के स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा गठित जांच समिति के समक्ष टीवी टुडे चैनल समूह के संपादकीय व प्रबंधकीय अधिकारियों ने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैंं, उससे…
मुजफ्फरनगर दंगों के स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा गठित जांच समिति के समक्ष टीवी टुडे चैनल समूह के संपादकीय व प्रबंधकीय अधिकारियों ने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए हैंं, उससे…
(पिछले दिनों दिल्ली दहलाने आये आतंकी शीर्षक से अख़बारों में तमाम सुर्खियाँ छपीं। न्यूज़ चैनलों का तो पूछना क्या ! न कहीं ‘कथित ‘या ‘पुलिस का दावा ‘ जैसी बात, ख़बरों का अंदाज़…
आज़ाद भारत की पहली आतंकवादी कार्रवाई थी गाँधी जी की हत्या। इस हत्या को ‘जायज़’ ठहराने के लिए दशकों से संघी दुष्प्रचार जारी है कि गाँधी जी आज़ादी के बाद पाकिस्तान को 55…
Eराष्ट्रगान ‘जन गण मन’ में ‘अधिनायक’ किसे कहा गया है, इसे लेकर अक्सर विवाद खड़ा किया जाता है। कई लोग बार-बार यह आरोप लगाते हैं कि यह गीत ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम…
बीते दस सालों में हिंदुस्तान का मीडिया जगत पूरी तरह बदल गया है। हाल के वर्षों में अखबार या टीवी पूरी तरह ‘प्रोडक्ट’ में बदल गये हैं जिसे किसी भी कीमत में बेच…
माननीय नेता जी, दो दिन पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड के किसानों की आत्महत्याओं / अविश्वसनीय स्तर के पलायन / घास की रोटी खाकर जीवित रहने की कोशिश आदि के …समाचारों के…