गुरदीप सिंह सप्पल 1936 में हिटलर की मौजूदगी में जर्मनी को हरा कर जीता अोलिम्पिक गोल्ड मेडल आधुनिक भारत की किंवदंतियों में शामिल है। ध्यानचंद के तीन गोल और 8-1 की जीत के…
रामशरण जोशी लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भाषण सुना.कुछ- कम मिनट डेढ़ घंटे…
जेएनयू के छात्र उमर खालिद के ऊपर कथित जानलेवा हमला करने की जिम्मेदारी दो युवकों ने एक वीडियो में ली है। इनमें एक है दरवेश शाहपुर और दूसरा है नवीन दलाल। इन युवकों ने 15…
चंद्र प्रकाश झा छत्त्तीसगढ़ राज्य का गठन केंद्र में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार के कार्यकाल में 1 नवम्बर 2000 को उसको , मध्य प्रदेश से पृथक कर किया गया। छत्त्तीसगढ़ विधान सभा…
विष्णु राजगढ़िया देश में बुद्धिहीनता का भयावह दौर चल रहा है। देश का प्रधानमंत्री अगर गोबर को हलुआ कह दे, तो वाह-वाही होने लगती है। कुछ मीडिया वाले फौरन गोबर को…
विकास नारायण राय दरअसल, मुन्नी बदनाम हुयी….. बॉलीवुड के इस लोकप्रिय फिल्मी गीत की तर्ज पर मैक्सिको सीमा से अमेरिका में अवैध रूप से दाखिल होते भारतीय भी चाहें तो आज…
आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व पत्रकार आशुतोष गुप्ता पार्टी से ‘आज़ाद’ हो गए हैं। उन्होंने 15 अगस्त को दिन में साढ़े दस बजे के आसपास यह घोषणा अपने ट्विटर खाते पर…
इमरजेन्सी लगाकर इंदिरा ने लालक़िले से ‘नए भारत’ का ऐलान किया था, मोदी ‘न्यू इंडिया’ का करेंगे! पुण्य प्रसून वाजपेयी 15 अगस्त 1975 और 15 अगस्त 2018 । दोनों में खास अंतर…
मजीद थेबा का पता नहीं चलने पर अब सड़क पर उग्र आन्दोलन होगा पूरे गुजरात के न्यायप्रिय लोग अहमदाबाद से भुज यात्रा में चलेंगे 26 दिन से एक मुस्लिम महिला अपने पति का पता लगाने…
दिल्ली में कान्स्टीट्यूशन क्लब के बाहर जेएनयू के चर्चित छात्र नेता उमर ख़ालिद पर जानलेवा हमले की कोशिश हुई है। हालाँकि हमला करने वाले पिस्तौल छोड़कर भाग गए हैं और पुलिस का…
रवीश कुमार ग्लायफोसेट(GLYPHOSATE) इसके बारे में जान लीजिए। दुनिया के हर मुल्कों की तरह भारत में भी इसका इस्तमाल ख़ूब हो रहा है। यह एक प्रकार का रसायन है जिसका…
उसका नाम ममता था, उसने एक दलित युवक से प्रेम किया और फिर शादी भी कर ली। नतीजा जातिघृणा में डूबी हुई गोलियों ने उसका सीना छलनी कर दिया। घर वालों ने…
दुनिया के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों में शुमार किए जाने वाले समीर अमीन का रविवार को निधन हो गया। वे एक मार्क्सवादी अर्थशास्त्री थे जिनका जन्म काहिरा में हुआ। पढ़ाई-लिखाई के सिलसिले में वे फ्रांस…
वसीम अकरम एक सप्ताह के अंतराल में पहले फिल्म ‘मुल्क’ और उसके बाद ‘उन्माद’ को देखना एक तरह से बहुत सहज करने जैसा है कि भारतीय सिनेमा के मेलोड्रामाई किरदार से हटकर ज़मीनी…
अनिल यादव हमने युगों तक पदाघात और कठोर भावनात्मक प्रयास किए कि हमारी स्त्रियां गाय जैसी हों. गुनाहों के देवता के चंदर की सुधा तो एकदम गऊ है, यह कहने में उसकी निरीहता के…
क्या देश की नंबर एक पत्रिका होने का दावा करने वाली इंडिया टुडे, ख़बर को मसालेदार बनाने के लिए झूठ का तड़का लगाती है? वह भी तब, जब ऐसा करने का मतलब किसी…
संसद-चर्चा राजेश कुमार झूठ को झूठ की तरह पहचानना असंसदीय है, इसलिये कहना होगा कि यह सरकार का एक और असत्य था- असत्य के कई प्रयोगों में से एक। यह असत्य था…
पिछले साल अगस्त में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान खींचा था। उन्माद की राजनीति किस तरह समाज का ऑक्सीजन नष्ट कर देती है, यह उसका…
रवीश कुमार सबसे पहले दो तीन तारीखों को लेकर स्पष्ट हो जाइये। 10 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद रफाल डील का एलान करते हैं। इसके 16…
रामशरण जोशी सामंतवादी मानसिकत और कॉरपोरेट पूंजीवाद के फासीवाद की प्रोडक्ट वर्तमान व्यवस्था की सड़ांध अब उफान पर है. इसके मेनहोलों से गटर की गंदगी रह रह कर बाहर आ रही…
चंद्र प्रकाश झा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बार -बार उत्तर प्रदेश का दौरा करने के मायने किसी से छुपे नहीं हैं। मोदी जी ने माह भर पहले उत्तर प्रदेश में संत…
जावेद अनीस मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को आम तौर पर भाजपा का नरम चेहरा माना जाता रहा है लेकिन उनकी सरकार द्वारा लगातार ऐसे कदम उठाये गये हैं जो कुछ अलग ही…
पिछले साल, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को 23 लाख रुपये सालाना मानदेय पर तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) में स्वतंत्र निदेशक पद पर नियुक्ति को लेकर तमाम विवाद हुआ…
विकास नारायण राय मुजफ्फरपुर बाल गृह प्रकरण में शुरुआती चुप्पी के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कितने ही दिलेर शब्दों में अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की बात करें,पोक्सो एक्ट…
क्या मोदी राज में संसद को सत्य के बजाय असत्य का मंदिर बनाया जा रहा है? क्या मंत्री संसद के भीतर सफेद झूठ बोलने से नहीं हिचक रहे हैं? हम यह सवाल क्यों…