सयुंक्त किसान मोर्चा प्रेस नोट
किसानो ने खाली किया एक तरफ का रास्ता; दिल्ली पुलिस जल्द करे खाली : SKM ने किया निवेदन
KMP पर टोल टैक्स दुबारा शुरू करने की कोशिश ; किसानों के विरोध के बाद फिर फ्री किये गए
टिकरी पर शुरू हुई वैक्सीनशन ड्राइव, सिंघू पर मास्क बाँटे गए, किसान रख रहे पूरा ध्यान
अपनी जिम्मेदारी से न भागे सरकार, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का बयान निंदनीय, सच पर पर्दा न डालें भाजपा
नंवबर 2020 से देशभर के किसान दिल्ली की सीमाओं पर तीन खेती कानूनों के खिलाफ व MSP के कानूनी गारंटी के लिए धरना लगाए हुए है। किसानों ने हर मौसम में अपने आप को व आंदोलन को मजबूत रखा है। सरकार व भाजपा की किसान आन्दोलन को बदनाम करने की तमाम कोशिशों के बावजूद बीते 5 महीनों तक लगातार शांतमयी ढंग से विरोध करना किसानों की नैतिक जीत है। किसानों का मानना है कि उनकी पूर्ण जीत तभी होगी जब तीन खेती कानून रद्द होंगे व उन्हें उनकी फसल के उचित दाम को सुनिश्चित करने वाले MSP की कानूनी गारंटी मिलेगी।
दिल्ली व देश के अन्य हिस्सों में ऑक्सिजन की कमी व अन्य मेडिकल सेवाओं के अभाव में नागरिकों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने एक तरफ की सड़क पहले ही खाली की हुई है व आज सफाई भी की। सोनीपत प्रशासन के साथ हुई बैठक में तय हुआ था कि दिल्ली पुलिस से साथ समन्वय कर जल्द ही पुलिस बैरिकेड हटाएं जायेंगे। दिल्ली पुलिस के बैरिकेड अभी तक नहीं हटे है। सयुंक्त किसान मोर्चा ने एक ईमेल के माध्यम से औपचारिक निवेदन भी किया है कि सड़क खोली जाए ताकि ऑक्सिजन, एम्बुलेंस व अन्य जरूरी सेवाएं सुचारू रूप से चल सकें।
केएमपी एक्सप्रेस वे पर कुंडली व खरखौदा टोल प्लाजा को आज हरियाणा सरकार द्वारा दुबारा टैक्स शुरू करने की कोशिश की गई तो सैंकड़ो की संख्या में पहुँचकर किसानों ने टोल प्लाजा को टैक्स फ्री करवाया। हम हरियाणा सरकार को चेतावनी देते है कि जब तक किसान आंदोलन चल रहा है हरियाणा के सभी टोल प्लाजा फ्री रहेंगे व अगर सरकार जबरदस्ती करती है तो भारी विरोध होगा।
टिकरी बॉर्डर पर किसानों के धरने पर वैक्सीनशन व अन्य जरूरी सेवाओ के लिए कैम्प लग गया है। आज सिंघु बॉर्डर पर कजारिया टाइल्स पर मास्क आदि भी वितरित किये गए। यहां किसान आकर इन सेवाओं का लाभ उठा रहे है।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री द्वारा यह कहना है कि ऑक्सिजन की कोई कमी नहीं है व ऐसी जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह बहुत निंदनीय व अतार्किक बात बात है। जब निजीकरण के माध्यम से सरकारी तंत्र को सरकार ने फैल कर दिया है व नागरिक सड़को हस्पतालों में मर रहे है उस वक़्त जनता की आवाज को दबाना चाहते है, हम इसकी निंदा व विरोध करते है।
जारीकर्ता – अभिमन्यु कोहाड़, बलवीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मौला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव
सयुंक्त किसान मोर्चा
8470870970
samyuktkisanmorcha@gmail.com
(150 वां दिन, 25 अप्रैल 2021)