एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवासन जैन और मानस प्रताप सिंह की जय शाह पर की गई स्टोरी को एनडीटीवी की वेबसाइट ने हटा दिया है जिसे लेकर जैन क्षुब्ध हैं और उन्होंने फेसबुक पर इस बारे में एक पोस्ट लिखी है।
ध्यान रहे कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के कारोबार पर बीते दिनों दि वायर नाम की वेबसाइट पर रोहिणी सिंह की एक स्टोरी आई थी जिसने देश को हिलाकर रख दिया था। उस ख़बर के खिलाफ सरकार के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को शाह-पुत्र के बचाव में आना पड़ा था और कहा गया कि जय शाह वेबसाइट पर 100 करोड़ का मुकदमा करेंगे।
जैन की पोस्ट के अनुसार एनडीटीवी के वकीलों ने जय शाह की रिपोर्ट हटाए जाने के संबंध में कहा कि रिपोर्ट में ‘कानूनी छंटाई’ की ज़रूरत है यानी उसे संपादित कर के ऐसा बनाया जाना है ताकि मुकदमा न हो सके, इसलिए उसे वेबसाइट से उतारा गया है। जैन इस बात से दुखी ळैं कि हफ्ते भर पुरानी रिपोर्ट अब तक वापस नहीं लगाई गई है, लेकिन उनके पास नौकरी जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
वे लिखते हैं, ”ऐसी किसी स्थिति में पत्रकारों के सामने चुनाव करने की कठिनाई पैदा हो जाती है। फिलहाल तो मैं इसे हताश करने वाला एक अपवाद मानकर ही चल रहा हूं, इसलिए मैंने तय किया है कि मैं एनडीटीवी के साथ ही पत्रकारिता करता रहूंगा। यह सूचना एनडीटीवी को दे दी गई है।”
गौरतलब है कि मंगलवार को जय शाह ने दि वायर को नोटिस भेजा है जिसमें एकतरफ़ा तरीके से उन्होंने गुजरात की एक अदालत से आदेश ले लिया है कि वेबसाइट अब उनके संबंध में कुछ भी प्रकाशित नहीं करेगी। शाह के संबंध में कुछ भी छपने के खिलाफ मिले स्टे से दि वायर के संपादक सदमे में हैं।