मीडिया प्रतिष्ठानों और पत्रकारों के खिलाफ मानहानि के मुकदमों का मौसम अभी लंबा खिंचने वाला है। दक्षिणपंथी हिंदू संगठन सनातन संस्था ने शनिवार को कहा है कि गौरी लंकेश की हत्या के मामले में वह अंग्रेज़ी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस और उसके उस रिपोर्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएगी जिसने ख़बर लिखी थी कि गौरी के हत्यारों का संबंध संस्था के साथ है।
लंकेश पत्रिका की संपादक गौरी लंकेश की हत्या के मामले में शनिवार को एक दिलचस्प मोड़ आया जब हत्या की जांच के लिए बनाई गई बंगलुरु पुलिस की एसआइटी (विशेष जांच दल) के आइजी बीके सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कहा कि गौरी के हत्यारों का सनातन संस्था से जुड़ा होना मीडिया की ख़बर है, पुलिस के पास किसी भी संगठन के संबंध में ऐसी सूचना नहीं है।
That info (Sanathan Sanstha) is only in the media, from our side there is no info of any org till now: BK Singh,Police SIT #GauriLankesh pic.twitter.com/G3TzvdN1Sn
— ANI (@ANI) October 14, 2017
यह ख़बर दिन में समाचार एजेंसी एएनआइ ने जब चलाई, उसके बाद सनातन संस्था मीडिया के ऊपर हमलावर हो गई। संस्था ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए आइजी बीके सिंह के उपर्युक्त बयान का हवाला देते हुए कहा कि एसआइटी की इस सफ़ाई के बाद यह स्पष्ट है कि सनातन संस्था को गौरी की हत्या के मामले में जोड़ने की साजि़श हो रही है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह संस्था को बदनाम करने की हिंदू-विरोधी तत्वों और मीडिया की ओर से की गई कोशिश है और इस संबंध में संस्था कानूनी राय ले रही है ताकि संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सके।
संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस द्वारा जारी विज्ञप्ति डॉ. नरेंद्र दाभोलकर और कामरेड गोविंद पानसरे के मामले में सरसरी तौर से वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार की बात करते हुए यह सवाल उठाती है कि जांच इस बात की भी की जानी चाहिए कि आखिर गौरी की हत्या के बाद हो रहे प्रदर्शनों को कौन प्रायोजित कर रहा है।
Now we are planning to file cases against @IndianExpress & its reporter Johnson T A for publishing false report defaming us ! #GauriLankesh https://t.co/FQKhAitxRx
— Sanatan Sanstha (@SanatanSanstha) October 14, 2017
एसआइटी के बयान और संस्था की कानूनी कार्यवाही की धमकी के बाद ट्विटर पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। संस्था के समर्थक उन तमाम मीडिया प्रतिष्ठानों पर मुकदमा करने की मांग संस्था से कर रहे हैं जिन्होंने संस्था से हत्यारों का नाम जोड़ा था और इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर को चलाया था।
अपने बचाव में और अपनी विश्वसनीयता के सबूत के तौर पर इस बीच संस्था ने यह भी जानकारी दे डाली है कि 2008 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यानी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए संस्था को अपने यहां आमंत्रित किया था।
Habitual #FakeNews spreading Journos including Fake news Messiah @AltNews blaming Sanathan Sanstha for #GauriLankesh Murder stand exposed pic.twitter.com/lyVsSVPEfW
— Rosy (@rose_k01) October 14, 2017