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कश्मीर के शाह फ़ैसल ने आईएसएस परीक्षा टॉप की थी, लेकिन करीब 8 साल नौकरी करने के बाद उन्हें लगा कि कश्मीर के हालात बदलने के लिए ज़मीनी काम करना होगा। खासतौर पर राजनीति को बदलने का वक्त है। उन्होंने नौकरी से इस्तीफ़ा दे दिया। शाह फैसल कश्मीर की सबसे तार्किक आवाज़ों में एक हैं। कल वे दिल्ली के सम्राट होटल में थे जो प्रधानमंत्री आवास से बमुश्किल पचास कदम दूरी पर था। हाल ही में सूर्या समाचार की कमान संभालकर चैनलों की दुनिया में अपना सरोकारी रंग भरने उतरे पुण्य प्रसून वाजपेयी ने शनिवार शाम तकरीब 5 बजे उनका इंटरव्यू किया। यह इंटरव्यू लाइव व्यू के ज़रिये हो रहा था। यानी प्रसून स्टूडियो में थे जबकि शाह फ़ैसल होटल में। लेकिन इस इंटरव्यू को थोड़ी देर बाद ही होटल के सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया गया।
हैरानी की बात ये है कि इंटरव्यू के लिए होटल प्रबंधन से इजाज़त लेने समेत सभी औपचारिकताएँ पूरी की गई थीं। सवाल ये है कि फिर इस इंटरव्यू को क्यों रोका गया। कहीं इसके पीछे सरकार का दबाव तो नहीं ? क्या दिल्ली में कोई कश्मीरी अपनी बात भी नहीं रख सकता ? पुण्य प्रसून वाजपेयी ने इंटरव्यू रोके जाने के बाद कई गंभीर सवाल उठाए। देखिए–