चंदा चोर-गद्दी छोड़: योगी का घर घेरने जा रही महिला कांग्रेस की टोली पर पर पुलिसिया वार, गिरफ़्तारी!


इस सिलसिले में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हास्यास्पद सफ़ाई दी है। उन्होंने कहा है कि उन पर तो महात्मा गाँधी की हत्या तक के आरोप लगे हैं, वे परवाह नहीं करते। लेकिन इस संबंध में जारी दस्तावेज़ों पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। साफ़ है कि अयोध्या में राम के नाम पर हए फ्राड के पीछे सत्ता का वरदहस्त है। महात्मा गाँधी की हत्या की याद दिलाना संघ से जुड़े चंपत राय का अहंकार भी सामने ला रहा है


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अयोध्या में रामजन्मभूमि के चंदे से दो करोड़ में ख़रीदी गयी ज़मीन महीज़ नौ मिनट बाद राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा साढ़े 18 करोड़ में ख़रीदने के ख़िलाफ़ आज कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में योगी आदित्यनाथ के आवास पर प्रदर्शन करने का प्रयास किया। लेकिन कालीदास मार्ग पर मुड़ने के  पहले गोल्फ क्लब के गेट के पास प्रदर्शकारियों को पुलिस ने रोक लिया। सीएम आवास की ओर जाने को लेकर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की धक्कामुक्की हुई। पूरा इलाक़ा क़रीब 20 मिनट तक चंदा चोर-गद्दी छोड़ के नारे से गूँजता रहा।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि इस बीच पुरुष पुलिस कर्मियों ने कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की और कई कार्यकर्ता गिरफ्तार भी कर लिये गये। कुछ महिला कार्यकर्ताओं की चोटिल तस्वीरें सोशल मीडिया पर नज़र आ रही हैं।

दरअसल, अयोध्या में रामजन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा ज़मीन ख़रीद में हुए घोटाले का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। महिला कांग्रेस के प्रदर्शन के पहले कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गाँधी ने पूरे प्रकरण पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसे पाप क़रार दिया। प्रियंका गाँधी ने ट्विवटर पर लिखा कि चंदे का दुरुपयोग अधर्म आस्था का अपमान है।

ग़ौरतलब है कि यह प्रकरण कल से, ख़ासतौर पर सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। राजस्व दस्तावेज़ों से प्रमाणित हुआ है कि अयोध्या में मंदिर ट्रस्ट ने एक ज़मीन 18.5 करोड़ में ख़रीदी जिसे सिर्फ नौ मिनट पहल रवि मोहन तिवारी और शौकत अंसारी ने दो करोड़ रुपये में कुसुम पाठक से ख़रीदा था। ग़ौरतलब है कि बिक्री के दोनों दस्तावेज़ो में गवाह बतौर ट्रस्ट से जुड़े लोग शामिल हैं।

इस सिलसिले में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हास्यास्पद सफ़ाई दी है। उन्होंने कहा है कि उन पर तो महात्मा गाँधी की हत्या तक के आरोप लगे हैं, वे परवाह नहीं करते। लेकिन इस संबंध में जारी दस्तावेज़ों पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। साफ़ है कि अयोध्या में राम के नाम पर हए फ्राड के पीछे सत्ता का वरदहस्त है। महात्मा गाँधी की हत्या की याद दिलाना संघ से जुड़े चंपत राय का अहंकार भी सामने ला रहा है।