अमित शाह पर देश के बुद्धिजीवियों की नजर इतनी तीखी है कि उनसे जुडी कोई भी खबर उनकी निगाह से बच नहीं पाती. इस बार हालांकि अमित शाह के चक्कर में रामचन्द्र गुहा से लेकर प्रशांत भूषण, पत्रकार प्रन्जोय गुहा ठाकुरता, नेता शाहीद सिद्दीकी, ‘रायसीना सीरीज’ के लेखक कृष्ण प्रताप सिंह सहित करीब डेढ़ हजार लोग फंस गए, मामला टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की बुधवार की एक खबर से जुड़ा है जिसमें अमित शाह को दूसरा सबसे ज्यादा फ़ॉलो किया जाने वाला नेता बताया गया था. दरअसल खबर पूरे सोशल मीडिया पर फॉलोवर संख्या की थी लेकिन हैडलाइन भ्रामक थी जिसमें केवल ट्विटर का ज़िक्र था.
रामचन्द्र गुहा ने बुधवार को दिन में इस खबर को “फेक/पेड न्यूज” करार देते हुए बताया कि केजरीवाल और सुषमा के फॉलोवर शाह से ज्यादा हैं और देखते ही देखते इस ट्वीट के बारह सौ से ज्यादा रीट्वीट हो गए. किसी को ये ख्याल नहीं आया कि खबर में सोशल मीडिया के सारे प्लेटफार्म के फॉलोवर का जिक्र था जबकि गुहा ने ट्विटर के आधार पर खबर को गलत ठहरा दिया था. गुहा ने TOI की जिस क्लिपिंग को शेयर किया, उसकी हैडलाइन में ट्विटर का ज़िक्र नहीं है. हैडलाइन भ्रामक नहीं, स्पष्ट है.
An astonishing piece of fake/paid news in the @timesofindia . Kejriwal and Sushma have more followers than Shah! When asked to bend, they crawl…. pic.twitter.com/Sn2GoC1F64
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) March 7, 2018
गुहा के ट्वीट के जवाब में एक पाठक ने अमित शाह और केजरीवाल के फॉलोवर्स के स्क्रीन शॉट लगते हुए गुहा को गलत ठहराया तो उन्होंने अपनी गलती मान ली.
इसके वावजूद गुहा इस बात पर अड़े रहे कि रिपोर्ट स्पष्ट नहीं है तथा उसके शब्द और शीर्षक भ्रामक हैं. गुहा को इस बात का मलाल था कि खबर में केजरीवाल का नाम क्यों नहीं लिया गया. दिलचस्प ये है कि गुहा के रीट्वीट करने के बाद प्रशांत भूषण सहित अन्य बुद्धजीवी पलटकर ट्वीट देखने की जहमत नहीं उठाये कि गुहा ने माफ़ी मांग ली है.
Thanks for this. If this is true, the report should have clarified this clearly and properly. . It was entirely misleading, both in its headline and wording, Note also that the report did not mention Kejriwal at all!
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) March 7, 2018
टाइम्स ऑफ़ इण्डिया ने बुधवार ख़बर छापी कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता हैं. भाजपा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री दोनों ही सोशल मीडिया का जमकर प्रयोग करते हैं और पार्टी नेताओं को भी लगातार सोशल मीडिया के प्रयोग की सलाह देते हैं. भाजपा अध्यक्ष को 10.29 मिलियन लोग ट्विटर पर फ़ॉलो करते हैं वहीं प्रधानमंत्री को 40.9 मिलियन लोग फ़ॉलो करते हैं. ट्विटर पर मोदी के बाद सबसे ज्यादा फ़ॉलो किये जाने वाले नेता अरविंद केजरीवाल हैं, केजरीवाल को ट्विटर पर 13.4 मिलियन लोग फ़ॉलो करते हैं. केजरीवाल के बाद सुषमा स्वराज सबसे लोकप्रिय नेता हैं जिन्हें 11.4 मिलियन लोग फ़ॉलो करते हैं.
सोशल साइट फेसबुक पर भी नरेंद्र मोदी पहले नम्बर पर हैं. 11 मिलियन फ़ॉलोवर के साथ अमित शाह यहां भी दूसरे नम्बर पर हैं. अरविंद केजरीवाल यहां तीसरे नम्बर पर हैं जिन्हें 7.2 मिलियन लोग फ़ॉलो करते हैं.
इन्स्टाग्राम पर भी नरेन्द्र मोदी 12 मिलियन फ़ॉलोवर के साथ पहले नंबर पर हैं जबकि अमित शाह 6 लाख 67 हजार फ़ॉलोवर के साथ दूसरे नंबर पर हैं. केजरीवाल यहां भी 14 हजार फ़ॉलोवर के साथ तीसरे नम्बर पर हैं.
ट्विटर के आंकड़ों के अनुसार नरेन्द्र मोदी के बाद अरविंद केजरीवाल, सुषमा स्वराज अमित शाह से ज्यादा लोकप्रिय नेता हैं.
सोशल मीडिया के सभी प्लेटफ़ॉर्म को मिलाकर देखा जाए तो नरेन्द्र मोदी सबसे लोकप्रिय नेता हैं, वहीं अमित शाह दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता हैं. इस लिहाज से देखा जाए तो टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबर बिलकुल दुरुस्त थी लेकिन शाह की पल-पल खबर रखने वाले उनके कुछ प्रेमी दो अलहदा और भ्रामक हैडिंग के कारण अबकी खुद फेक/पेड न्यूज़ के चक्कर में फंस गए.
देर शाम एक बार फिर रामचंद्र गुहा ने एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने ट्विटर के ज़िक्र वाली खबर की क्लिपिंग लगाई है. एक बार गलत साबित हो जाने के बाद उन्होंने ऐसा क्यों किया उसका जवाब तो बेहतर वे खुद दे सकते हैं. इस बार उन्होंने इसी खबर का ठीकरा अपने किसी मित्र के सर फोड़ दिया है.
Apropos some earlier posts on politicians and Twitter followings, a friend just sent this patently false headline from the ToI's Mumbai edition. The text below also has a howler; Barack Obama, who is manifestly a 'political leader', has far more Twitter followers than our PM. pic.twitter.com/xZqAmjtrIr
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) March 7, 2018