दैनिक भास्कर के सूरत संस्करण ने एक जघन्य अपराध किया है। अपने 3 नवंबर, 2017 के संस्करण के पेज नंबर 4 पर कमेंट के एक कॉलम में उसने एक चर्चित पत्रकार का ऐसा बयान फोटो समेत छाप दिया है जो उस पत्रकार ने न लिखा, न कहीं बोला है और जो बात कही गई है वह भी पत्रकार के विचारों से ठीक उलट है।
खुद दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार अनुज शुक्ला को यह जानकारी वॉट्सएप से मिली कि उनकी फोटो सहित उनका एक बयान दैनिक भास्कर, सूरत में छपा है। अनुज ने इस बारे में फेसबुक पर प्रतिवाद करते हुए लंबी पोस्ट लिखी है:
दरअसल, कमेंट कॉर्नर नाम के भास्कर के इस पन्ने पर अभिनेता कमल हासन के हिंदू आतंक संबंधी बयान पर प्रतिक्रियाएं प्रकाशित हुई हैं। उन्हीं में एक प्रतिक्रिया अनुज शुक्ला की है जबकि उनकी ऐसी कोई भी प्रतिक्रिया कहीं भी मौजूद नहीं है।
सबसे बड़ी बात यह है कि जो बात उक्त बयान में कही गई है, वह अनुज शुक्ला के वैचारिक पक्ष से ठीक उलट है। उन्हें जानने वाला कोई भी व्यक्ति इस पर चौंक सकता है। सतह पर यह कोई गलती नहीं जान पड़ती, जान-बूझ कर की गई बदमाशी लगती है। एक पत्रकार की सार्वजनिक छवि को बदनाम करने का मामला बनता है।सोशल मीडिया पर पत्रकारों ने अनुज को भास्कर के खिलाफ शिकायत करने की सलाह दी है।