वरिष्ठ पत्रकार सीमा मुस्तफ़ा की वेबसाइट दि सिटिज़न पर मंगलवार की रात हैकरों का हमला हुआ और साइट ने काम करना बंद कर दिया। खुद को पाकिस्तान साइबर घोस्ट कहने वाले हैकरों ने हैक करते वक्त संदेश लिखा: ”हम भूलते नहीं, हम माफ़ नहीं करते”।
वेबसाइट को बुणवार की सुबह दुरुस्त कर दिया गया है। संपरदक सीमा मुस्तफ़ा ने पाइकों के नाम बुधवार की सुबह एक संदेश लिखा है जिसे हम नीचे अविकल दे रहे हैं।
प्रिय पाठक,
पिछली देर रात खुद को पाकिस्तान साइबर घोस्ट कहने वाले हैकरों ने दि सिटिजन की साइट को ठप करवा दिया है। हैकरों ने हमारे फायरवॉल में सेंध लगाते हुए कहा ”हम भूलते नहीं, हम माफ़ नहीं करते”, हालांकि हाल ही में हमने इससे बचने के कई उपाय किए थे।
ट्रोल की तरह घोस्ट भी गलत पहचानों के पीछे छुपे रहते हैं। ज़ाहिर है दि सिटिज़न को डाउन कर के उन्होंने अपनी कामयाबी की मुनादी कर दी है।
मीडिया में हम जैसों के लिए वे उस राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय तंत्र की नुमाइंदगी करते हैं जो स्वतंत्र पत्रकारिता को अपना दुश्मन मानता है। चाहे जिस भी कीमत पर हो, वे इसे हराना चाहते हैं।
हमारी टीम, हमारे पाठकों, लेखकों और सहयोगियों के लिए मीडिया की आज़ादी एक शिद्दत है। अन्यथा हमारा वजूद ही नहीं होता और हमारे पास ऐसी संपादकीय और यहां तक कि तकनीकी टीम भी नहीं होती जो इतने कम पारिश्रमिक पर हमारे लिए काम कर रही है। दूसरी ओर हमारे सैकड़ों सहयोगी बिना किसी पारिश्रमिक की अपेक्षा किए हमारे लिए लिख रहे हैं।
हम वापस आएंगे। हमारी तकनीकी टीम नुकसान पर काम कर रही है, इसलिए यह नहीं कह सकते कि कितनी जल्दी लेकिन बहुत वक्त नहीं लगेगा। और हम वापस आते रहेंगे क्योंकि यह लड़ाई उन सब के खिलाफ़ है जो मीडिया की ज़बान तराशने का संकल्प लिए बैठे हैं।
इस दौरान हम अपनी कुछ खबरें फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट करते रहेंगे और आपसे उन्हें साझा करने का अनुरोध है, पहले के मुकाबले कही ज्यादा। और यह आग्रह भी है कि इन जोकरों को इनके कुकृत्यों में मात दी जाए।
अगली जानकारी तक शुक्रिया।
सीमा मुस्तफ़ा
संपादक