उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम को सीएए-एनआरसी विरोध आंदोलन में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार देर शाम लखनऊ में उनके घर से पुलिस ने उन्हें संदिग्ध तरीके से उठा लिया था। शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से हम नहीं डरने वाले हैं।
प्रियंका गांधी ने गिरफ्तारी के समय का सीसीटीवी वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि “कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औज़ार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं।”
उन्होंने कहा कि “देखिए किस तरह यूपी पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधेरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा।
ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।”
… में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा।
ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।
कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।.. 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 30, 2020
वहीं यूपी पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में बीते वर्ष 19 दिसंबर को लखनऊ हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेता की भूमिका इस मामले में पहले ही सामने आई थी, लेकिन इस मामले में जब पुलिस ने काफी साक्ष्य जुटा लिए तब गिरफ्तारी की गई है। आगे संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सीसीटीवी में पूरी घटना कैद हुई है। शाहनवाज आलम कि गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा हजरतगंज कोतवाली पहुंचे। जहां उनकी पुलिस से काफी नोक-झोक हुई।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार डरी हुई है, वो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेज रही है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस इन्हें रिहा नहीं करती है तो कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी।
बीती रात हजरतगंज थाने के बाहर शाहनवाज आलम की रिहाई की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता तारिक का हाथ टूट गया है जबकि कई घायल हुए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि “रात के अंधेरे में सादे ड्रेस में पुलिस गिरफ्तारी करे। कुछ भी बताने से इंकार करें। कोतवाली आकर पूछने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करे- ये यूपी की बहादुर पुलिस है। राजनीतिक आकाओं के दबाव में यह अपनी शपथ भूल चुकी है।
यूपी पुलिस चाहती है कि वो हमारे किसी भी नेता को अपहरणकर्ताओं की तरह उठा कर ले जाएगी और हम उनके खिलाफ नारे भी नहीं लगा सकते।
क्यों यूपी से लोकतन्त्र क्या ख़तम हो गया है कि कोई अपने पक्ष की बात भी नहीं रख सकता? pic.twitter.com/HieTDSbxNd— UP Congress (@INCUttarPradesh) June 29, 2020
उन्होंने कहा कि “उप्र पुलिस ने हजरतगंज कोतवाली के बाहर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम जी की रिहाई की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करके मानवता की हदें लांघ दी है। लाठी चार्ज में कांग्रेस कार्यकर्ता का हाथ टूट गया है एवं कई घायल हुए हैं। यह तानाशाही है।“
उप्र पुलिस ने हजरतगंज कोतवाली के बाहर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम जी की रिहाई की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करके मानवता की हदें लांघ दी है। लाठी चार्ज में कांग्रेस कार्यकर्ता का हाथ टूट गया है एवं कई घायल हुए हैं। यह तानाशाही है। pic.twitter.com/tpG3UC2DRL
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) June 29, 2020
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ देर रात तक हजरतगंज कोतवाली में जमे रहे।
यूपी कांग्रेस ने कहा है कि योगी सरकार कांग्रेस द्वारा मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में जनता के मुद्दे उठाए जाने से बुरी तरह परेशान है। कुछ दिनों पहले हमारे अध्यक्ष जी पर फर्जी मुकदमे लगाए गए थे और अब यूपी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शाहनवाज आलम को यूपी पुलिस संदिग्ध तरीके से उठाकर ले गई।