यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहें है। वैसे वैसे पक्ष से लेकर विपक्ष तक सक्रिय होते नज़र आ रहे है। भाजपा यूपी में 2022 में अपनी सरकार दोबारा लाने की कोशिश में हिंदू-मुस्लिम रणनीति का सहारा लेती नज़र आ रही है। तो कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में जिलों की समस्याएं और मौजूदा परेशानियों को लेकर रणनीति बना रही है। वहीं कांग्रेस की अकेले ही इस बार के चुनावी मैदान में उतरने की योजना है।
रविवार को लोहामंडी के महाराज अग्रसेन भवन में मीडिया से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बताया कि यूपी चुनाव राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। वहीं कांग्रेस किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी और अपने दम पर यूपी विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरेंगी। कांग्रेस नेता जिलों में जा कर समस्याएं जानेंगे और वहां के मुद्दों को लेकर घोषणा पत्र बनाया जाएगा।
कांग्रेस की ज़मीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश..
खुर्शीद की मीडिया से बातचीत में जो तथ्य सामने आए उससे पता चाहता है कांग्रेस ज़मीनी स्तर पर खुद को मजबूत बनाने की कोशिश में जद्दोजहद कर रही है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि पार्टी पूरी ताकत के साथ अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। राज्य में कांग्रेस का वोट बैंक बिखरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम लोगों के बीच जा रहे हैं और उन्हें जोड़ने का काम कर रहे हैं। हम सही समय पर यूपी में सक्रिय हुए हैं। भाजपा ने रातों-रात काबुल को हाथ से निकलने दिया।
हर जिले में पहुंचेंगे कांग्रेस के नेता लेंगे समस्याओं और मुद्दों की जानकारी..
खुर्शीद ने बताया कि पार्टी के नेता हर जिले में पहुंचेंगे और वहां की समस्याओं और मुद्दों की जानकारी लेकर ही घोषणा पत्र तैयार करेंगे। खुर्शीद ने किसी एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी शुरू से ही कृषि विधेयकों का विरोध करती रही है और किसानों का समर्थन कर रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, कोराना काल में कुप्रबंधन, महंगाई समेत कई अहम मुद्दों को मेनिफेस्टो में जगह दी जाएगी। सुप्रिया ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर ही पार्टी जनता की समस्याएं उनके बीच जाकर सुन रही है।
कांग्रेस नेताओं ने विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात कर उनके सुझाव लिए…
कांग्रेस नेताओं ने रविवार को ही महाराजा अग्रसेन भवन में सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श किया। इसी के साथ विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात कर उनके सुझाव भी लिए। रमाशंकर शर्मा अधिवक्ता के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने आगरा में उच्च न्यायालय पीठ की स्थापना के मुद्दे का सुझाव दिया। पूर्व जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने हाईकोर्ट की बेंच, बैराज, एयरपोर्ट के मुद्दों को लेकर सुझाव दिया। वहीं कांग्रेस नेताओं ने आगरा के मुद्दों और समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। आलू किसानों की समस्या जानी।
कांग्रेसियों ने ताजगंज गांव तोरा में महिलाओं से समस्याओं के बारे में जाना..
बता दें की इस दौरान खेरागढ़ से कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता भी ली। एत्मादपुर और शहर के लोगों ने भी पार्टी की सदस्यता ली है। कांग्रेसियों ने आम जनता के बीच जाकर मुद्दों को समझने की कोशिश की है। कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के संयोजक सलमान खुर्शीद, सुप्रिया श्रीनेत और रोहित चौधरी ताजगंज के गांव तोरा पहुंचे और वहां राशन कार्ड से लेकर गांव में इलाज तक के बारे में जानकारी हासिल की। साथ ही महिलाओं से समस्याओं के बारे में जानकारी ली।
रायबरेली में बोली प्रियंका- संविधान बचाना है तो जीत के लिए 20 हफ्ते 24 घंटे मेहनत करे..
बता दें की करीब दो साल के लंबे अंतराल के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली पहुंचीं। बछरावां के चुरुवा मंदिर में कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया। प्रियंका ने हनुमान मंदिर में की पूजा-अर्चना इसके बाद चुनाव को लेकर भूमऊ गेस्ट हाउस में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उत्तर प्रदेश के रायबरेली पहुंचीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को नया मंत्र दिया।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि देश व संविधान बचाना है तो प्रत्याशियों की जीत के लिए 20 हफ्ते 24 घंटे समय दीजिए। बैठक में विधानसभा चुनाव और संगठन को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। प्रियंका ने ग्राम सभाओं में जाकर कमिटी बनाने के निर्देश दिए। प्रियंका ने कहा कि हमें संगठन को मजबूत करना है, देश को बचाना है। इसके लिए हमको दिन रात मेहनत करना है।