चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने बड़ा फैसला लेते हुए भाजपा के साथ गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है. टीडीपी ने भाजपा को ब्रेक जनता प्रोमिस पार्टी बताते हुए जनता से वादा खिलाफी का आरोप लगाया. टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने इस मुद्दे को लेकर पार्टी की सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली कमेटी पोलित ब्यूरो के साथ बैठक की. नायडू ने एनडीए से अलग होने का फैसला इसी बैठक में लिया. टीडीपी का आरोप है कि बीजेपी ने आंध्र प्रदेश के साथ सही तरीके से बर्ताव नहीं किया. इसी बैठक में पार्टी ने फैसला किया है कि वह लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगी.
टीडीपी का कहना है कि गुरुवार को वाईएसआर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव ला रही है, लेकिन शुक्रवार को हम करीब 54 सांसदों का समर्थन हासिल करेंगे और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायेंगे. अगर शुक्रवार को प्रस्ताव पेश नहीं हो पाता है, तो सोमवार को लाएंगे. टीडीपी ने बीजेपी को ब्रेक जनता प्रोमिस पार्टी बताया है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का ऐलान किया है. ओवैसी के अलावा ममता बनर्जी की टीएमसी ने भी इस प्रस्ताव के समर्थन करने की बात कही है.
MIM party will support the No Confidence motion in Lok Sabha today not only for failure on part of Modi Govt to implement the State Reorganisation Act but failure to fulfill their promise to provide employment to youth and for injustice to Muslim Women and Minorities
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 16, 2018