मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के आवास पर अज्ञात बदमाशों द्वारा पेट्रोल बम से हमला किया गया। यह हमला रविवार को रात 10 बजे के आस-पास हुआ। आवास खाली होने के कारण ज्यादा नुकसान तो नही हुआ लेकिन राज्य में तनाव की स्थिति है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आवास में 2 पेट्रोल बम फेंके गए। पहली बोतल परिसर के अगले हिस्से में और दूसरी बोतल पिछले हिस्से में फेंकी गई। हालांकि, चौकीदार ने आग तुरंत बुझा दी। राज्य में हो रही हिंसा के चलते 17 अगस्त तक शिलांग में कर्फ्यू गया दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों के हमले से वाहन ड्राइवर घायल..
पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू की मौत के बाद शिलांग में अशांति और विरोध-प्रदर्शनों का दौर जारी है। शिलांग में असम के एक वाहन पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। इस हमले में ड्राइवर बुरी तरह घायल हो गया। असम के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने राज्य के लोगों से कर्फ्यू लागू रहने तक शिलांग नहीं जाने की अपील की है।
इंटरनेट सेवाओं पर रोक ..
दरअसल, राज्य सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर राज्य की राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है। यह चार जिले पूर्वी खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स, साउथ वेस्ट खासी हिल्स और री-भोई हैं।
पूर्व विद्रोही नेता की मौत पर हिंसा..
बता दें कि हिंसा मेघालय में पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू की मौत के बाद से शुरू हुई। थांगख्यू प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के पूर्व नेता थे । एचएनएलसी, जो मेघालय में एक संप्रभु खासी मातृभूमि की मांग करता है, एचएनएलसी का एक अलग गुट है। यह राज्य का पहला उग्रवादी आदिवासी संगठन है, जिसके थांगख्यू संस्थापक सदस्य थे।
थांगख्यू की 13 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जब वह राज्य में हुए सिलसिलेवार आईईडी धमाकों के संबंध में अपने घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर कथित रूप से चाकू से हमला करने की कोशिश कर रहे थे। थांगख्यू के परिवार ने उनकी मौत को “पुलिस द्वारा निर्मम हत्या” बताता है। वहीं,पुलिस महानिदेशक आर चंद्रनाथन ने कहा कि थांगख्यू ने पुलिस टीम पर चाकू से हमला किया, जिससे जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया । उनके अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग काले रंग के झंडे लेकर आए।
गृह मंत्री ने दिया इस्तीफा..
वहीं, मेघालय के गृह मंत्री लहकमन रिम्बुई ने पूर्व उग्रवादी थांगख्यू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर शिलांग में हुई हिंसा के बीच रविवार को इस्तीफा दे दिया। सीएम संगमा को लिखे पत्र में गृह मंत्री रिम्बुई ने लिखा, सीएम संगमा को लिखे पत्र में गृह मंत्री रिम्बुई ने लिखा, मैं उस घटना पर दुख व्यक्त करता हूं, जिसमें पुलिस ने छापेमारी के बाद चेस्टरफील्ड को कानून के वैध सिद्धांतों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मार दिया। लहकमन रिम्बुई ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा से उग्रवादी चेरिस्टरफील्ड थांगखियु के समर्पण करने के बाद पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले की न्यायिक निष्पक्ष जांच करने का भी आग्रह किया।