मंगलवार को सुभाष चंद्रा के समाचार चैनल ज़ी बिज़नेस के कर्मचारियों को इनक्रीमेंट यानी वेतन वृद्धि की चिट्ठी का बेसब्री से इंतज़ार था। तय समय पर चिट्ठी तो नहीं मिली, अलबत्ता दर्जन भर कर्मचारियों को एचआर विभाग में तलब कर लिया गया और बिना कारण बताए नौकरी से चलता कर दिया गया।
ज़ी बिज़नेस के नोएडा स्थित दफ्तर में अचानक गिरी छंटनी की बिजली में करीब दर्जन भर पत्रकार झुलस गए। अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि इन्हें निकाले जाने की वजह क्या रही। सूत्रों की मानें तो हर साल 10 फीसदी कार्यबल को कम करना वैसे भी यहां की घोषित नीति है लेकिन इस बार ऊपर से लेकर नीचे तक जो छंटनी हुई है, उसमें कुछ तो निजी मसले भी हैं और कुछ पुरानी रंजिशें भी काम कर रही हैं।
इनक्रीमेंट के इंतज़ार में बैठे जिन पत्रकारों को नौकरी से अचानक निकाल दिया गया है, उनकी संख्या 12 के करीब बताई जा रही है जिनमें डेस्क प्रभारी, प्रोग्रामिंग प्रभारी, एक सीनियर प्रोड्यूसर, पांच प्रोड्यूसर, एक ऐंकर और दो एएफपी शामिल हैं।