रिपब्लिक के भंडाफोड़ में ‘चोरी’ के टेप ! अर्णब के ख़िलाफ़ FIR !

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रिपब्लिक चैनल शुरू करने के दस दिन बाद ही अर्णब गोस्वामी बड़ी मुसीबत में फँस गए हैं। चैनल ने 6 और 8 मई को लालू यादव और शशि थरूर के ऑडियो टेप के जरिए कथित रूप से जो भंडाफोड़ किए थे, उसे टाइम्स नाऊ की संचालक बेनेट कोलमेन एंड कंपनी लिमिटेड (बीसीसीएल) ने अपनी बौद्धिक संपदा की चोरी बताते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है।

इकोनॉमिक्स टाइम्स में आज छपी ख़बर के मुताबिक बीसीसीएल ने मुंबई के आज़ाद मैदान पुलिस स्टेशन में 16 मई को भारतीय दंड संहिता की धारा 378 (किसी की सम्मति के बिना, बेईमानी से उसकी चीज़ चुरा लेना ) और धारा 403 ( बेईमानी से किसी जंगम यानी चल संपत्ति को अपने उपयोग के लिए संपरिवर्तित कर लेना, जिस पर दो साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों हो सकता है) के तहत  रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी और पत्रकार प्रेमा श्रीदेवी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया है।

कंपनी ने कहा है कि जो ऑडियो टेप प्रसारित किए गए वे उसकी संपत्ति थे। यह सीधे-सीधे आईटी एक्ट 2000 का उल्लंघन है। कंपनी की शिकायत में चोरी, विश्वासघात, अमानत में खयानत और कंपनी की बौद्धिक संपदा (आईपीआर) के अतिक्रमण का आरोप है।

गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी पहले बीसीसीएल द्वारा संचालित टाइम्स नाऊ चैनल के ही एडिटर-इन-चीफ़ थे। अपनी आक्रामकता के लिए मशहूर अर्णब को कुछ महीने पहले कंपनी ने अलविदा कह दिया था। अब उन्होंने अपना रिपब्लिक टीवी शुरू किया है। प्रसारण के पहले दिन यानी 6 मई को चैनल ने लालू यादव और जेल में बंद शहाबुद्दीन की फोन पर हुई बातचीत के ऑडियो टेप सुनाकर ‘धमाकेदार’ शुरुआत की थी। चैनल ने इसे बार-बार बिग एक्सपोज़े (बड़ा भंडाफोड़) कहा।

इसी तरह 8 मई को भी एक ‘ऑडियो धमाका’ किया गया। चैनल ने टाइम्स नाऊ की पूर्व पत्रकार प्रेमा श्रीदेवी की कांग्रेस सासंद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर (जिनकी संदग्धि परिस्थितियों में मौत हो गई थी) और उनके घरेलू नौकर नारायण के साथ फोन पर हुई बातचीत के ऑडियो टेप प्रसारित किए।

बीसीसीएल का कहना है कि ये दोनों ऑडियो टेप तब तैयार किए गए थे जब अर्णब और श्रीदेवी ‘टाइम्स नाऊ’ के कर्मचारी थे। कंपनी ने एक आंतरिक जाँच में पाया कि गोस्वीमी और श्रीदेवी ने ‘टाइम्स नाऊ’ में काम करते हुए ये टेप अपने क़ब्ज़े में कर लिए थे।

कंपनी ने अपनी शिकायत में कहा है कि 8 मई को सुनंदा पुष्कर से हुई बातचीत के प्रसारण के दौरान गोस्वामी और श्रीदेवी ने यह माना भी था कि ये टेप दो ‘पिछले दो साल से’ उनके पास थे। यानी उन्होंने स्वीकार किया कि टाइम्स नाऊ के कर्मचारी रहते उन्होंने कंपनी की बौद्धिक संपदा को अपने पास रख लिया था।

कंपनी ने इसे आपराधिक-कृत्य बताते हुए बौद्धिक संपदा की रक्षा से जुड़े कानून का खुला उल्लंघन बताया है। कंपनी के मुताबिक जानबूझकर, बेईमानी से अर्णब गोस्वामी और श्रीदेवी ने टाइम्स नाऊ की संपत्ति को अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल किया।