सुप्रीम कोर्ट से सोमवार को उम्मीद लगाए बैठे कश्मीरी पंडितों को काफी निराश होना पड़ा। कश्मीर की विशिष्ट स्थिति से जुड़े अनुच्छेद 35ए को समाप्त किए जाने संबंधी चार याचिकाओं पर अदालत ने…
पंकज श्रीवास्तव समय हमेशा ही कठिन होता है, इसलिए यह नहीं कहूँगा कि पत्रकारों और पत्रकारिता के लिए यह समय बेहद कठिन है। गाँधी जी भी पत्रकारिता की स्थिति से बहुत निराश थे।…
मीडियाविजिल प्रतिनिधि / मुंबई क्या बिना कैमरे के कोई फोटो पत्रकार अपना काम कर सकता है? भारत सरकार मानती है कि हां, ऐसा मुमकिन है। इसकी तसदीक़ शनिवार को मुंबई में इंदिरा डॉकयार्ड…
ओम थानवी चुनावी माहौल में बात का बतंगड़ बनना नई बात नहीं है। चिदम्बरम शायद इसी का शिकार हुए हैं। नरेंद्र मोदी से लेकर स्मृति ईरानी तक ने उन्हें देश के टुकड़े करने…
व्यालोक अब चूंकि छठ बीत चुका है, धूल बैठ चुकी है, तो लगता है कि इस पर कुछ बात संभव हो सकती है। छठ के दौरान या पहले के कुछ दिनों में जिस…
अभिषेक श्रीवास्तव शुक्रवार तड़के बिलकुल फि़ल्मी अंदाज़ में ग़ाजि़याबाद के इंदिरापुरम इलाके से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा की छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा की गई गिरफ्तारी ने रायपुर के सियासी गलियारों में कयासों का…
ऐसा लगता है कि बीएचयू और विवादों का चोली-दामन का साथ है। बीएचयू वालों के कारनामे ही ऐसे हैं। नया विवाद है एक मंत्री जी के स्वागत में बीएचयू के अस्पताल में ऑपरेशन…
राजस्थान के अलवर में बीते अप्रैल गौरक्षक नामधारी गुंडों ने पहलू खान की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में तमाम आरोपियों को क्लीनचिट देते हुए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल…
वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह पिछले कुछ दिनों से जीएसटी का सच अपनी फेसबुक दीवार मुफ्त में बता रहे हैं। वे रोजाना जीएसटी के विरोध में छपने वाली खबरों का अनुवाद कर के…
झारखंड की रघुबर सरकार हज़ार दिन पूरे करने का जश्न बड़े पैमाने पर मना रही है। इस बीच एक ही हफ़्ते में चार ग़रीबों की भूख से मौत की ख़बर ज़मीनी हक़ीक़त बयान…
अभिषेक श्रीवास्तव बमुश्किल दो-ढाई हफ्ते पहले की बात है। मशहूर सरोद वादक पंडित विकास महाराज बनारस से दिल्ली आए हुए थे एक गुहार लेकर। यह गुहार बीते कई दशक से अनसुनी जाते-जाते एक…
पंकज श्रीवास्तव 24 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में आयोजित बहुजन समाज पार्टी के मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने एक ‘धमकी’ दी। उन्होंने कहा कि ‘अगर’ बीजेपी ने अपनी…
नवभारत टाइम्स, देश का नामी हिंदी अख़बार है। कभी राजेंद्र माथुर इसके संपादक थे तो इसकी प्रतिष्ठा भी थी। बहुत ज़्यादा थी। बहरहाल, समय के साथ उसने इसकी परवाह करनी छोड़ दी। कभी…
नीचे दो तस्वीरों को एक साथ पेश किया गया है। मूल तस्वीर में एबीपी संवाददाता जगविंदर पटियाल बाबा गुरमीत राम रहीम का इंटरव्यू ले रहे हैं। इंटरनेट पर मौजूद इस इंटरव्यू के प्रसारण…
सोमवार को तमिल फिल्म स्टार विशाल के घर जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने जो कथित छापा मारा, वह शायद देश में जीएसटी लागू होने के बाद का पहला छापा होता अगर मामला पूरे मीडिया…
यह पत्र saveisbhu@gmail.com से आया है। संलग्न दस्तावेज़ों के विश्लेषण से निकले तथ्यों की सत्यता के आधार पर हम इसे छाप रहे हैं। बहुत संभव है भेजने वाला अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहता, लेकिन…
खगड़िया में महादलितों की झोपड़ियां जलाने के पीछे एसटीफ व अपराधी ताकतों का गठजोड़ काम कर रहा है. खगड़िया का यह इलाका पूरी तरह से अपराधियों के चंगुल में है. अपराधी गिरोहों को…
जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र अब उत्तर प्रदेश पुलिस के सीधे निशाने पर हैं। अप्रैल से सितंबर 2017 के बीच छह महीनों के दौरान कथित मुठभेड़ों में कुल 420 लोगों को जान…
अल कायदा के भारतीय मॉड्यूल का तूमार बांधने वाला मीडिया कासमी के फैसले पर चुप क्यों है कासमी के रिहा होने से सम्भल के मो. आसिफ़ और ज़फ़र मसूद के खिलाफ भी कमज़ोर…
क्या इसे इत्तेफ़ाक़ समझा जाए कि जिस दिन लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने बीएचयू कांड पर सरकार और पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन किया, उसके अगले दिन दिल्ली में हुई बीएचयू की कार्यकारी परिषद…
अगर आप गोवा में बैठकर कविता लिख रहे हैं तो ध्यान रहे कि कविता ऐसी लिखें जो एक साधारण पुलिस इंस्पेक्टर को समझ में आ जाए वरना आप पर मुकदमा हो सकता है।…
झारखण्ड के सरकारी अधिकारी किसी का चेहरा देखकर बता देते हैं कि वह गरीब है या नहीं। उनके लिए सत्तर साल में योजना आयोग के बनाए गरीबी के पैमानों या सूचकांकों का कोई…
बलिया के सिकन्दरपुर में दुर्गापूजा और मुहर्रम के दौरान हुई सम्प्रदायिक हिंसा की ख़बरें वैसे तो सभी राष्ट्रीय अख़बारों में प्रकाशित हुई थीं लेकिन ऐसा लगता है कि उस मौके पर कई जगह…
मीडिया में एक बार फिर राम नाम की हवा चलने वाली है। योगी आदित्यनाथ 15 घंटे का दिवाली महोत्सव अयोध्या में करवा रहे हैं जिसकी कवरेज के लिए पत्रकार पहले ही अयोध्या पहुंच…
प्रियभांशु रंजन जो खुद ही बताया-दिखाया जाए वो ‘प्रचार’ है और जो छुपाया जाए वो ‘समाचार’ है । इसी से मिलती-जुलती बात प्रख्यात उपन्यासकार, पत्रकार और आलोचक जॉर्ज ऑरवेल ने आज से कई…