खट्टर को अविश्वास प्रस्ताव में हराने के लिए 9 मार्च को विधायकों को घेरेंगे- संयुक्त किसान मोर्चा

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मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर्स पर चल रहा आंदोलन आज 102वें दिन जारी रहा है। इस बीच ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने हरिय़ाणा की जनता से खट्टर सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन देने के लिए विधायकों पर दबाव बनाने की अपील की है। ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने  9 मार्च को विधायकों के घरों पर प्रदर्शन का ऐलान किया है। हरियाणा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव 10 मार्च को आएगा।

इसके साथ ही किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी 2021 को पुलिस की गोलीबारी में शहीद हुए उत्तराखंड के नवरीत सिंह के समेत 270 से अधिक शहीदों की याद में आज सिंघू बॉर्डर पर एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। कई किसान नेता प्रार्थना सभा में शामिल हुए।

वहीं हरियाणा के हिसार के एक 49 वर्षीय किसान राजबीर ने आज टिकरी बॉर्डर पर आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में, राजबीर ने उल्लेख किया कि यह तीन कृषि कानून हैं जो उसके लिए इस कदम को उठाने के लिए जिम्मेदार थे।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने 8 मार्च, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को दिल्ली और पूरे देश में ‘महिला किसान दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान किया है। इसके जरिए भारतीय कृषि और चल रहे आंदोलन में महिला किसानों के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के चलते महिला प्रदर्शनकारियों की दिल्ली बॉर्डर्स में भागीदारी काफी बढने की उम्मीद है।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने कहा कि कर्नाटक में शुरू किए गए “एमएसपी दिलायो अभियान” ने नए कानूनों को लाने के कारण राज्य में विनियमित बाजारों के कमजोर पड़ने की बात का खुलासा किया है।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के नेताओं ने हरियाणा के लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए अपील की है कि खट्टर सरकार को नो कॉन्फिडेंस मोशन के माध्यम से हराया जाए, जो 10 मार्च 2021 को विधानसभा में लाया जाएगा। 9 मार्च को विधायकों के घरों पर प्रदर्शन किए जाएंगे और ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इस उद्देश्य के लिए किसान मोर्चा ने हरियाणा के लोगों और विधायकों के लिए अपील जारी किए गए हैं।

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की हरियाणा के नागरिकों से अपील

जैसा कि आप जानते हैं कि पंजाब और हरियाणा के किसानों के नेतृत्व में लाखों किसानों द्वारा लगातार सौ से अधिक दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर तीन खेती कानून रद्द करवाने और MSP की कानूनी गारंटी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े और सबसे लंबे समय तक चल रहे इस शांतिपूर्ण आंदोलन में अब तक कई प्रदर्शनकारियों को अपने जीवन का बलिदान करना पड़ा है। भाजपा सरकार किसानों की जायज़ मांगों को पूरा करने की बजाय अलग-अलग हथकंडे अपनाकर किसान आंदोलन को कमज़ोर एवम बदनाम करने का प्रयास कर रही है।

हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार ने केंद्र सरकार के इन किसान विरोधी फैसलों का शुरुआत से ही पूर्ण समर्थन किया है। हरियाणा सरकार ने पहले दिन से आंदोलन का दमन करने के अनेकों असफल प्रयास किये हैं।

10 मार्च 2021 को हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा और जेजेपी की गठबंधन सरकार को एक महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ हरियाणा के सभी नागरिकों से अपील करता है कि आप बड़ी संख्या में अपने संबंधित विधायकों से मिलें और उन्हें स्पष्ट शब्दों में बताएं कि अविश्वास प्रस्ताव में उन्हें भाजपा और जेजेपी सरकार के खिलाफ वोट देना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो हरियाणा की जनता आने वाले समय में किसान-विरोधी विधायकों को सबक सिखाएगी।

– सयुंक्त किसान मोर्चा

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की हरियाणा के विधायकों से अपील

श्री / श्रीमती ……………

विधान सभा के सदस्य (MLA),

…………… निर्वाचन क्षेत्र,

हरियाणा विधानसभा

महोदया / महोदय,

नमस्कार। जैसा कि आप जानते हैं कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। इस भाजपा-जेजेपी गठबंधन ने अपने किसान विरोधी व जन विरोधी रवैये को अब तक कई तरीकों से प्रदर्शित किया है। कृषि संबंधी तीन कानूनों और एम एस पी गारंटी को लेकर चल रहे आंदोलन के प्रति हरियाणा सरकार घोर संवेदनहीनता का रूख अपनाए हुए है। इसे लेकर जनाक्रोश निरंतर बढ रहा है।

अब हम मांग करते हैं कि 10 मार्च 2021 को आप सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में सरकार के खिलाफ वोट करें। यही एकमात्र तरीका है जिसमें जन-विरोधी सरकारें एक महत्वपूर्ण सबक सीखेंगी। यदि आप सरकार के समर्थन में मतदान करते हैं, तो इस निर्वाचन क्षेत्र में जनता आपको सबक सिखाने के लिए मजबूर होगी।

धन्यवाद