जब संवैधानिक आरक्षण का आधार जाति है तो जातिगत मतगणना न कराना सरकारी स्तर पर जातिवाद को बढ़ावा देना नहीं तो और क्या हुआ? बिना वांछित आंकड़ों के इस क्षेत्र के सही मानक…
"इतना तो साफ है कि अब तक के अध्ययन ये कत्तई साबित नहीं करते कि शाकाहार या मांसाहार का मानवीय मूल्यों को पैदा करने में, उन्हें बढ़ाने या कम करने में कोई योगदान…
आज के अखबारों की एक प्रमुख खबर है पुस्तक, “स्पाई स्टोरीज : इनसाइड द सीक्रिट वर्ल्ड ऑफ द रॉ एंड आईएसआई” की चर्चा। इंडियन एक्सप्रेस ने इसे पहले पन्ने पर एंकर बनाया है…
साठ के दशक में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस ए.एन मुल्ला ने एक मुक़दमे की सुनवाई के दौरान पुलिस के बारे में एक बेहद तल्ख टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था- " मैं…
आप समाज के भलाई का कोई भी पहलू सोचिये, आप पायेंगे कि उसकी शुरूआत शिक्षा से होती है। शिक्षा पर तीन तरीके से काम हो रहा है और ये तीनों ही तरीके एक…
आज मेरे पांच में से तीन अखबारों में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की खबर पहले पन्ने पर है। आप जानते हैं कि दिल्ली में जंतर-मंतर पर एक आयोजन में आपत्तिजनक सांप्रदायिक नारे लगाए…
सीबीआई या पुलिस के खिलाफ सीजेआई की टिप्पणी यूं ही नहीं है और कहने की जरूरत नहीं है कि उन्होंने तब की है जब हम देख रहे हैं कि अति हो चुकी है।…
सौरव दास ने आरटीआई अधिनियम के तहत जानकारी मांगी थी कि ऑक्सीजन की उपसमिति की बैठकें कब हुईं, इन बैठकों का एजेंडा क्या रहा? मिनट्स और ऑक्सीजन के भंडारण और इसकी सप्लाई का…
भारत सरकार ने अभी तक पेगासस की खरीद से इनकार नहीं किया है। मीडिया में छपी खबरें बताती हैं कि, मैलवेयर का एक अधिक उन्नत स्तर भी खरीदा गया है और माना जाता…
खोरी प्रकरण से एक और बहुप्रचलित हरामखोरी का पर्दाफाश हुआ है| इसके ‘नायक’ हैं नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी और उनका, खोरी से बमुश्किल 10-12 किलोमीटर दूर स्थित, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्त पोषित, एनजीओ…
पार्टी के अधूरे एजेंडे को पूरा करने की धुन में अनुच्छेद 370 हटाने जैसा अतिवादी कदम उठा लेने वाली मोदी सरकार ने पिछले दो सालों में जम्मू कश्मीर में यही जताया है कि…
आज सभी अखबारों में भारत-चीन सीमा से सैनिकों की वापसी की खबर प्रमुखता से है। इंडियन एक्सप्रेस ने इस सरकारी खबर को सरकारी अखबार की तरह पांच कॉलम में छापा है। आज बाकी…
इंडियन एक्सप्रेस ने 5 अगस्त को ऐतिहासिक बनाने वाली एक खबर दो साल बाद पहले पन्ने पर छापी है। इससे पता चलता है कि गोदी मीडिया के जमाने में दो साल पुरानी खबर…
आज की सबसे बड़ी खबर यही थी। दूसरी बड़ी खबर टीएमसी के छह सदस्यों को निलंबित करने की है। इसे हिन्दुतान टाइम्स ने अधपन्ने पर छापा है। इंडियन एक्सप्रेस को छोड़कर किसी भी…
1925 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना हुयी।उस समय अंग्रेजी हुकूमत थी। सवर्णों में छटपटाहट थी की देर सवेर जब भी देश स्वतंत्र हो , पुनः सनातन या काल्पनिक सतयुग के काल…
हिन्दुस्तान टाइम्स की आज की लीड है, 'सदन का अपमान' : प्रधानमंत्री; विपक्ष ने रुख सख्त किया। आप कह सकते हैं कि संतुलित खबर है और विपक्ष का पक्ष भी साथ ही है।…
राहुल गांधी ने सभी विपक्षी नेताओं की एक बैठक सुबह के नाश्ते पर बुलाई है। द टेलीग्राफ में यह खबर लीड है। देश और राजनीति की मौजूदा हालत में यह एक बड़ी खबर…
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह समझ बनी है कि विकास ही सबसे अच्छा गर्भनिरोधक है। बंग्लादेश, जो कि एक मुस्लिम बहुसंख्यक देश है, में 2011 में महिलाओं की साक्षरता दर 78 प्रतिशत थी जो…
सबसे अधिक निराश परम्परगत मीडिया के न्यूज चैनलों और अखबारों ने किया है। अधिकांश न्यूज चैनल सरकार के प्रोपेगैंडा के माध्यम बन गए हैं। चाहे खबरे हों या डिबेट सबका एक ही उद्देश्य…
डा. आंबेडकर इन प्रश्नों के संदर्भ में कहते हैं— ‘हिन्दूधर्म के दर्शन को मानवता का धर्म-दर्शन नहीं कहा जा सकता. बाल्फोर के शब्दों में अगर कहूँ, तो हिन्दूधर्म सामान्य मनुष्य के अन्तरंग जीवन…
‘राष्ट्रीयता वर्तमान युग का कोढ़ है, उसी तरह जैसे मध्यकालीन युग का कोढ़ साम्प्रदायिकता थी। नतीजा दोनों का एक है। साम्प्रदायिकता अपने घेरे के अन्दर पूर्ण शान्ति और सुख का राज्य स्थापित कर…
अदालत का बहाना बनाकर सरकार ने चार साल तक कोई फ़ैसला नहीं किया। अगर ज्ञापन देते हुए ओबीसी मंत्रियों के साथ फ़ोटो खिंचाने के 24 घंटे के भीतर फ़ैसला हो सकता था तो…
‘मैं स्पष्ट रूप से भगवद्गीता में वर्णित हिन्दू समाज-दर्शन को अस्वीकार करता हूँ, क्योंकि यह उस सांख्य-दर्शन के त्रिगुण पर आधारित है, जो मेरे विचार में कपिल-दर्शन का एक क्रूर विकृतीकरण है और…
भारत में कोई आज भी अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चर्चा करे तो उसके दोस्त-मित्र और अभिभावक उसे चुप कराने का प्रयास करते हैं। पिछले कुछ सालों में मनोचिकित्सकों से संपर्क करने का…
सवाल यह है कि अगर यह सब बेचारे जन्नत ही जाना चाहते और इन्हें पक्का यकीन है कि इन्हें ही नियुक्ति पत्र मिला है तो फिर इन सब अभागों को एक कोने पर…