भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 25 नवंबर को नोएडा के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास करने पहुंचेंगे। पीएम के जाने से पहले जो तस्वीरें सामने आई हैं वह सरकारी कामकाज की पोल खोल रही है। दरअसल, हवाई अड्डे के भूमि अधिग्रहण के बाद सैकड़ों किसान अपने घर टूट जाने के बाद तंबू बना कर रह रहे हैं। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें घर गिराए जाने के बाद भी दूसरी जगह प्लॉट नहीं दिए गए और न ही अभी तक कोई मुआवज़ा दिया गया है। इस मुद्दे पर एनडीटीवी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है।
मोदी जी उन्हें बेघर मत छोड़िए..
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “जेवर के किसानों को मुआवज़ा क्यों नहीं दिया गया है? क्यों किसान परिवार इस कड़कड़ाती ठंड में तम्बू में रहने को मजबूर हैं? मुआवज़ा किसानों का हक है। नरेंद्र मोदी जी, किसानों के प्रति यदि आपकी नीयत सच-मुच साफ़ है तो अपने चुनावी अरमानों को पूरा करने के लिए उन्हें बेघर मत छोड़िए।
जेवर के किसानों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया है?
क्यों किसान परिवार इस कड़कड़ाती ठंड में तम्बू में रहने को मजबूर हैं?मुआवजा किसानों का हक है।@narendramodi जी, किसानों के प्रति यदि आपकी नीयत सच-मुच साफ़ है तो अपने चुनावी अरमानों को पूरा करने के लिए उन्हें बेघर मत छोड़िए। pic.twitter.com/ctnDR3Vrco
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 24, 2021
100 किसान परिवार अब तक बेघर..
प्रशासन प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है। खराब जमीन बनाई जा रही है। तैयारियां बिल्कुल जोरों पर है, लेकिन जहां प्रधानमंत्री कार्यक्रम करेंगे वहां से 700 किलोमीटर दूर ही रोही गांव के सभी घरों को एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण के बाद जल्दबाजी में ढहा तो दिया गया था, लेकिन अब तक 100 किसान परिवार ऐसे हैं, जिन्हें या तो मुआवज़ा नहीं मिला, अगर मुआवज़ा मिला भी है तो भूमि अधिग्रहण कानून के तहत शहर में रहने के लिए प्लॉट नहीं मिला है।
ऐसे में ये ग्रामीण सर्दी के मौसम में भी परिवार के साथ तंबुओं में रहने को मजबूर हैं। कर भी क्या सकतेे हैं? सरकार ने तो सर से छत तक हटा दी। कुछ ग्राउंड रिपोर्ट को देखें तो ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कागज जमा कर दिया लेकिन उसके बाद भी उन्हें रहने को घर नहीं दिया गया है। वहीं, कुछ का केस कोर्ट में चल रहा है। प्रधानमंत्री ने अमीरों के लिए एयरपोर्ट बनवाने की तैयारियां तो करवा ली लेकिन उस एयरपोर्ट के लिए जिन गरीबों के घर उजाड़ दिए गए वह अभी भी बेघर है।