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जितेन्द्र कुमार
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जितेन्द्र कुमार
यह जाति व्यवस्था है जिसके चलते जनता मार खाने के लिए अभिशप्त है
यहां से देखाेः साइंटिफिक टेम्पर की “सामूहिक हत्या”!
यहां से देखाेः सदन में पोल खुली, तो ‘सांसद’ गोगोई ‘न्यायमूर्ति’ गोगोई का बचाव कैसे कर पाएंगे?
राम मंदिर ट्रस्ट के एलान और PM के संबोधन में देखिए “संयोग, नहीं प्रयोग” की बानगी!
यहां से देखाेः NRC के हल्ले में दब गयी 2012 के सारकेगुड़ा फर्जी मुठभेड़ की जांच रिपोर्ट
यहां से देखाेः CAA पर अखिलेश और मायावती की चुप्पी इनकी राजनीति का सांस्कृतिक संकट है
यहां से देखाे: सारे मिथ हमने ही गढ़े थे, वही टूट रहे हैं!
यहां से देखो: CAA-NRC संविधान की मूल भावना को खत्म कर देगा
यहां से देखाेः हिन्दी अखबारों के संपादक इतने मूर्ख क्यों होते हैं?
यहां से देखाे : JNU सिर्फ विश्वविद्यालय नहीं, विचार है!
अयोध्याः पुराने विवाद पर मिट्टी डालना एक बात है, इंसाफ़ करना दूसरी बात
लवासा के खिलाफ जांच का आदेश निष्पक्ष संस्थानों की हत्या है
यहां से देखाे: महाराष्ट्र में कांग्रेस को शिवसेना का साथ क्यों देना चाहिए
यहां से देखाे : किसने पैदा किया ‘अपने और पराये’ का भेद?
यहां से देखो : संविधान की बात करने वालों को अदालतें देशद्रोही क्यों कह रही हैं?
यहां से देखाे : तवलीन सिंह को भारतीय मीडिया पर शर्म क्यों आयी?
यहां से देखाे : एक राष्ट्र, एक……………. (रिक्त स्थान की पूर्ति स्वयं कर लें)
यहां से देखो: हिन्दी का राजनीतिक एजेंडा
यहां से देखो : सौ दिन का जश्न बनाम 1925 दिन का प्रहसन
इस तस्वीर को देखकर दुख क्यों नहीं होता?
यहां से देखो: लालू के राजनीतिक उत्थान और पतन में छुपा ‘लछमिनिया’ फैक्टर
यहां से देखो : लोकतंत्र सिर्फ वोट नहीं, एक मूल्य है!
यहां से देखो : टीवी के एंकर कैसे बन गए नए ‘पब्लिक इंटेलेक्चुअल’
यहां से देखो : जातिवाद से कराहता भारतीय मीडिया
यहां से देखो : हम भारतीय मूलतः ढोंगी होते हैं!
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कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस, कर्नाटका के सीएम का एलान और एक छोटा विश्लेषण..
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बृजभूषण के और उनके पक्ष में खड़े लोगों के तर्क में बुनियादी दिक्कतें क्या हैं?
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गोवा की आज़ादी में देरी के लिए पं.नेहरू पर आरोप लगाना RSS की हीनभावना
हिंदू राष्ट्र को हर कीमत पर रोको ,यह देश के लिए विपत्ति होगी -डॉ.आंबेडकर
प्रेस की आज़ादी और तुषार कांति घोष के नाम नेहरू का एक पत्र
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नफ़रती हिंदुत्व के आलोचकों को सताने का हथियार बनेगा हिंदूफ़ोबिया प्रस्ताव- अमेरिकी संगठन
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नागरिकता संशोधन अधिनियम पर भ्रम फैला रहा है हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन-IAMC
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भारत के लगभग 80 फ़ीसदी लोग ‘हिंदू राष्ट्र’ नहीं, धार्मिक बहुलता के पक्ष में