मजदूर संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष तेज करेंगे किसान, रुद्रपुर महापंचायत में उमड़ी भीड़!

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मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहा किसान आंदोलन आज 96वें दिन भी जारी रहा। देशभर में किसान पंचायतों का दौर भी जारी रहा। आज उत्तराखंड के रुद्रपुर में हुई किसान महापंचायत में भारी भीड़ उमड़ी।

इस बीच ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने कहा है कि कई केंद्रीय मजदूर संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष को मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में आज 1 मार्च को एक सयुंक्त बैठक आयोजित की गयी।

वहीं राष्ट्र सेवा दल संगठन ने तीन कृषि कानून रद्द करने की मांग के लिए पूरे महाराष्ट्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत 6 लाख 75 हजार लोगों ने कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए हस्ताक्षर किए हैं। हस्ताक्षर किये इन पत्रों को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को सौंपा गया।

आज उत्तराखंड के रुद्रपुर ने किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारों किसानों ने भाग लिया। किसान महापंचायत में किसान नेताओं ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में गाजीपुर मोर्चे पर पहुंचने की अपील की। इस दौरान किसान नेताओं ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार इस देश की खेती को कुछ उद्योगपति के हाथों में देना चाहती है। किसान नेताओं ने कहा कि कोई भी किसान अपनी फसल न जलाए। किसान अपने खून पसीने से फसल को पालते हैं। ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ सभी किसानो से अपील करता है कि आंदोलन और फसल दोनों को संभालना है और ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की अपील को ही अंतिम माना जाए।

रुद्रपुर की किसान महापंचायत में ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, डॉ. दर्शन पाल सिंह, तेजिंदर सिंह विर्क, पुरुषोत्तम शर्मा, आशीष मित्तल और जगतार सिंह बाजवा ने संबोधित किया। पंजाबी गायक सोनिया मान, रूपिंदर हांडा और हैरी धनोवा भी महापंचायत में शामिल हुए।

15 मार्च को हसन खान मेवाती की शहादत दिवस पर ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के तत्वाधान में झिरका में बड़ी किसान पंचायत होगी, जिसमें ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के नेता शामिल होंगे। साथ ही मेवात की बड़ी सख्सियत भी शिरकत करेगी।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने बताया कि बाबा गुरमीत सिंह डेरा कार सेवा शाहबाद और भाई सरदार रणधीर सिंह संगत ट्रस्ट के सहयोग से आंदोलन में शहीद हुए 20 परिवारों को एक एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है।

वहीं लखीमपुर खीरी में किसानों ने भाजपा नेताओं का बॉयकॉट किया है। ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने कहा कि हम सरकार को चेतावनी देते है कि अगर वो इन कानूनों को वापस नहीं लेती और MSP पर कानून नहीं बनती तो भाजपा और उसके सहयोगी दलों के समस्त नेताओं का देशभर में बॉयकॉट किया जाएगा।


‘संयुक्त किसान मोर्चा’ की ओर से डॉ दर्शन पाल द्वारा जारी