जेएनयू की पढ़ी लिखी बुद्धिजीवी मधु किश्वर भी आखिर भारतीय जनता पार्टी के छिछोरे दुष्प्रचार में फंस गईं जब उन्होंने ट्विटर और वॉट्सएप पर गुरुवार रात काफी तेज़ी से फैले एक फर्जी संदेश को तकरीबन सही मानकर ट्वीट कर दिया। बाद में जब गुरुग्राम की पुलिस ने आधिकारिक ट्वीट कर के स्पष्ट किया कि पद्मावत फिल्म के विरोध में हुई हिंसा के दौरान वहां हरियाणा रोडवेज़ और एक स्कूल बस पर हमले के सिलसिले में किसी मुसलमान व्यक्ति को हिरासत में नहीं लिया गया, तो सारा मामला दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
मधु ने शुक्रवार को अपना वह ट्वीट डिलीट कर दिया। डिलीट किए जाने से पहले उनके ट्वीट के हज़ारों रीट्वीट हो चुके थे। बाद में उन्होंने दो ट्वीट कर के अपनी गलती के लिए बेशर्त माफी मांगी।
दरअसल, 25 जनवरी की शाम सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल हुआ जिसमें कहा गया था, ”गुड़गांव में स्कूल बस पर पथराव में करणी सेना के सद्दाम, आमिर, नदीम, फिरोज और अशरफ पकड़े गए।” स्कूली बस पर हमले के बाद गुरुग्राम पुलिस ने कुल 18 लोगों को हिरासत में लिया था। सोशल मीडिया पर फैलाए गए संदेश में इनमें शामिल पांच मुसलमानों सद्दाम, आमिर, फिरोज़, नदीम और अशरफ़ के नाम बताए गए थे।
आल्टन्यूज़ की पड़ताल के मुताबिक इस संदेश को प्रसारित करने में सबसे पहला नाम जिस व्यक्ति का आता है वह शालिनी कपूर हैं, जो खुद को भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेयूएम) के “कन्या शक्ति क्रांति”की “क्षेत्रीय प्रभारी”बताती है।
ऐसी प्रमुख प्रोफाइलों में तीन ऐसे नाम है जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं, Jay @Saffron_Rocks, Jitendra Pratap Singh @jpsin1 और Kunwar Ajaypratap Singh @sengarajay235 ने भी ये खबर प्रसारित की।
सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी मधु किश्वर ने गुरुवार रात इसी संबंध में एक ट्वीट किया और पांचों लड़कों के नाम लिखते हुए कहा कि ”अगर यह खबर सही है तो यह घटना के बारे में काफी कुछ बयान करती है। और कुछ कहे जाने की ज़रूरत नहीं है।”
आल्टन्यूज़ ने अपने स्रोतों के आधार पर गुरुवार रात ही यह साफ़ कर दिया था कि इस घटना के सिलसिले में कोई मुसलमान हिरासत में नहीं लिया गया है और सोशल मीडिया पर बीजेपी के लोग झूठी खबर फैला रहे हैं। गुरुग्राम पुलिस ने हालांकि 26 जनवरी की सुबह आधिकारिक ट्वीट कर के इस बात को स्पष्ट किया, जिसके तुरंत बाद मधु किश्वर ने ट्वीट को डिलीट कर दिया।
This is to clarify that no Muslims boys have been detained in relation to the recent acts of vandalism on a Haryana Roadways bus and a School bus in Gurugram.
— Gurugram Police (@gurgaonpolice) January 26, 2018
खुद मधु किश्वर की मानें तो उन्होंने लिखा था कि ”अगर यह खबर सही है तो और कुछ कहे जाने की जरूरत नहीं है।” चूंकि अब यह खबर गलत निकल गई है तो उन्हें कुछ तो कहना बनता था। उन्होंने इस भ्रामक ट्वीट के लिए बेशर्त माफी मांगी है।
1/2 People I cherish most are those who stop me from making mistakes. ThankU @KanchanGupta for calling to say my tweet regarding Haryana arrests based on wrong info fed to me by otherwise reliable SM friends.Been in Chennai & missed out on news updates due to hectic schedule.
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) January 26, 2018
2/n My unconditional apology for misleading tweet. Big lesson for future. Wi be far more careful henceforth. https://t.co/I69NsEX2r4
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) January 26, 2018