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Friday 11th April 2025
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कँंवल भारती
कँंवल भारती
कँंवल भारती
पेरियार ललई सिंह यादव: तोपों की गड़गड़ाहट के बीच रोटियाँ सेंकने वाला क्रांतिकारी !
डॉ.आंबेडकर ने क्यों बताया ‘हिंदू राष्ट्र’ को देश का दुर्भाग्य !
आरएसएस के ‘आंबेडकर’ यानी मक्कार इरादों का पुलिंदा (2)
‘आरएसएस के आंबेडकर’ उर्फ़ मक्कार इरादों का पुलिंदा! (1)
स्वदेशी का ‘कपट’ गढ़ता पूँजीवाद का लटक है आरएसएस!
स्त्रियों की ग़ुलामी को ‘हिंदू गौरव’ बताता है आरएसएस!
गाय के नाम पर अंधविश्वासों का गोबर लीप रहा है आरएसएस!
RSS की नज़र में सब कुछ ब्रह्म है तो मुस्लिम और ईसाई ‘ब्रह्म’ क्यों नहीं?
आरएसएस चाहे दस ‘पुत्रों’ को जन्म देने वाली आदर्श हिंदू बहू !
‘सतयुग’ अवैज्ञानिक अवधारणा का पहला ‘पागल राग’ है, जिसे RSS अलापता है!
आरएसएस का प्राचीन आदर्श परिवार ग़रीबों को ज़िन्दा मारने का षड्यन्त्र है!
RSS को न देश की आज़ादी से मतलब था, न दलितों की आज़ादी से!
दलित-आदिवासियों की मूल समस्याओं की चिंता न चर्च को है, न मंदिर को!
दलितों के बौद्ध बनने पर RSS के सीने पर साँप क्यों लोटता है?
‘दलितों का बाप बनने की कोशिश न करे RSS, अपमान के ग्रंथ ईसाईयों ने नहीं लिखे!’
RSS की ‘हिंदू रक्षा’ में दलित शामिल नहीं! अस्पृश्यता को धर्मग्रंथों का समर्थन!
वर्णव्यवस्था के पक्षधर आरएसएस की ‘समरसता’ केवल ढोंग है!
‘सेवा’ के नाम पर समाज को हिंसक और परपीड़क बना रहा है RSS !
RSS कभी मुस्लिम बन चुके ब्राह्मणों और राजपूतों की ‘घर-वापसी’ क्यों नहीं कराता?
धर्मांतरण विरोध का असली मक़सद दलितों को नर्क में बनाये रखना है!
अल्पसंख्यकों के हक़ की बात ‘सांप्रदायिकता’ और बहुसंख्यक सर्वसत्तावाद ‘राष्ट्रवाद’ कैसे ?
‘हिंदुत्व’ ब्राह्मणों के स्वर्ग और शूद्रों के नर्क का नाम है!
‘गर्व से कहो हम हिन्दू हैं!’…. मगर क्यों?
आरएसएस की भारतमाता द्विजों तक संकुचित है !
भारत को गु़लामी में धकेलने वाली जाति-व्यवस्था को ‘गुण’ मानता है RSS!
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बृजभूषण के और उनके पक्ष में खड़े लोगों के तर्क में बुनियादी दिक्कतें क्या हैं?
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