असम सहित पूरे पूर्वोत्तर और देश भर में विरोध के बीच लोकसभा से पास होने के बाद नागरिकता संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में चर्चा चल रही है.असम में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ जारी प्रदर्शन और तेज हो गया है. ऑल असम स्टूडेंट यूनियन का कहना है कि उत्तर पूर्व के लोग इसे कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे. अब कश्मीर से सुरक्षा बलों को हटा कर असम में किया जा रहा है .
#WATCH Home Minister Amit Shah speaking on #CitizenshipAmendmentBill in Rajya Sabha. https://t.co/mwW3dFrOor
— ANI (@ANI) December 11, 2019
Derek O Brien,TMC in Rajya Sabha: I read that PM said this will be written in golden letters.I will tell you where it will be written,it will be written on grave of the father of the nation, but which father of the nation? In Karachi, on Jinnah's grave. #CitizenshipAmendmentBill pic.twitter.com/tIKL8pIuP4
— ANI (@ANI) December 11, 2019
Assam & parts of NE are likely to continue anti-CAB protests much longer than one could anticipate.
This one outside Gauhati University an hour ago. #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/Je8gIYu9fw— Shantanu Nandan Sharma (@shantanunandan2) December 11, 2019
असम के लोग शुरुआत से ही इस बिल का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। राज्यसभा में बिल को पेश किए जाने का वक्त नजदीक आने के साथ ही विरोध के स्वर भी तेज हो गए हैं. इसी को देखते हुए कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। कई ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव किया गया है. असम के लोग इस बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
वहीं पूर्वोत्तर में असम, त्रिपुरा, मिज़ोरम से लेकर दक्षिण में तमिलनाडु तक इस बिल के खिलाफ विरोध तेज हो रहा है.विरोध और हिंसा के चलते त्रिपुरा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
A temporary stage and a billiboard meant for Modi-Abe meet burnt down by protestors in Guwahati, #Assam. Massive clashes underway. #CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/rhpMwHbNva
— Ahmer Khan (@ahmermkhan) December 11, 2019
With deactivation of #Article370 #JammuAndKashmir was robbed of mobile connectivity, following the passage of #CAB2019 in Lok Sabha, mobile internet has now been suspended in #Tripura. pic.twitter.com/5wQZVcxBdM
— Dipankar (@Dipankar_cpiml) December 11, 2019
असम में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं.
#WATCH Assam: Police fire tear gas shells at protesters in Guwahati. #CitizenshipAmendmentBill2019. pic.twitter.com/kTEgQfNVCk
— ANI (@ANI) December 11, 2019
छात्रों ने बताया कि उनमें से कई लाठीचार्ज में घायल हो गए. उन्होंने कहा, ‘सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में बर्बर सरकार है। जब तक सीएबी वापस नहीं लिया जाता है, तब तक हम किसी दबाव में नहीं आएंगे.’ गुवाहाटी के अलावा डिब्रूगढ़ जिले में प्रदर्शनकारियों की झड़प पुलिस से हुई और पत्थरबाजी में एक पत्रकार घायल हो गया.
उधर तमिलनाडु में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध चल रहा है.
Tamil Nadu: Congress workers hold protest against #CitizenshipAmmendmentBill2019, in Chennai. pic.twitter.com/2v8VLSBgXl
— ANI (@ANI) December 11, 2019
Kamal Haasan, Makkal Needhi Maiam (MNM) on #CitizenshipAmmendmentBill2019: It's stupid to attempt to make India a country for one sect. Young India will reject such plans soon. It's not primitive India for your old plans. pic.twitter.com/zRTp5H7B2T
— ANI (@ANI) December 11, 2019
इस बीच खबर है कि करीब 700 से अधिक कलाकारों, लेखकों, शिक्षाविदों, पूर्व न्यायाधीशों और पूर्व नौकरशाहों ने सरकार से नागरिकता (संशोधन) विधेयक वापस लेने की अपील करते हुए इसे भेदभावपूर्ण, विभाजनकारी और संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के खिलाफ बताया है.
जावेद अख्तर, नसीरुद्दीन शाह सहित 700 से ज्यादा कलाकारों, लेखकों, शिक्षाविदों, पूर्व न्यायाधीशों और पूर्व नौकरशाहों ने इस बिल के विरोध में खुला पत्र लिखा है .