क्या है पूरी वारदात?
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट की ज़मीन पर हो रहे निर्माण कार्य को लेकर वहां मौजूद मंदिर के पुजारियों को आपत्ति है। इसी को लेकर विवाद हुआ और पुजारियों ने मिलकर ठेकेदार की पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। दरअसल, इस भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था और पहले भी पुजारियों और ठेकेदार के बीच विवाद हुए थे। मृत्य ठेकेदार की पहचान निर्मल अग्निहोत्री के तौर पर हुई है। मूल रूप से हरदोई के जय सिंह बालागंज निवासी निर्मल पत्नी शशि, पुत्र प्रशांत और प्रतीक के साथ कस्बे में रहता था।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शाम करीब छह बजे निर्मल मंदिर परिसर के पास भरे पानी को मज़दूरों से निकलवा रहे थे। इसी बीच मंदिर के पुजारियों चन्द्र पाल उर्फ बबलू व उसके भाई ओम प्रकाश उर्फ सत्तू से उसे बात करने के बाद बहाने अंदर बुलाया। निर्मल अंदर गया और कुछ देर बाद वहां मारपीट की आवाज़ सुनाई दी। लोगों को कुछ समझ में आता इससे पहले ही तीन-चार पुजारी और उनके साथी खून से लथपथ निर्मल को गेट के बाहर छोड़कर भाग गए। मज़दूरों और आसपास के लोगों ने ट्रस्ट संचालक गणेश को सूचना दी और निर्मल को अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मामले के सभी नामज़द फरार..
कस्बे में बने इस मंदिर के अंदर पुजारियों के दो समूह हैं। एक गुट संचालक के पक्ष में है तो दूसरा गुट मंदिर परिसर निर्माण के बाद से नाराज़ है। इस निर्माण को लेकर कई बार विवाद भी हो चुके हैं। इंस्पेक्टर गोसाईंगंज का कहना है कि इस घटना में पुजारी चंद्र प्रकाश, उनके भाई ओम प्रकाश, भीष्म उर्फ पिंटू, पप्पू और इनके साथियों रवींद्र कुमार, धर्मराज को नामज़द किया गया है। हालांकि ये सभी अभी फरार हैं। पुलिस ने इनके परिवार के तीन सदस्यों को हिरासत में ले लिया है।
चोट, फ्रेक्चर, गर्दन पर कसाव हमलावरों ने बेरहमी से पीटा..
पुलिस के मुताबिक, निर्मल के सिर पर चोट के कई निशान थे। पैर में दो-तीन फ्रेक्चर थे। गर्दन पर कसाव के निशान थे। इसी निशान के आधार पर माना जा रहा है कि हमलावरों ने निर्मल को लात-घूंसों और डण्डे से बेरहमी से पीटा है। शोर मचाने पर उसने उसका गला दबा दिया। यूपी में पीट-पीटकर हत्या की 24 घंटे में तीसरी वारदात हुई है। इससे पहले गुरुवार की शाम गोरखपुर में फ्री में शराब नहीं देने पर कर्मचारी मनीष और संभल में रोटी को लेकर ट्रांसपोर्टर खेमपाल सैनी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
ट्रांसपोर्टर की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई। हत्या की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। 24 घंटे में तीसरी पीट कर हत्या हुई इसके बाद भी सीएम योगी इस बात का बखान करते हैं कि यूपी में अपराध न के बराबर होते है। यूपी में कानून का शासन है। क्या यही है अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश जहां अपराधी कानून अपने हाथ ने ले लेते है? और पुलिस उनकी तलाश ही करती रहती है।