सोमवार देर रात भोपाल में दैनिक भास्कर के दो पत्रकारों की शराब के नशे में धुत्त पुलिसवालों ने रास्ते में रोक कर पीटा, भद्दी गालियां दीं और रात भर थाने में बैठाए रखा। दोनों पत्रकारों को गंभीर चोट आई है और वे अस्पताल में भर्ती हैं। फिलहाल घटना के तीन दोषी पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं और अवधपुरी थाने में इस संबंध में एक शिकायत दर्ज करायी जा चुकी है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद कल एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। दैनिक भास्कर भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार अमन नम्र ने फोन पर इस सूचना की पुष्टि की।
घटनाक्रम यों है कि देर रात की शिफ्ट के बाद भास्कर के पत्रकार विजय प्रभात शुक्ला और कृष्ण मोहन तिवारी अवधपुरी में अपने घर जा रहे थे। रात ढाई बजे नशे में धुत्त एएसआइ रघुबीर सिंह डांगी और हेड कांस्टेबल सुभाष त्यागी व संतोष यादव ने उन्हें रोका और पूछताछ करने लगे। इसके बाद उन्हें भद्दी गालियां देनी शुरू कीं और मारते-पीटते हुए थाने में ले गए जहां सुबह चार बजे तक उन्हें पुलिसवाले पीटते ही रहे। पुलिसवालों ने दोनों पत्रकारों को सिमी का आतंकवादी कहा, कहा कि वे एटीएम लूटने जा रहे थे और फिर एनकाउंटर की धमकी भी दी।
इन तीनों पुलिसवालों ने जिन अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, उससे पुलिस का असली चरित्र समझ में आता है। पुलिसवालोंं की गालियों का पूरा ऑडियो टेप सुनने के लिए कृपया हेडफोन का इस्तेमाल करें और नीचे प्लेयर चलाएं:
सुबह पत्रकार जब एफआइआर कराने पहुंचे तब तक पुलिसवाले नशे में ही थे। बाद में ऑडियो टेप के साक्ष्य पर इन्हें निलंबित कर दिया गया और पत्रकारों की ओर से शिकायत ले ली गई। एफआइआर बुधवार को मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद दर्ज की जाएगी। फिलहाल दोनों पत्रकार अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें गंभीर चोट आई है।
फेसबुक पर इस आशय की सूचना और ऑडियो क्लिप अखबार की पत्रकार उपमिता वाजपेयी मिश्रा और नीरज उपाध्याय ने पोस्ट की है जिससे सूचना फैलने में आसानी हुई। घटना की चौतरफा निंदा हो रही है और मध्यप्रदेश की कथित ”संवेदी पुलिस” पर सवाल उठ रहे हैं।