डियर बीजेपी, आपके पोस्टर वाला किसान- सिंघू बॉर्डर पर प्रोटेस्ट कर रहा है!

मयंक सक्सेना मयंक सक्सेना
फैक्ट चेक Published On :


तस्वीर में दिख रहे हरप्रीत, एक पंजाबी फोटोग्राफर, एक्टर, मॉडल और फिल्ममेकर हैं और जब हमारी उनसे पहली मुलाक़ात हुई तो वे एक ठिठुरती रात में सिंघू बॉर्डर पर ही सेवा में लगे हुए थे। वे प्रदर्शनकारी किसानों के साथ, लगातार दिल्ली की सिंघू सीमा पर जारी आंदोलन का हिस्सा बने हुए हैं। लेकिन 21 दिसंबर को अचानक वे हैरान हो गए, जब सिंघू बॉर्डर पर ही उन्होंने अपनी तस्वीर को भारतीय जनता पार्टी पंजाब के एक पोस्टर में देखा – जो एमएसपी पर खरीद से खुश किसानों का सरकारी बयान सा था। हरप्रीत सिंह ने अब पंजाब भाजपा को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है।

ਇਸ ਸਾਉਣੀ ਦੇ ਸੀਜ਼ਨ ਵਿਚ ਐਮ.ਐੱਸ.ਪੀ. ‘ਤੇ ਫਸਲਾਂ ਦੀ ਖਰੀਦ ਜਾਰੀ ਹੈ

ਸਰਕਾਰੀ ਏਜੰਸੀਆਂ ਨੇ ਹੁਣ ਤੱਕ 77,957.83 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦਾ ਝੋਨਾ…

Posted by BJP Punjab on Monday, 21 December 2020

पंजाब के होशियारपुर के हरप्रीत सिंह की ये तस्वीर, 2015 की है – जिसे उनके फेसबुक अकाउंट पर भी देखा जा सकता है। हरप्रीत ने मीडिया विजिल से बात करते हुए कहा, ‘मेरी ये तस्वीर, एक दोस्त के फोटोशूट का हिस्सा थी और 5 साल पहले खींची गई थी। ऑनलाइन उपलब्ध इस तस्वीर को न केवल बिना मुझे बताए इस्तेमाल किया गया, बल्कि इससे मेरी छवि भी खराब की गई है।’ हरप्रीत इस समय कृषि क़ानूनों के विरोध में दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर, आंदोलन की शुरुआत से डटे हुए हैं और इसकी पुष्टि मीडिया विजिल भी कर सकता है क्योंकि हमारी टीम से उनकी मुलाक़ात 3 दिसंबर की देर रात हुई थी।

2015 की हरप्रीत की तस्वीर, जो भाजपा ने इस्तेमाल की

भाजपा पंजाब के फेसबुक पेज पर प्रकाशित इस पोस्टर के साथ लिखा है, “इस मौसम में भी एम. एस. पी. फसलों की खरीद जारी है। सरकारी एजेंसियों ने अब तक MSP की कीमत पर 77,957.83 करोड़ रुपये का चावल खरीदा है । खरीद का 49 % काले पंजाब से है। लेकिन, कुछ ताकतें किसानों को गुमराह कर अपना एजेंडा चला रही हैं!”

पंजाब भाजपा का पोस्टर

इस पोस्टर पर हरप्रीत की तस्वीर इस्तेमाल हुई है और पोस्टर के दूसरी ओर ‘खुशहाल किसान, समृद्ध राष्ट्र’ का नारा भी है। जबकि हरप्रीत से न तो इस तस्वीर को इस्तेमाल करने के लिए कोई इजाज़त मांगी गई और न ही वो सरकार के समर्थन में हैं। सिंघू बॉर्डर पर मौजूद हरप्रीत से हमारी बातचीत हुई जिसमें उन्होंने कहा, “मैं तो यहां सिंघू बॉर्डर पर शुरू से इस कृषि बिल के विरोध में बैठा हूं। मैं कैसे सरकार का समर्थन कर सकता हूं। इस तरह से इस तस्वीर के इस्तेमाल से मेरी छवि खराब होगी। ये बेशर्मी की हद भी है।”

अपनी फेसबुक पोस्ट में, हरप्रीत लिखते हैं, “बेशर्मी की भी हद होती है, लेकिन लगता है कि इन लोगों के जिओ के इंटरनेट की तरह, इनकी बेशर्मी भी अनलिमिटेड है। कोई इनको बताओ कि मैं सिंघू पर बैठा हूं।”

Besharmi Di Vi Koi Hadd Hundi Ae
Par Lagdaa Inaa Kol JIO De Unlimted Internet Waang Ina Kol Besharmi Di Hadd Vi…

Posted by Harp Farmer on Monday, 21 December 2020

हालांकि इसके बाद भी ये पोस्टर, इस ख़बर को लिखे जाने तक – पंजाब भाजपा के फेसबुक पेज पर मौजूद था, इस पर सफाई या माफ़ी की उम्मीद तो ख़ैर क्या ही की जा सकती है। फिलहाल हरप्रीत, पंजाब बीजेपी को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी कर चुके हैं और कुछ ही घंटों में उनके वकील की ओर से ये नोटिस भेज दिया जाएगा। हमसे बात करते हुए, हरप्रीत ने बताया, “मेरी इमेज खराब करने, बिना इजाज़त मेरी तस्वीर इस्तेमाल करने और दुष्प्रचार के लिए मैं आज पंजाब भाजपा को एक क़ानूनी नोटिस भेज रहा हूं। मेरे वकीलों की तरफ से आज ये भेज दिया जाएगा।”

सिंघू सीमा पर प्रोटेस्ट करते हरप्रीत

हालांकि बीजेपी आईटी सेल के लिए ये कोई नई बात नहीं है। इसके पहले पिछले 6 साल में हम कई मॉर्फ्ड, भ्रामक और किसी और जगह या व्यक्ति की तस्वीर-कहीं और इस्तेमाल करने की बीजेपी आईटी सेल की करामात हम देखते रहे हैं। फिर चाहें वह पहले पीएम नेहरू हों या फिर किसी शहर में विकास कार्यों के बखान के लिए विदेशों की तस्वीरों का इस्तेमाल हो। हाल ही में भाजपा की आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय की एक ट्वीट को ट्विटर ने ख़ुद भ्रामक कह के एलर्ट जारी किया था।

 

(ये ख़बर मीडिया विजिल टीम के लिए मयंक सक्सेना ने हरप्रीत सिंह से बातचीत कर के लिखी है।)