वे दिन हवा हुए जब मीडिया का एक हिस्सा ज्योतिष को अंधविश्वास से जोड़कर, इससे बचने की सलाह देता था। आज तो ज्योतिष से जुड़े कार्यक्रमों का धंधा करना मीडिया की पहचान है। लेकिन धंंधे के भी कुछ नियम होते हैं। अगर ”आज तक” जैसा तेज़ चैनल, चतुर्थी को सप्तमी बताने लगे और धनु राशि में अवस्थित चंद्रमा को तुला राशि में बताये तो क्या मतलब निकाला जाये। न जाने कितने धर्मभीरू और कर्मकांडी लोग इन पर भरोसा करते हैं।
25 मई की सुबह आज तक के कार्यक्रम “आपके तारे”में ऐसा ही किया गया जिसे वरिष्ठ पत्रकार पम्मी बर्थवाल ने पकड़ा। उन्होंने अपनी फेेसबुक में पोस्ट लिखकर इस गोरखधंधे को बेपर्दा किया। पढ़िये उनकी टिप्पणी–
आजतक पर ‘आपके तारे’ का न जाने कौनसा एपिसोड चल रहा है जो आज की तिथि सप्तमी और चन्द्रमा तुला राशि में बता रहा है.
होश में आइये – आज सुबह ही ६.४५ पर चतुर्थी लगी है और चन्द्रमा धनु राशि में है अभी .
यही नहीं, पम्मी जी ने दर्शकों को चेताते हुए आगे यह टिप्पणी भी की–
Pammi Barthwal ये तो चार से सात एपिसोड एक साथ शूट कर लेते हैं.सवाल इतना सा है – दर्शकों को बेवकूफ बनाने का आपको क्या अधिकार है ?
जो व्यक्ति इन पर भरोसा करे वो तो अपना समय, शक्ति, ऊर्जा सभी कुछ बर्बाद कर रहा है।
वैसे, भारतीय ज्योतिष के फलित पक्ष पर जितना भी विवाद हो, उसके गणित पक्ष का हमेशा सम्मान रहा जिसका रिश्ता खगोलशास्त्र से है। ग्रहों, नक्षत्रों की अवस्थित समझने और दूुरी-नज़दीकी की गणना में भारतीयों ने एक ज़माने में बेजोड़ काम किया है। लेकिन जनता के विश्वास को मीडिया ने मूर्ख बनाने का ज़रिया बना लिया है। अख़बारों में भी ऐसा ख़ूब होता है। कई बार तो सालों पुराने भविष्यफल को ज्यों का त्यों छापकर काम चलाया जाता है। उन पर दया ही की जा सकती है जो भविष्यफल पढ़कर घर से कदम बाहर निकालने का वक्त या कपड़े का रंग तय करते हैं।
बहरहाल, तमाम छल-छद्म के ज़रिये क़ामयाबी की इबारत लिख रहे मीडिया को कम से कम तिथियों को लेकर सतर्क रहना चाहिए। वरना पंचाँग देखकर पले-बढ़े लोग कान पकड़ने में हिचकेेंगे नहीं।