दिल्ली: डेंगू ने 2 महीने में तोड़ा चार साल का रिकॉर्ड, अब तक 8276 केस!

मीडिया विजिल मीडिया विजिल
देश Published On :


उत्तर प्रदेश के साथ ही दिल्ली में भी डेंगू का कहर जारी है। दिल्ली में डेंगू से हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि इसी साल में अब तक 8,276 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले चार साल में सबसे बड़ा है। इसमें सबसे चिंताजनक बात यह है कि इसी एक महीने यानी नवंबर में 6,739 मामले सामने आए। इसमें से पिछले सप्ताह 1,148 मामले सामने आए। यानी मामलों की रफ्तार दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। सोमवार को जारी एमसीडी की साप्ताहिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक इस साल डेंगू से नौ लोगों की जान चली गई। जबकि इससे पहले साल 2017 में डेंगू से 10 लोगों की मौत हुई थी। शहर में डेंगू के बिगड़ते हालात देख आशंका जताई जा रही है कि ये आंकड़े अब और ज़्यादा होंगे।

जुलाई से नवम्बर तक ऐसे बढ़े मामले..

  1.  जुलाई में डेंगू के 16 नए मामले आए।
  2.  अगस्त में 72 मामले आए।
  3.  सितम्बर में 217 मामले आए।
  4.  अक्तूबर में अचानक मामले में बढ़ोतरी हुई और यह 1196 हो गए।
  5. नवम्बर महीने में डेंगू के मामलों ने छलांग मार दी और इनमे 6739 नए मामले जुड़ गए।

इस साल मॉनसून हल्का होते ही डेंगू ने गंभीर हालात पैदा कर दिए है। जुलाई से नवंबर तक मामलों की बाढ़ आ गई। अब शहर में कुल मामले 8276 हैं। साल खत्म होने में अभी एक महीना यानी दिसंबर का महीना बाकी है और इस महीने में डेंगू का तेज़ी से प्रसार संभव है।

दिल्ली के हर कोने का यह है हाल…

  • डेंगू के सबसे ज्यादा मामले उत्तरी दिल्ली में सामने आए। क्षेत्र में कुल 2389 मामले सामने आए, जिनमें से 273 मामले पिछले सप्ताह आए।
  • दक्षिणी दिल्ली का भी हाल कुछ ऐसा ही, इस साल यहां 2298 मामले आए थे। इसमें से 242 मामले पिछले हफ्ते सामने आए।
  •  पूर्वी दिल्ली की बात करें तो, इस साल डेंगू के 931 मामले आए, जिसमें से 192 मामले बीते हफ्ते आए।
  • दिल्ली कैंट इलाके में भी डेंगू के 132 मामले सामने आए, जिनमें से 21 मामले पिछले हफ्ते सामने आए।
  • एनडीएमसी क्षेत्र में इस साल 72 मामले सामने आए, पिछले सप्ताह 7 नए मामले सामने आए।

2437 मामले निगम के रिकॉर्ड में ही नहीं..

दिल्ली में इस साल डेंगू के ऐसे 2437 मामले सामने आए, जिनका पता निगम के रिकॉर्ड में नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद यह लोगों अस्पतालों में भर्ती हुए और इनका इलाज किया गया।