दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 9 दिन बाद 19 जून को एल.जी.हाउस छोड़ दिया। उपराज्यपाल के कहने पर दिल्ली के तमाम हड़ताली आईएएस अफ़सरों ने मंत्रियों की बैठक में जाना शुरू किया जिसकी जानकारी होने पर केजरीवाल ने अपना धरना ख़त्म कर दिया। लेकिन इसके पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक चिट्ठी लिखकर दिल्ली के अफ़सरों की हड़ताल और चुनी हुई सरकार की राह में रोड़े अटकाने के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया। केजरीवाल ने उन शक्तियों को छीनने का हवाला खासतौर पर दिया जो इससे पहले की सरकारों के पास थीं। उन्होंने कहा कि दिल्ली मोदी के पीएम बनने के पहले आधा राज्य था, लेकिन मोदी के आने के बाद यह 10 फ़ीसदी राज्य ही रह गया है। प्रस्तुत है पूरी चिट्ठी–